- Home
- Career
- Education
- 24 टॉपर लड़कों में अकेली लड़की...3 लाख लड़कियों में पाए 100 परसेंटाइल, JEE टॉपर की सफलता की कहानी है बेमिसाल
24 टॉपर लड़कों में अकेली लड़की...3 लाख लड़कियों में पाए 100 परसेंटाइल, JEE टॉपर की सफलता की कहानी है बेमिसाल
करियर डेस्क. tanuja chakku success story: इंजीनियरिंग की ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम (JEE) को लेकर कहा जाता है कि लड़कियां इस परीक्षा में टॉप नहीं कर सकतीं, लेकिन 17 साल की तनुजा चक्कू (tanuja chakku) इस मिथक को तोड़ने वालों में से हैं। 2020 के JEE Main के रिजल्ट में 24 टॉपर्स की लिस्ट में तनुजा अकेली लड़की हैं, जिसने 100 परसेंटाइल हासिल किए हैं। आइए जानते हैं तनुजा की सक्सेज स्टोरी और बाकी बच्चों को दिए कीमती टिप्स-
- FB
- TW
- Linkdin
इस बार परीक्षा में शामिल हुई 3.08 लाख लड़कियों में से 100 परसेंटाइल में हासिल करने वाली एकमात्र लड़की होने की उपलब्धि पाने वाली तनुजा कहती हैं कि डरना कैसा, लड़कियां भी चाहें तो बड़े लक्ष्य तय करके इस परीक्षा में 100 परसेंटाइल ला सकती हैं।
(Tanuja Chukku File pIc)
जनवरी सेशन में हासिल किए 99.995 परसेंटाइल
तनुजा के पिता तेलंगाना के सरकारी स्कूल में टीचर हैं। तनुजा कहती हैं, “यह सच है कि लड़कियों के लिए यहां तक पहुंचना आसान नहीं। लड़कियों की पढ़ाई के साथ ऐसे कई सोशल फैक्टर्स जुड़े होते हैं, जो लड़कों के साथ नहीं होते। फिर भी इसके लिए लड़कियां कड़ी मेहनत करती हैं और मनचाहा लक्ष्य हासिल कर सकती हैं। इसी सोच के साथ उन्हें बड़ा लक्ष्य बनाकर 100 परसेंटाइल लाने की कोशिश करनी चाहिए।” इससे पहले जनवरी सेशन में हुई परीक्षा में भी तनुजा ने 99.995 परसेंटाइल हासिल किए थे।
(Demo Pic)
रोजाना 10 घंटे पढ़ाई और साथ में डांस भी
तनुजा बताती हैं कि लॉकडाउन मेरे लिए पढ़ाई करने की छुट्टियों की तरह था। वो पहले रोजाना 12 घंटे पढ़ाई करती थीं। महामारी के दौरान 8 से 10 घंटे पढ़ने लगीं। पढ़ाई पर पूरा फोकस करने के साथ ही लॉकडाउन में खुद को शांत और खुश रखने के लिए तनुजा ने वेस्टर्न डांस की प्रैक्टिस भी शुरू कर दी थी। तैयारी के बारे में बताते हुए वह कहती हैं कि उन्होंने जेईई मेन के साथ ही JEE एडवांस की तैयारी भी की और दोनों एग्जाम के लिए समय को बांट दिया था।
(Demo Pic)
खुद के बनाए गए नोट्स से होगी बेहतर तैयारी
तनुजा ने अपना फोकस सैंपल पेपर्स पर शिफ्ट करते हुए ज्यादा से ज्यादा पेपर सॉल्व किए। सैंपल पेपर सॉल्व करने से वह मोटिवेट तो हुईं ही, साथ ही परीक्षा के दौरान वह पहले से ज्यादा कॉन्फिडेंट भी रहीं। उन्होंने यह भी बताया कि परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए खुद के बनाए गए नोट्स ज्यादा मददगार साबित होते हैं, क्योंकि यह परीक्षा से कुछ दिन पहले आप की काफी मदद करते हैं।
(Demo Pic)
IIT बॉम्बे से करना चाहती हैं कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई
वह कहती हैं कि परीक्षा का कॉन्सेप्ट क्लियर है, तो कोई भी आसानी से एग्जाम क्लियर कर सकता है। बस जरूरत है तो मॉक टेस्ट देकर तैयारी को और मजबूत करने की। JEE मेन में सफलता हासिल करने के बाद अब तनुजा आईआईटी बॉम्बे से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई करना चाहती हैं। उन्होंने बताया, “मुझे गणित पसंद है। मैं इंजीनियरिंग की पढ़ाई यहीं से करना चाहती हूं, क्योंकि मैंने सीनियर्स से सुना है कि यह सबसे अच्छा आईआईटी है।”
(Demo Pic)
समय के साथ नॉलेज की भी परीक्षा है जेईई एडवांस
JEE एडवांस के बारे में वह कहती हैं कि यह समय के साथ ही नॉलेज की भी परीक्षा है। एडवांस की तुलना में JEE मेन ज्यादा आसान है, क्योंकि यहां क्वेश्चन सॉल्व करने के लिए ज्यादा समय मिलता है। ऐसे में मुझे डर है कि मैं एडवांस परीक्षा पूरी कर पाऊं या नहीं। हालांकि, परीक्षा के दौरान मेरा लक्ष्य यही है कि अटेंप्ट किए गए मेरे सवाल मेरे खुद के बनाए हों। उन्होंने बताया कि वह आमतौर पर परीक्षा में सबसे पहले फिजिक्स, फिर केमिस्ट्री और फिर मैथ्स सॉल्व करती हैं, क्योंकि कभी-कभी पेपर लंबा होने के कारण टाइम कम पड़ जाता है।