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UPSC Success Tips: चार महीने की तैयारी से कर डाला UPSC क्रैक, आप भी फॉलो करें ये स्ट्रेटजी
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सिमी करण का जन्म ओडिशा में हुआ था लेकिन उनकी स्कूली शिक्षा छत्तीसगढ़ के भिलाई से पूरी हुई। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा डीपीएस भिलाई स्कूल से पूरी की। 22 वर्षीय सिमी ने 2015 में छत्तीसगढ़ से बारहवीं कक्षा की सीबीएसई परीक्षा में टॉप किया था और अखिल भारतीय स्तर पर 5वां स्थान हासिल किया था। उनके पिता डीएन करन भिलाई स्टील प्लांट में GM हैं और माता सुजाता एक शिक्षिका हैं।
सिमी ने स्कूल के बाद जेईई दिया और चयनित होकर आईआटी बॉम्बे आ गईं। यहां क्यूरीकुलम के एक हिस्से के रूप में स्लम के बच्चों को पढ़ाना होता है।
B.tech. की पढ़ाई के साथ साथ गरीब बच्चों को भी पढ़ाती थीं
सिमी ने IIT Mumbai से B.tech.की पढ़ाई की है। जीवन के प्रति उसका दृष्टिकोण तब बदल गया जब वह मुंबई में एक बार झुग्गी के बच्चों को पढ़ाने गई और उनके संघर्ष को देखते हुए, उसने फैसला किया कि वह वंचित लोगों के जीवन को बदलने में योगदान देगी। इसलिए उन्होंने IAS बनने का फैसला किया।
सिमी की ग्रेजुएशन की परीक्षा मई 2019 में समाप्त हुई और उसी के तुरंत बाद ही सिमी ने UPSC की तैयारी शुरू की। क्योकि प्रीलिम्स की परीक्षा में केवल एक ही महीना शेष था इसलिए सिमी ने क्वालिटी स्टडी पर फोकस किया और सीमित स्टडी मटेरियल में से ही सही स्ट्रेटेजी के साथ पढ़ाई की। प्रीलिम्स की परीक्षा के तुरंत बाद ही उन्होंने मेंस की तैयारी शुरू की और इसमें भी किसी कोचिंग की मदद नहीं ली।
22 साल की उम्र में बन गईं हैं IAS
अपनी सेलेक्टिव स्टडी की मदद से सिमी ने पहले ही एटेम्पट में परीक्षा पास कर 31वीं रैंक हासिल कर ली है। उन्होंने यह मुकाम केवल 22 वर्ष की आयु में ही हासिल कर लिया है। सिमी अपनी सफलता का क्रेडिट अपने माता-पिता, टीचर्स और दोस्तों को देती हैं। वह महिला सशक्तिकरण और बाल विवाह रोकने जैसे सामाजिक मुद्दों पर काम करना चाहती हैं।
अपने अनुभव से सिमी कहती हैं कि, UPSC को हौवा न समझे बल्कि तैयारी पर ध्यान दें। लगातार पढ़ें। जिन हिस्सों को तैयार करने में आपको परेशानी होती हो या जो हिस्सें आप भूल जाते हों, जैसे डेटा, फैक्ट्स, रिपोर्ट्स आदि उन्हें अंत के लिए रखें।
आखिर में पढ़ने से परीक्षा वाले दिन आप उन्हें याद रख पाते हैं। जो चीजें चीजें याद न हो उन्हें कॉन्सेप्ट या कहानी के तौर पर याद करने की कोशिश करें।
प्रीलिम्स परीक्षा की तैयारी के टिप्स
प्री की तैयारी के लिए आपको अलग से तीन महीने का समय देना पड़ता है। जब तैयारी शुरू करें तो मेन्स और बाकी हिस्सों को भी प्रिपेयर करें लेकिन अंत में सिर्फ प्री पर आ जाएं। आखिर के कुछ महीनों में प्री की तैयारी और रिवीजन पर ज्यादा फोकस रखें। फैक्टस, डेटा रिवाइज करें। करेंट अफेयर्स, योजनाएं आदि पर ज्यादा ध्यान दें।