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SDM कौन होता है? क्या होती है SDM की पावर और सैलरी, युवाओं को आकर्षित करने वाली हाई प्रोफाइल जॉब की डिटेल्स
करियर डेस्क. दोस्तों, आपने IAS, IPS अफसरों के अलावा SDM और DSP के बारे में भी बहुत सुना होगा। राज्य सेवा आयोग (State Services Commissions) द्वारा विभिन्न राज्यों में उम्मीदवारों के लिए SDM, ETO, DSP, और कई अन्य परीक्षाएं राज्य सेवा आयोग की भर्ती के लिए आयोजित की जाती हैं। इसमें सबसे हॉट जॉब उप-जिला अधिकारी (SDM) की मानी जाती हैं क्योंकि ये युवाओं को अफसर बनने के लिए ज्यादा आकर्षित करती है। उम्मीदवार मेरिट में अच्छे अंक प्राप्त करते हैं उन्हें SDM का पद मिलता है। SDM का पद राज्य प्रशासनिक सेवा में वरीयता में सबसे अधिक है। इन अधिकारियों को समाज में उचित सम्मान मिलता है। पर आप सोच रहे होंगे कि आखिर SDM कौन होता है और SDM की पॉवर कितनी होती है? इसलिए हम आपको आज DM यानि IAS से नीचे SDM की हाई प्रोफाइल (High profile Job) के बारे में बताएंगे। यहां हैं SDM कौन होता है? SDM कैसे बनें? SDM सैलरी सुविधाएं (SDM Salary facilities) आदि के बारे में विस्तार से बताएंगे-
| Published : Jan 29 2021, 04:10 PM IST / Updated: Jan 29 2021, 04:20 PM IST
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कौन होता है SDM
SDM उप जिला अधिकारी यानि (Sub District Magistrate) होता है। राज्य सेवा आयोग के अंतरगर्त आने वाला यह पद भी एक DM की तरह ही होता है। SDM का पद जिम्मेदारी से भरा होता है। इस पद में कोई निश्चित कार्य समय नहीं है क्योंकि अधिकारी को हर समय ड्यूटी के लिए तैयार रहना पड़ता है। इस पद पर हमेशा निर्णय लेने की जरुरत होती है इसलिए SDM को हमेशा तैयार रहना पड़ता है। उन्हें अपने क्षेत्र में प्रशासन के मामलों की देखभाल करनी पड़ती है। यदि SDM एक संवेदनशील क्षेत्र में तैनात है, तो उसे और अधिक सतर्क रहना पड़ता है।
राज्य सेवा परीक्षा पास करके कैंडिडेट्स SDM, ETO, DSP पद के लिए चुने जाते हैं। UPPSC, RPSC, HPSC, APPSC आदि राज्य सेवा परीक्षाएं हैं जो काफी चर्चित रहती हैं।
SDM कैसे बने (How To Become SDM)
दोस्तों, उप-जिला अधिकारी का पद काफी पावरफुल होता है। इसलिए अधिकारी बनने के लिए बेहद कठिन परीक्षा से गुजरना होता है। UPSC की तरह कैंडिडेट्स को राज्य सेवा आयोग की परीक्षाएं देनी पड़ती हैं। इसके लिए कैंडिडेट्स बहुत मेहनत करते हैं। SDM बनने के लिए कैंडिडेट्स को यूपी में UPPSC, राज्स्थान में RPSC, हरियाणा में HPSC, और मध्या प्रदेश में MPPSC जैसी परीक्षाएं पास करनी होती हैं। ऐसे ही देश के सभी राज्यों में परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं।
SDM के लिये योग्यता की बात करें तो आपको किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री प्राप्त होनी चाहिए। स्नातक Graduation करने के बाद ही आप SDM परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। SDM के लिये आपको जो परीक्षा देने है उसमें प्रत्येक वर्ग के लिये अलग-अलग आयु सीमा भी निर्धारित की गयी है। सामान्य वर्ग 21 – 35, पिछड़ा वर्ग- 21 – 40, अनुसूचित वर्ग और जनजाति 21 – 45 है।
SDM बनाने के लिए आपके State द्वारा आयोजित PCS परीक्षा (State Public Service Commission) देनी होगी। इस परीक्षा में के तीन भागों में बांटा गया है। प्रारम्भिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और आखिर सेलेक्शन इंटरव्यू के द्वारा होता है।
आप UPSC, CSE परीक्षा के अंतर्गत भी SDM बन सकते हैं। इसके लिए अभ्यर्थी को किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी subject में ग्रेजुएट पास होना चाहिए उसके बाद UPSC CSE परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं। परीक्षा का सेम प्रोसेस हैं प्रारम्भिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और आखिर सेलेक्शन इंटरव्यू से ही होगा।
SDM की सैलरी और सुविधाएं
SDM की सैलरी भी काफी अच्छी होती है, इसलिए बहुत से नौजवान SDM बनने की चाहत रखते हैं। इस पद की ज़िम्मेदारी के साथ, एक आकर्षक वेतन और अन्य भत्ते प्रदान किये जाते हैं। एक SDM को पे बैंड 9300-34800 में ग्रेड पे 5400 के साथ वेतन मिलता है। SDM वेतन के साथ अन्य लाभ भी प्राप्त करता है। उन्हें अन्य सुविधाएं जैसे वाहन, घर, बिजली बिल में छूट, कार के लिए ड्राइवर और कई अन्य शामिल हैं। जैसे-
• बिना किराए या मामूली किराए पर स्वयं और कर्मचारियों के लिए निवास।
• सुरक्षा गार्ड और घरेलू नौकर जैसे रसोइया और माली
• एक आधिकारिक वाहन (साईरन के साथ)
• एक टेलीफोन कनेक्शन, जिसका बिल सरकार द्वारा भुगतान किया जाता है
• बिजली बिल का भुगतान सरकार द्वारा
• राज्य भर में आधिकारिक यात्राओं के दौरान उच्च श्रेणी आवास की सुविधा
•उच्च अध्ययन के लिए अवकाश की सुविधा
• पति / पत्नी को पेंशन
SDM के लिए पदोन्नति के अवसर
राज्य सरकार द्वारा बनाए गए नियमों के अनुसार, अधिकारियों को पदोन्नति दी जाती है। प्रशासनिक अधिकारियों को या तो क्षेत्र की ज़िम्मेदारी या सचिवालय में नियुक्ति दी जाती है। क्षेत्र की ज़िम्मेदारी SDM के पास होती है जो अपने क्षेत्र में संबंधित मामलों की देखभाल करते हैं।
(प्रतीकात्मक तस्वीर)