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- अक्षय कुमार भी हुए भाई-भतीजावाद का शिकार, इस एक्टर की वजह से रातोंरात निकाल दिए गए थे फिल्म से
अक्षय कुमार भी हुए भाई-भतीजावाद का शिकार, इस एक्टर की वजह से रातोंरात निकाल दिए गए थे फिल्म से
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सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के बाद इंडस्ट्री में भाई-भतीजावाद को लेकर जंग छिड़ी हुई है। कई सेलेब्स खुद के साथ हुए गलत व्यवहार और नेपोटिज्म को लेकर अब खुलकर बोल रहे हैं। इतना ही नहीं कईयों ने तो करन जौहर, सलमान खान, संजय लीला भंसाली, भूषण कुमार, यशराज फिल्म्स पर भाई-भतीजावाद फैलाने का आरोप तक लगाया है।
नेपोटिज्म की बहस के बीच अक्षय का एक पुराना इंटरव्यू वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने इस बात का खुलासा किया था कि अपने करियर की शुरुआती दिनों में वे भी इंडस्ट्री में नेपोटिज्म का शिकार हुए थे।
अक्षय कुमार ने मिड डे को दिए इंटरव्यू में बताया कि उन्हें फिल्म फूल और कांटे में ऐन मौके पर रिप्लेस कर दिया गया था। मैं 1991 में रिलीज हुई फिल्म 'फूल और कांटे में था। मैं इस फिल्म के सॉन्ग्स की मेकिंग में, फोटोशूट्स में और इसके अलावा और भी कई जगहों में मौजूद था।
अक्षय ने इंटरव्यू में बताया था- 'नदीम-श्रवण के साथ मेरा म्यूजिक सेशन चल रहा था, मैं फिल्म 'फूल और कांटे' की शूटिंग की तैयारी कर रहा था, इसी दौरान एक कॉल आया और मुझसे कहा गया कि वे सुबह शूटिंग के लिए ना आए'। फिल्म में अक्षय की जगह अजय देवगन को लिया गया था। ये फिल्म 1991 में आई थी। इसके बाद अक्षय कुमार ने इसी साल फिल्म 'सौगंध' से डेब्यू किया था। हालांकि, ये फिल्म सुपरफ्लॉप रही थी।
फूल और कांटे के साथ ही अजय देवगन ने अपने करियर की शुरुआत की थी। अजय बॉलीवुड में स्टंटमैन वीरु देवगन के बेटे हैं, वही अक्षय दिल्ली के आउटसाइडर हैं।
अक्षय ने इंटरव्यू में बताया था- 'मैंने 1993 में आई आमिर खान की फिल्म 'जो जीता वही सिकंदर' के लिए भी ऑडिशन दिया था। ये रोल एंटी हीरो का था। ऑडिशन में मुझे रिजेक्ट कर दिया गया और मेरी जगह दीपक तिजोरी को रोल दे दिया गया'। उन्होंने बताया, 'मैंने अपने शुरुआती दौर में बीआर चोपड़ा, रवि चोपड़ा, राज सिप्पी से लेकर प्रमोद चक्रवर्ती सहित कई डायरेक्टर्स को ऑडिशन दिया, लेकिन सफलता नहीं मिली'।
1994 वो वक्त था जब अक्षय कुमार की पहचान बॉलीवुड में होने लगी थी। उन्हें धड़ाधड़ फिल्मों के ऑफर भी मिलने लगे थे। 1994 में ही उनकी 12 फिल्में रिलीज हुईं थी। इनमें 'मोहरा', 'मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी', 'सुहाग', 'ऐलान', 'ये दिल्लगी', 'जय किशन', 'जख्मी दिल', 'जालिम', 'हम हैं बेमिसाल' आदि फिल्में शामिल हैं। बता दें कि 1991 से 2000 तक अक्षय कुमार ने करीब 42 फिल्मों में काम दिया था, जिसमें से लगभग 12 फिल्में ही हिट हो पाई थी। हालांकि, अभी की बात करें तो अक्षय साल में 3 से 4 फिल्में करना पसंद करते हैं।
अक्षय के वर्कफ्रंट की करें तो उनकी फिल्म लक्ष्मी बॉम्ब 15 अगस्त को ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज होगी। एक एंटरटेनमेंट पोर्टल की रिपोर्ट के अनुसार, फिल्म के एक्सक्लूसिव प्रीमियर राइट्स एक ओटीटी प्लेटफॉर्म द्वारा खरीदे जा चुके हैं। फिल्म लक्ष्मी बॉम्ब साउथ की फिल्म मुनी 2 : कांचना की हिंदी रीमेक है। फिल्म में अक्षय-कियारा के अलावा तुषार कपूर, तरुण अरोड़ा, शरद केलकर, अश्विनी कालसेकर लीड रोल में है। इसके अलावा वे सूर्यवंशी, बैल बाटम, अतरंगी रे, बच्चन पांडे जैसी फिल्मों में भी नजर आएंगे।