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बेहद खूबसूरत है 'शोले' के 'सांभा' की बेटियां, पापा की तरह ही बॉलीवुड इंडस्ट्री में कमा रही नाम
मुंबई. 70 के दशक की ब्लॉकबस्टर फिल्म शोले (Film Sholay) में सांभा (Sambha) का किरदार निभाने वाले मैक मोहन (Mac Mohan) की 11वीं डेथ एनिवर्सरी है। उनका निधन 10 मई 2010 को मुंबई में हुआ था। कई फिल्मों में काम करने वाले मैक मोहन को असली पहचान फिल्म शोले में सांभा का रोल प्ले कर मिली। इस रोल के बाद हर कोई उन्हें उनके असली नाम से नहीं बल्कि सांभा के नाम से जानने लगा था। मैक के बारे में तो सभी जानते हैं लेकिन उनकी 2 बेटियों के बारे में शायद कम ही लोग जानते है। उनकी दोनों बेटियों के नाम विनती मकिजानी (Vinati Makijany) और मंजरी मकिजानी (Manjari Makijany) है। उनकी दोनों ही बेटियां बेहद खूबसूरत है और पापा की ही तरह फिल्म इंडस्ट्री में एक्टिव है और खूब नाम कमा रही है। मैक का एक बेटा भी है, जिसका नाम विक्रांत माकिजानी है।
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मैक मोहन की बड़ी बेटी मंजरी एक फिल्म प्रोड्यूसर हैं और उन्हें शॉर्ट फिल्म्स के लिए जाना जाता है। 2012 में द लास्ट मार्बल और 2014 में द कॉर्नर टेबल में उनके काम को लोगों ने काफी पसंद किया था।
मंजरी ने डंर्किक, द डार्क नाइट राइसेस, वंडर वुमन और मिशन इम्पॉसिबल जैसी फिल्मों में असिस्टेंट प्रोड्यूसर के तौर पर काम किया है। मंजरी ने प्रियंका चोपड़ा की फिल्म सात खून माफ और रणबीर कपूर की फिल्म वेक अप सिड में काम किया है।
बड़ी बहन मंजरी की तरह ही छोटी बहन विनती भी प्रोड्यूसर और एक्ट्रेस है। उन्होंने 2010 में आई शाहरुख खान की फिल्म माई नेम इज खान, स्केट बस्ती और स्केटर गर्ल में काम किया है।
बता दें कि दोनों ही बहनें पिता के दिखाए रास्तों पर चल रही हैं और उनके सपनों को पूर कर रही हैं। दोनों बहने उनके बनाए बैनर मैक प्रोडक्शन्स के बैनर तले फिल्में प्रोड्यूस करती हैं।
विनती द मैक स्टेज कंपनी की संस्थापक भी हैं, जिसे 2016 में स्थापित किया गया था। हॉलीवुड में काम करने वाली मंजरी ने एमानुएल पप्पस से शादी की है और उनके साथ अमेरिका में रहती हैं।
बात मैक मोहन की करें तो उन्होंने इंडस्ट्री के हर बड़े स्टार के साथ स्क्रीन शेयर की। करीब 3 घंटे की फिल्म शोले में सांभा ने सिर्फ एक ही डायलॉग बोला और वो था-पूरे पचास हजार। और इसी ने दुनियाभर में फेमस कर दिया।
मैक को बचपन से क्रिकेट का शौक था और वो क्रिकेटर बनना चाहते थे। उन्होंने उत्तर प्रदेश की क्रिकेट टीम के लिए भी खेला था। 1952 में मुंबई आ गए। यहां आने के बाद जब उन्होंने रंगमंच देखा तो एक्टिंग में उनकी रुचि बढ़ गई।
1964 में उन्होंने फिल्म हकीकत से डेब्यू किया था। 46 साल के करियर में उन्होंने करीब 175 फिल्मों में काम किया। जब मैक फिल्म अतिथि तुम कब जाओगे की शूटिंग कर रहे थे तभी उनकी तबीयत खराब हो गई थी। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां डॉक्टरों ने बताया कि उनके फेफड़े में ट्यूमर है। इसके बाद उनका लंबा इलाज चला लेकिन 10 मई, 2010 को उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।
उन्होंने शार्गिद, अभिनेत्री, जंजीर, हीरा पन्ना, हंसते जख्म, मजबूर, प्रेम कहानी, हेरा फेरी, डॉन, चरस, काला पत्थर, जानी दुश्मन, कर्ज, कुर्बानी, दोस्ताना, कालिया, सत्ते पे सत्ता, लाल बादशाह, आग ही आग, इंसान जैसी कई फिल्मों में काम किया।