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चौंकाने वाली वजह: पैदा होते ही Govinda से नफरत करने लगे थे पिता, गोद में लेने तक से कर दिया था मना
मुंबई. गोविंदा (govinda) की फिल्म आंदोलन (film andolan) की रिलीज को 26 साल पूरे हो गए हैं। 3 मार्च, 1995 को रिलीज हुई डायरेक्टर अजीज सेजावल (aziz sejawal) की इस फिल्म में गोविंदा के अलावा संजय दत्त (sanjay dutt), ममता कुलकर्णी (mamta kulkarni), सोमी अली (somy ali) लीड रोल में थे। यह फिल्म उस दौरान आई थी जब गोविंदा का करियर एकदम पीक पर था। वैसे, तो गोविंदा को इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने काफी संघर्ष करना पड़ा लेकिन जब उन्हें फिल्में मिलना शुरू हुई तो फिर उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। अपने करियर में एक के बाद एक सुपरहिट फिल्में देने वाले गोविंदा की लाइफ में एक वक्त ऐसा भी आया जब उनका करियर ढलान पर आ गया। हालांकि, फिर भी उन्होंने कोशिश करना नहीं छोड़ी। इसी बीच गोविंदा से एक किस्सा सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें उनके जन्म को लेकर एक चौंकाने वाला किस्सा सामने आया है।
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आपको बता दें कि गोविंदा ने पहली फिल्म तो लव 86 साइन की थी लेकिन उनकी पहली रिलीज फिल्म इल्जाम है। इसी फिल्म की बदौलत गोविंदा में इंडस्ट्री में रातोंरात स्टार बन गए थे। इस फिल्म में उनके साथ नीलम कोठारी लीड रोल में थी।
महाराष्ट्र में जन्मे गोविंदा के बारे में कम ही लोग जानते होंगे कि जब वे पैदा हुए तो उनके पिता अरुण आहूजा ने उन्हें गोद तक लेने से इनकार कर दिया था। यह बात खुद गोविंदा ने एक इंटरव्यू के दौरान कही थी।
गोविंदा ने इंटरव्यू में बताया था- जब मैं गर्भ में था तो मां (निर्मला देवी) साध्वी बन गई थी। वह पापा के साथ ही रहती थी, लेकिन बिल्कुल साधवी की तरह। कुछ महीनों बाद मेरा जन्म हुआ तो पापा ने मुझे गोद लेने से इनकार कर दिया। दरअसल, उन्हें ऐसा लग रहा था कि मेरे कारण मां उनसे अलग होकर साधवी बनी है। कुछ समय बाद जब लोगों ने उन्हें मेरे बारे में कहा कि कितना खूबसूरत बच्चा है, कितना अच्छा लड़का है, तब उन्होंने मुझे प्यार करना शुरू किया।
गोविंदा की मानें तो उनकी मां कभी नहीं चाहती थीं कि वे एक्टर बनें। हालांकि, पिता का उन्हें बराबर सहयोग मिला। गोविंदा ने बताया था- मां चाहती थी कि मैं बैंक में जॉब करूं। ये मेरे पापा थे, जिन्होंने मुझे एक्टिंग फील्ड में आने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने मुझे कहा था- तुम अच्छा लिख सकते हो, अच्छे दिखते हो, एक्टिंग कर सकते हो, तुम्हे फिल्मों में जाना चाहिए। क्यों जॉब खोज रहे हो।
गोविंदा ने इस इंटरव्यू में यह भी बताया था कि उन्होंने 21 साल की उम्र में पहली फिल्म की थी। गोविंदा ने इस बात का जिक्र भी किया था 21 की उम्र में 50 दिन के अंदर उन्होंने 49 फिल्में साइन की थीं। बता दें कि गोविंदा 6 भाई-बहनों में सबसे छोटे हैं।
जब फिल्मों में करियर बनाने की सोचने वाले गोविंदा ने फिल्म डिस्को डांसर देखने के बाद घंटों डांस मूव्स की प्रैक्टिस कर अपना एक वीडियो कैसेट तैयार किया। उनका पहला जॉब एक विज्ञापन था। फिल्मों में उनका पहला रोल उनके अंकल आनंद द्वारा निर्देशित फिल्म में था।
आज भले ही गोविंदा फिल्मों से दूर हों लेकिन एक वक्त का जब बॉलीवुड में उनका डंका बजता था। गोविंदा के इस स्टारडम से कई लोग उनसे जलने लगे थे। इसी के चलते बॉलीवुड में फैले ग्रुपिज्म और गैंग ने उन्हें निशाना बनाया और साइड कर दिया।
गोविंदा खुद भी इस बात का कई बार जिक्र कर चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो गोविंदा बॉलीवुड गैंग का शिकार हो गए थे। फिल्म इंडस्ट्री में गैंग कल्चर और भाई-भतीजावाद बेहद पुराना है। एक बार खुद शत्रुघ्न सिन्हा ने इस बात का खुलासा किया था। उन्होंने एक बातचीत में कहा था कि बॉलीवुड में कई सालों से गैंग बनाए जा रहे हैं। इसका शिकार गोविंदा जैसे बेहतरीन एक्टर भी हो चुके हैं।
उन्होंने बताया था कि कैसे जब गोविंदा को एक के बाद एक फिल्में मिल रही हैं तो इंडस्ट्री के कुछ लोगों को ये बात पच नहीं रही थी। गोविंदा की फिल्मों को सुपरहिट की गारंटी माना जाने लगा था। लेकिन एक वक्त ऐसा आया जब गोविंदा थोड़ा मुश्किल दौर से गुजर रहे थे। उस दौरान लोगों ने मौका देखकर उन्हें बिल्कुल किनारे कर दिया। यहां तक कि उनसे फिल्में भी छीनी जाने लगीं।
गोविंदा ने इल्जाम, मेरा लहू, खुदगर्ज, सिंदूर, जीते है शान से, गैर कानूनी, जैसी करनी वैसी भरनी, घराना, पाप का अंत, हम, शोला और शबनम, जान से प्यारा, आंखे, आदमी खिलौना है, घर घर की कहानी, कुली नं. वन, हीरो नं. वन, आंटी नं. वन जैसी कई हिट फिल्मों में काम किया है।