- Home
- Entertianment
- Other Entertainment News
- खुलासा: कंगना की मां ने पहले दलित बच्ची को पाल-पोसकर किया बड़ा, फिर धूमधाम से कराई थी उसकी शादी
खुलासा: कंगना की मां ने पहले दलित बच्ची को पाल-पोसकर किया बड़ा, फिर धूमधाम से कराई थी उसकी शादी
- FB
- TW
- Linkdin
कंगना ने पहले ट्वीट में कहा, 'डियर फ्रेंड्स! मैं देख रही हूं कि बहुत सारे लोगों मुझे दलितों पर होने वाले अत्याचार से जुड़ी खबरें टैग कर रहे हैं और कई ओवर स्मार्ट लोग जो भारत को सिर्फ इन्हीं खबरों से जानते हैं, वे मॉर्डर्न भारत को लेकर मेरे विचारों का मजाक उड़ाते हैं। ऐसे लोगों के लिए मैं अपनी जिंदगी और मेरी बहन राजूदी, जो इस फोटो में दुल्हन हैं, की कहानी शेयर कर रही हूं।
कंगना ने आगे लिखा, मेरी मां की नई-नई शादी हुई थी, गांव में मनसा नाम की एक दलित औरत की हालत देखकर उन्हें बहुत दुख हुआ। उसकी तीन लड़कियां थीं लेकिन कमाई का कोई जरिया नहीं था। इसके बाद ससुराल वालों की मर्जी के खिलाफ जाकर मेरी मां ने उस औरत की सबसे छोटी लड़की राजकुमारी को गोद ले लिया। इसके बाद उन्हें स्कूल और कॉलेज तक पढ़ाया।
कंगना ने आगे कहा, राजकुमारी को हम राजू दी कहते थे। वो हमारे साथ ही बड़ी हुईं और 21 साल की उम्र में मां ने उनकी शादी भूमि जीजू के साथ बड़े ही धूमधाम से की। वे चंडीगढ़ में रहते हैं और इसी हफ्ते उनके बेटे भानू की शादी हुई। जब मुझे उस जोड़े की एक फोटो मिली तो मेरी मां ने कहा कि लड़की ब्राह्मण है, ये खबर कभी किसी न्यूज में नहीं दिखाई जाएगी।
कंगना ने आगे लिखा, दलितों के खिलाफ अत्याचार की जो बातें लोग मुझे टैग करते हैं, मैंने कभी उनका अनुभव नहीं किया, लेकिन मुझे आप पर भरोसा है। हालांकि, जब मैं उस मॉर्डर्न भारत को आपके साथ शेयर करती हूं, जिसे मेरी मां ने मुझे दिया है, तो मुझे झूठा कहने वाले आप कौन होते हैं? वैसे ये जोड़ी एक साथ बहुत अच्छी लग रही है। प्लीज, उन्हें आशीर्वाद दें।
इसके बाद कंगना ने एक और ट्वीट में कहा, कुछ और बातें क्लियर करना चाहती हूं, जिन्हें पूरा गांव जानता है। चाहें तो इन फैक्ट्स की जांच-पड़ताल की जा सकती है और लोगों का इंटरव्यू भी लिया जा सकता है। पहली, राजू दी हमारे घर में हमारी बहन की तरह रहती थीं। दूसरी, शुरुआत में वे किचन में मां की मदद करती थीं। अम्मा ने कहा था कि राजू दी सभी को खाना परोसेंगी।
तीसरी, कुछ रिश्तेदारों ने मां के इस काम का विरोध भी किया, लेकिन राजू दी के सामने किसी की कुछ कहने की हिम्मत नहीं पड़ी। चौथी, मैंने कभी रंगोली को दीदी नहीं बोला, लेकिन पापा ने मुझसे कहा था कि हम राजू दी को दीदी कहें। पांचवी, रंगोली और राजू दी बेडरुम शेयर करते थे, जहां मुझे मेरी कम उम्र की वजह से जाने की परमिशन नहीं थी। ये वो भारत है जिसे मैं जानती हूं।
अपने एक और ट्वीट में कंगना ने एक फोटो शेयर करते हुए कहा, राजू दी की मां। हमारे पैतृक घर में मेरे साथ मनसा मौसी, वो मेरे लिए और सभी बच्चों के लिए मां की तरह ही हैं। यही हमारे पेरेंट्स ने हमें सिखाया है। मैं इसे पूरे भारत को बताना चाहती हूं, ना कि उस क्रूर और रूढ़िवादी भारत को, जिसे लोग अपने राजनीतिक हितों के लिए ग्लोरिफाइ करते हैं।