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- तो इस वजह से करीना कपूर की सास को बदलना पड़ा अपना धर्म, उठाया था ये चौंकाने वाला कदम भी
तो इस वजह से करीना कपूर की सास को बदलना पड़ा अपना धर्म, उठाया था ये चौंकाने वाला कदम भी
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बात शर्मिला और मंसूर की लव स्टोरी की करें तो दोनों के लिए शादी करना आसान नहीं था। इसकी वजह थी दोनों के अलग-अलग धर्म का होन। शर्मिला जहां बंगाली है वहीं मंसूर मुस्लिम।
मंसूर अली खान पटौदी और शर्मिला टैगोर की पहली मुलाकात 1965 में दिल्ली में हुई थी। शर्मिला उन दिनों एक फिल्म की शूटिंग के सिलसिले में दिल्ली में थी और पटौदी भी वहीं मौजूद थे। उस समय पटौदी इंडियन टीम के कप्तान थे।
बता दें कि दोनों की पहली मुलाकात एक कॉमन फ्रेंड ने कराई थी। पहली नजर में ही दोनों एक-दूसरे पर दिल हार गए थे, लेकिन उनके प्यार और शादी की राह आसान नहीं थी।
दोनों में दोस्ती हुई फिर प्यार और मुलाकात का सिलसिला चलता रहा। आगे चलकर दोनों का प्यार परवान चढ़ा और बात शादी तक पहुंच गई।
शादी की बात जब कपल के घरवालों को पता चली तो कोई भी इसके तैयार नहीं था। शर्मिला के घरवाले नहीं चाहते थे कि वे किसी नवाब से शादी करें, वहीं पटौदी का परिवार भी किसी बॉलीवुड एक्ट्रेस से शादी के पक्ष में नहीं था। लेकिन दोनों ने हार नहीं मानी और अपने परिवार को मना ही लिया।
शादी करने के लिए शर्मिला को अपना धर्म बदलने के लिए भी हामी भरनी पड़ी थी। शादी करने के लिए शर्मिला ने न केवल अपना धर्म बदला था बल्कि अपना नाम बदलकर आयशा सुल्ताना रख लिया था।
इस्लाम कबूल करने के बाद शर्मिला ने 27 दिसंबर, 1969 को बाल्व डेर स्टेट कोलकाता में नवाब पटौदी के साथ शादी की। शर्मिला और पटौदी ने अपने प्यार की मिसाल पेश की और एक लंबा जीवन साथ गुजारा। कपल के तीन बच्चे सोहा, सबा और सैफ अली खान हैं।
आपको बता दें कि जिस वक्त शर्मिला ने शादी का फैसला लिया था उस वक्त लोगों ने उन्हें शादी करने से रोका था। उनका मानना था कि शर्मिला अपने करियर के पीक पर हैं और ऐसे समय पर शादी करने से उनका करियर खराब हो जाएगा।
कहा जाता है कि शर्मिला जब भी पटौदी का मैच देखने जाती थीं तो वो उनका स्वागत छक्का लगाकर करते थे। इतना ही नहीं जिस तरफ शर्मिला बैठती थीं, उसी तरफ पटौदी छक्का लगाते थे।