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तड़पती रही बीमार पत्नी पर उसकी देखभाल करने के बजाए अकेला छोड़ गया एक्टर, घुट-घुटकर गुजरे आखिरी पल
मुंबई. बॉलीवुड के दिग्गज सिंगर और एक्टर किशोर कुमार (kishore kumar) के काम को आज भी याद किया जाता है। उनका गाया हुआ हर गाना सुपरहिट है। उन्होंने फिल्म की हर विधा में अपना हाथ आजमाया और सफल साबित हुए। इसके अलावा किशोर कुमार को उनकी बिंदास शख्सियत के लिए जाना जाता है। फिल्म सेट से लेकर निजी जिंदगी में वह बहुत मनमौजी किस्म के इंसान थे। आज किशोर कुमार की डेथ एनिवर्सरी है। उनका निधन 13 अक्टूबर, 1987 को मुंबई में हुआ था। इस मौके पर उनके कुछ दिलचस्प किस्सों के बारे में आपको बताने जा रहे हैं।
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बता दें कि किशोर कुमार अपनी लाइफ में 4 शादियां की थी। इनमें से मात्र एक पत्नी लीना चंदारवकर ही जिंदा है बाकी सभी का निधन हो गया है। बता दें कि किशोर ने 27 साल की मधुबाला से धर्म बदलकर शादी की थी। लेकिन शादी के बाद उन्होंने मधुबाला को धोखा दिया था।
मधुबाला की बहन मधुर भूषण ने एक इंटरव्यू में बताया था- जब मधुबाला बीमार थीं और हम इलाज के लिए लंदन जाने की प्लानिंग कर रहे थे। उस दौरान किशोर कुमार ने उनको प्रपोज किया। पिता चाहते थे कि मधुबाला डॉक्टर्स की राय लें और पूरी तरह ठीक होने के बाद ही शादी करें। लेकिन दिलीप साहब के व्यवहार से गुस्साई मधुबाला ने तुरंत किशोर कुमार से शादी कर ली।
उन्होंने बताया था- 27 साल की उम्र में 1960 में इनकी शादी हुई। जैसे ही डॉक्टर्स ने बताया कि वे ज्यादा दिनों तक नहीं जी पाएंगी, तब किशोर भाई ने मुंबई के कार्टर रोड में बंगला खरीद, उन्हें वहां नर्स और ड्राइवर के साथ छोड़ दिया। चार महीने में एक बार वे मिलने आया करते थे। उन्होंने मधुबाला का फोन उठाना भी बंद कर दिया था। किशोर भाई मधुबाला से बेइंतहा प्यार करते थे, लेकिन जैसे ही वह लंदन से आईं, उन्होंने मधुबाला को धोखा दे दिया। वह अच्छे पति नहीं थे।
किशोर कुमार के करियर की शुरुआत तो कुछ खास नहीं थी। वे सिंगिंग में अपना करियर बनाना चाहते थे मगर उनके बड़े भाई चाहते थे कि वे एक्टिंग में आगे बढ़ें। इसी कशमकश में उनकी शुरुआती फिल्में फ्लॉप हो गईं क्योंकि एक्टिंग में उनका जरा भी मन नहीं लगता था। साथ ही उन्हें सिंगिंग में भी मौका नहीं मिल रहा था।
एक समय ऐसा आया कि उनकी कुछ फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन किया। स्क्रीन पर उनका बिंदास अंदाज लोगों को पसंद आने लगा। इसके बाद किशोर का एक्टिंग में मन लगने लगा। फिर गाने की भी मौका मिलने लगा। इसके बाद से तो उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
किशोर कुमार की पर्सनालिटी में कुछ ऐसा था जो उन्हें दूसरों से एकदम अलग कर देता था। पैसों के मामले में भी किशोर पक्के थे। उनका एक ही फंडा था नो पेमेंट, नो वर्क।
एक इंटरव्यू के दौरान किशोर कुमार के बेटे अमित ने बताया था कि एक बार जब उनकी फिल्म की शूटिंग खत्म हुई और यूनिट के लोग उनसे पैसे मांगने आए तो किशोर बोले ये इतना ज्यादा कैसे हो गया, इतना तो नहीं होना चाहिए, ये समझता क्या है अपने आप को डायरेक्टर, ऐसा तो नहीं होगा, मैं प्रोड्यूसर हूं चलो भगाओ इस डायरेक्टर को इतना ज्यादा खर्चा कर रहा है, कौन है डायरेक्टर?' इस पर सबने कहा- आप ही तो हैं। इस पर किशोर बोले- अरे वो तो मैं ही हूं।
किशोर ने अपने घर के बाहर "बिवेयर ऑफ किशोर" का साइन बोर्ड लगा रखा था। निर्माता-निर्देशक एचएस रवैल जब उनके घर में उनसे मिलकर बाहर जा रहे थे तो किशोर ने उनका हाथ काट लिया, जब रवैल ने पूछा तो किशोर ने जवाब दिया कि मेरे घर में घुसने से पहले आपको बोर्ड देखना चाहिए था।
बता दें कि किशोर कुमार और आशोक कुमार के साथ 13 अक्टूबर का एक दुखद इत्तेफाक भी जुड़ा हुआ है। 13 अक्टूबर के ही दिन किशोर के बड़े भाई आशोक कुमार का जन्मदिन होता है। और यही वो दिन था जब आज से 33 साल पहले किशोर कुमार का 58 साल की उम्र में निधन हो गया था। उसी दिन अशोक अपना 76वां जन्मदिन मना रहे थे। मगर इसी दिन छोटे भाई के निधन ने उन्हें तोड़ कर रख दिया। और उसके बाद से उन्होंने कभी भी अपना जन्मदिन नहीं मनाया।