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कई मंदिरों में मत्था टेका, मन्नतें मांगी तब 4 बहनों के बाद हुए थे सुशांत, लेकिन होनी को तो कुछ और ही मंजूर था
मुंबई। सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की मौत को एक साल हो चुके हैं। 14 जून, 2020 को सुशांत का शव उनके बांद्रा स्थित फ्लैट में मिला था। तब से लेकर अब तक बिहार और महाराष्ट्र की पुलिस के अलावा सीबीआई, ईडी और एनसीबी ने भी उनकी मौत से जुड़े अलग-अलग एंगलों से जांच की लेकिन अब तक ये साफ नहीं हो पाया है कि उनकी मौत हुई या फिर उन्होंने खुदकुशी की। इसी साल 21 जनवरी को सुशांत के बर्थडे पर उनकी बहन श्वेता सिंह कीर्ति ने भाई के बचपन की कुछ तस्वीरें शेयर की थीं, जिनमें सुशांत अपनी मां की गोद में हंसते हुए नजर आ रहे हैं। बता दें कि सुशांत का जन्म बड़ी मन्नतों के बाद हुआ था, लेकिन होनी को तो कुछ और ही मंजूर था। 16 साल के थे सुशांत तभी सिर से उठ गया था मां का साया...
/ Updated: Jun 14 2021, 08:00 AM IST
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बता दें कि सुशांत की मां उषा सिंह ने कई मंदिरों में जाकर मत्था टेका, मन्नतें मांगी तब कहीं जाकर चार बहनों के बाद सुशांत का जन्म हुआ था। ये बात सुशांत सिंह राजपूत के पटना वाले घर के पड़ोस में रहने वालीं अंजनी पाठक ने बताई थी।
अंजनी पाठक के मुताबिक, सुशांत मेरे बच्चों के साथ बचपन में क्रिकेट खेलता था। अक्सर उसका समय हमारे घर पर ही बीतता था। सुशांत की सबसे बड़ी बहन मेरी सहेली है। इसलिए वो मुझको दीदी कहकर पुकारता था। सुशांत जब भी पटना आता तो मेरे पैर छूकर प्रणाम करता था। आखिरी बार जब वो पटना आया था तो मेरे पास आकर गले लगा था।
सुशांत सिंह के बचपन का नाम गुलशन था, जो उनकी मां उषा सिंह ने रखा था। वो पढ़ने में बहुत होशियार थे। पिता केके सिंह सुशांत की उंगली पकड़कर स्कूल छोड़ने जाया करते थे। पत्नी की मौत के बाद पिता केके सिंह बेटे के सहारे जी रहे थे, लेकिन बुढ़ापे में वो भी उनका साथ छोड़ गया।
बता दें जब सुशांत 16 साल के थे, तभी उनकी मां की मौत हो गई थी। मां के जाने के बाद सुशांत अंदर से टूट गए थे। मां की मौत के बाद सुशांत ने अपनी बड़ी बहन को मां की जगह दे दी थी। उन्होंने खुद सोशल मीडिया पर अपनी बहन की तस्वीर शेयर करते हुए उसे मां का दर्जा दिया था। मौत से 10 दिन पहले सुशांत ने अपनी मां के लिए इंस्टाग्राम पर बेहद इमोशनल पोस्ट लिखी थी।
एक इंटरव्यू में सुशांत ने बताया था कि एक दौर ऐसा भी था, जब उन्हें 6 लोगों के साथ रूम शेयर करना पड़ता था। इस दौरान उन्हें एक प्ले के बदले महज 250 रुपए मिलते थे। इतना ही नहीं, सुशांत कभी-कभार फिल्मों में हीरो-हीरोइन के पीछे बतौर बैकग्राउंड डांसर काम कर लिया करते थे, जिससे उनकी कमाई हो जाती थी।
कई सालों तक संघर्ष करने के बाद सुशांत को 2008 में टीवी पर पहला ब्रेक 'किस देश में है मेरा दिल' से मिला। हालांकि, सुशांत को पहचान टीवी शो 'पवित्र रिश्ता' से मिली। इस सीरियल में काम करने के बाद लोग उन्हें घर-घर में जानने लगे और इसी की बदौलत 2013 में पहली फिल्म 'काई पो छे' मिली।
सुशांत सिंह राजपूत आखिरी बार फिल्म 'दिल बेचारा' में नजर आए थे। हालांकि ये फिल्म उनकी मौत के बाद रिलीज हुई थी। सुशांत ने अपने करियर में कुल 11 फिल्मों में काम किया। इनमें काई पो छे, शुद्ध देसी रोमांस, पीके, ब्योमकेश बख्शी, एमएस धोनी, राब्ता, केदारनाथ, सोनचिड़िया, छिछोरे, ड्राइव और दिल बेचारा हैं।
टीवी की बात करें तो सुशांत सिंह राजपूत ने किस देस में है मेरा दिल, पवित्र रिश्ता, जरा नचके दिखा, झलक दिखला जा सीजन 4 जैसे सीरियलों में काम किया। इसके अलावा वो म्यूजिक वीडियो पास आओ में भी काम कर चुके थे।