MalayalamNewsableKannadaKannadaPrabhaTeluguTamilBanglaHindiMarathiMyNation
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • ताज़ा खबर
  • राष्ट्रीय
  • वेब स्टोरी
  • राज्य
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • बिज़नेस
  • सरकारी योजनाएं
  • खेल
  • धर्म
  • ज्योतिष
  • फोटो
  • Home
  • Entertainment
  • Other Entertainment News
  • जब प्राण को देख दोस्त की बहन बोली- ऐसे बदमाश को घर मत लाया करो, एक्टर से जुड़े 9 रोचक फैक्ट्स

जब प्राण को देख दोस्त की बहन बोली- ऐसे बदमाश को घर मत लाया करो, एक्टर से जुड़े 9 रोचक फैक्ट्स

मुंबई। बॉलीवुड फिल्मों में अपनी अदाकारी से 'जान' फूंक देने वाले एक्टर प्राण (Pran) की शुक्रवार (12 फरवरी) को 101वीं बर्थ एनिवर्सरी है। 12 फरवरी, 1920 को पुरानी दिल्ली के बल्लीमारां में जन्मे प्राण का पूरा नाम प्राण कृष्ण सिकंद था। उनके पिता केवल कृष्ण सिकंद सिविल इंजीनियर थे। प्राण के तीन भाई और तीन बहनें थीं। जवानी के दिनों में फोटोग्राफी का शौक रखने वाले प्राण ने बंटवारे से पहले कुछ पंजाबी और हिंदी फिल्मों में बतौर लीड एक्टर काम किया। प्राण ने लाहौर में 1942 से 46 तक यानी 4 सालों में 22 फिल्मों में काम किया। इसके बाद विभाजन हुआ और वो भारत आ गए और फिर यहां उन्हें फिल्मों में बतौर विलेन पहचान मिली। प्राण के बर्थडे पर जानते हैं उनकी जिंदगी से जुड़े कुछ रोचक फैक्ट्स।

4 Min read
Asianet News Hindi
Published : Feb 11 2021, 08:40 PM IST| Updated : Feb 11 2021, 08:42 PM IST
Share this Photo Gallery
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Whatsapp
  • GNFollow Us
19

प्राण को गुंडा-बदमाश समझते थे लोग :  
1950 से 1980 यानी 4 दशकों तक प्राण फिल्म इंडस्ट्री के खूंखार विलेन के तौर पर मशहूर रहे। प्राण अपने कैरेक्टर में इतने ढल चुके थे कि रियल लाइफ में भी लोग उन्हें उसी तरह का समझते थे। एक बार प्राण दिल्ली में अपने दोस्त के घर चाय पीने गए। उस वक्त उनके दोस्त की छोटी बहन कॉलेज से वापस आई तो दोस्त ने उसे प्राण से मिलवाया। 

29

जब दोस्त की बहन बोली-गुंडे घर क्यों लाते हो : 
इसके बाद जब प्राण होटल लौटे तो दोस्त ने उन्हें पलटकर फोन किया और कहा कि उसकी बहन कह रही थी कि ऐसे बदमाश और गुंडे आदमी को घर लेकर क्यों आते हो? बता दें कि प्राण अपने किरदार को इतनी खूबी से निभाते थे कि लोग उन्हें असल में भी बुरा ही समझते थे। प्राण कहते थे कि उन्हें हीरो बनकर पेड़ के पीछे हीरोइन के साथ झूमना अच्छा नहीं लगता।

39

प्राण को ऐसे मिली थी पहली फिल्म : 
जवानी के दिनों में प्राण लाहौर के एक स्टूडियो में काम करते थे। एक दिन वो दुकान के बाहर सिगरेट पी रहे थे। इसी दौरान उन्हें प्रोड्यूसर दलसुख एम. पंचोली के साथ काम करने वाले लेखक वली मोहम्मद ने देखा और फिल्म में काम करने के लिए ऑफर किया। इसके बाद उन्हें 1940 में पंजाबी फिल्म ‘यमला जट’ में काम मिल गया।

49

बंटवारे के बाद लाहौर से मुंबई आए थे प्राण : 
करीब 22 फिल्मों में काम करने के बाद प्राण बंटवारे के बाद पत्नी और एक साल के बेटे अरविंद को लेकर अगस्त 1947 में मुंबई आ गए। मुंबई में उनके पास कोई काम नहीं होने की वजह से पैसों की तंगी होने लगी। इसके बाद उन्होंने 8 महीने तक मरीन ड्राइव के पास स्थित एक होटल में काम किया। इसके बाद उन्हें देव आनंद स्टारर फिल्म ‘जिद्दी’ में काम मिला।

59

1945 में प्राण ने इनसे की थी शादी : 
प्राण ने 1945 में शुक्ला अहलूवालिया से शादी की थी। उनके 3 बच्चे हैं। दो बेटे अरविंद और सुनील सिकंद और एक बेटी पिंकी है। 1960 से 70 के दशक में प्राण की फीस 5 से 10 लाख रुपए होती थी। केवल राजेश खन्ना और शशि कपूर को ही उनसे ज्यादा फीस मिलती थी।

69

जब हेलन से मजाक प्राण को पड़ गया भारी : 
1965 में फिल्म ‘गुमनाम’ की शूटिंग के दौरान फिल्म की एक्ट्रेस रहीं हेलेन ने प्राण को लेकर डायरेक्टर से शिकायत की थी। दरअसल, फिल्म के एक गाने की शूटिंग स्वीमिंग पूल में हो रही थी। शूट खत्म होने पर सभी मस्ती करते थे। ऐसे में प्राण ने हेलन को मजाक-माजक में स्वीमिंग पूल में खींच लिया। हेलन को तैरना नहीं आता था, इसलिए वो प्राण पर भड़क उठीं। 

79

प्राण की वजह से सुपरस्टार बने अमिताभ : 
अमिताभ बच्चन के करियर को संवारने वाली फिल्म 'जंजीर' पहले धर्मेंद्र, देव आनंद और राजकुमार को ऑफर हुई थी। लेकिन फिल्म के प्रोड्यूसर-डायरेक्टर प्रकाश मेहरा इस फिल्म को इन तीनों में से किसी के साथ भी फ्लोर पर नहीं ला पाए। जब तीन लोगों ने जंजीर को ठुकरा दिया तो एक दिन प्राण ने प्रकाश मेहरा को अमिताभ बच्चन को फिल्म में लेने की सलाह दी। प्रकाश मेहरा के मुताबिक, प्राण ने मुझसे कहा कि अमिताभ को 'बॉम्बे टू गोवा' में देखने के बाद मुझे लगता है कि वह फ्यूचर स्टार है। 

89

उपकार ने बदली प्राण की इमेज : 
एक इंटरव्यू में प्राण ने बताया था- फिल्म ‘उपकार’ से पहले सड़क पर मुझे लोग देख लेते तो ‘ओ बदमाश’, ‘ओ लफंगे’, ‘अरे गुंडे’ कहकर फब्तियां कसते थे। जब मैं परदे पर दिखता था तो बच्चे मां के पल्लू में मुंह छुपा लेते थे। फिर मनोज कुमार ने ‘उपकार’ में मेरी छवि बुरे आदमी से एक अच्छा आदमी की बना दी।

99

अपने मेकअप का बहुत ध्यान रखते थे प्राण : 
प्राण अपने मेकअप पर बहुत काम करते थे। वो अपने घर पर इसके लिए आर्टिस्ट रखते थे और वह वो स्केच बनाता था जैसा प्राण चाहते थे। उसके बाद मेकअप मैन और विग मेकर उस पर काम करते थे। प्राण अपने गेट अप्स, मेकअप और उच्चारण को लेकर हमेशा प्रयोग करते रहते थे। 2013 में मुंबई के लीलावती हॉस्पिटल में सांस लेने की समस्या के बाद 93 साल की आयु में निधन हुआ।

About the Author

AN
Asianet News Hindi
एशियानेट न्यूज़ हिंदी डेस्क भारतीय पत्रकारिता का एक विश्वसनीय नाम है, जो समय पर, सटीक और प्रभावशाली खबरें प्रदान करता है। हमारी टीम क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं पर गहरी पकड़ के साथ हर विषय पर प्रामाणिक जानकारी देने के लिए समर्पित है।

Latest Videos
Recommended Stories
Related Stories
Asianet
Follow us on
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • Download on Android
  • Download on IOS
  • About Website
  • Terms of Use
  • Privacy Policy
  • CSAM Policy
  • Complaint Redressal - Website
  • Compliance Report Digital
  • Investors
© Copyright 2025 Asianxt Digital Technologies Private Limited (Formerly known as Asianet News Media & Entertainment Private Limited) | All Rights Reserved