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- जब अमिताभ की इस हरकत से भड़के प्रिंसिपल ने बेंत से की उनकी पिटाई, बदले में बिग बी को कहनी पड़ी थी ये बात
जब अमिताभ की इस हरकत से भड़के प्रिंसिपल ने बेंत से की उनकी पिटाई, बदले में बिग बी को कहनी पड़ी थी ये बात
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बिग बी ने कहा- मैं बहुत डरपोक था। कई चीजें हम चोरी-छुपे करते थे और किसी को भनक तक नहीं लगती थी। एक बार मैं अपने दोस्तों के साथ घूम रहा था, तभी हमें एक सांप दिखा। सांप देखते ही हम सभी डरकर दूर भाग गए। तभी अचानक रोड साइट पर एक शिकारी दिखा। हमने उससे मदद मांगी और उसने उस सांप को मार दिया।
अमिताभ के मुताबिक, जब सांप मर गया तो उन्हें लगा कि ये तो बहुत बड़ी बात हो गई। इसलिए उन्होंने हॉकी में मरे हुए सांप को लपेट लिया और स्कूल के आसपास ये बताकर घुमाने लगे कि इसे उन्होंने ही मारा है। हालांकि अमिताभ के इस काम से स्कूल के प्रिंसिपल खुश होने के बजाया भड़क गए।
बिग के मुताबिक, हमारे स्कूल के प्रिंसिपल ब्रिटिशर थे। उनके लिए सच बात बहुत मायने रखती थी। उन्होंने मुझसे कहा- क्या आप जानते हैं कि आपने कुछ गलत किया है? मैंने कहा- जी हां सर। तब उन्होंने कहा- अब मैं सजा के तौर पर तुम्हे 6 बेंत मारने जा रहा हूं।
अमिताभ ने स्कूल में मिलने वाली सजा के बारे में बताते हुए कहा- स्कूल में एक गैरेज था, जिसमें तेल पिलाई हुई छड़ियां रखी रहती थीं। इसके बाद प्रिंसिपल ने उन्हें और उनके दोस्तों को एक ठेले पर झुकने को कहा और पीठ पर बेंत मारने शुरू कर दिए।
बिग बी ने बताया कि जब वो छड़ी पड़ती थी तो इतना दर्द होता था कि आह निकल जाती थी। हालांकि सजा के बाद वहां हमें खड़े होकर बोलना पड़ता था- थैंक यू सर।
बता दें कि अमिताभ कभी इंजीनियर बनना चाहते थे और इंडियन एयरफोर्स ज्वाइन करना चाहते थे। दिल्ली से पढ़ाई करने के बाद उन्होंने पहली नौकरी कोलकाता में एक शिपिंग फर्म में बतौर एग्जीक्यूटिव की। उनकी पहली सैलरी 500 रुपए थी।
अमिताभ की दूसरी नौकरी कोलकाता में ही ब्रोकर की थी। फिल्मों में जाने से पहले उनकी अंतिम सैलरी 1680 रुपए थी। कोलकाता में नौकरी के दौरान ही उन्होंने पहली कार खरीदी थी, जो सेकंड हैंड फिएट थी।
अमिताभ का असली सरनेम श्रीवास्तव है, लेकिन वो अपने पिता के उपनाम ‘बच्चन’ को सरनेम की तरह इस्तेमाल करते हैं। पिता हरिवंशराय बच्चन उनका नाम इंकलाब रखना चाहते थे, लेकिन बाद में कवि सुमित्रानंदन पंत की सलाह पर अमिताभ नाम रखा गया।