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- जब नशे में धुत्त धर्मेन्द्र ने अपने एक करीबी को सारी रात किया तंग, सामनेवाले की एक बात से बेहद खफा थे हीमैन
जब नशे में धुत्त धर्मेन्द्र ने अपने एक करीबी को सारी रात किया तंग, सामनेवाले की एक बात से बेहद खफा थे हीमैन
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दरअसल, शो में कपिल शर्मा ने धर्मेन्द्र से पूछा था- ''जब 'चुपके चुपके' में आपने एक ड्राइवर का रोल किया, तब ये बात सही थी कि आपको स्टोरी का पता नहीं था और आप सिर्फ डायरेक्टर के कहने पर चले गए।'' इस पर धर्मेन्द्र ने जवाब देते हुए कहा- ''ऋषि दा (ऋषिकेश मुखर्जी) आउटलाइन सुना देते थे और हमें पता चल जाता था कि इसमें क्या होगा।
धर्मेन्द्र ने आगे कहा- ऐसे ही उन्होंने मुझे एक कहानी सुनाई थी बेंगलुरू से फ्लाइट में आते हुए फिल्म 'आनंद' की। ऋषि दा ने कहा था कि ये करेंगे, वो करेंगे। बाद में पता लगा कि फिल्म राजेश खन्ना के साथ शुरू हो गई।
धर्मेन्द्र ने आगे कहा- ''इसके बाद मैं तो टिकाता हूं न। पीने के बाद मैंने फिर सारी रात ऋषि दा को सोने नहीं दिया। मैं इधर से फोन लगाता तो उधर से ऋषि दा कहते सो जा धरम। मैं उनसे पूछता कि जो कहानी मुझे सुनाई थी ऋषि दा कित्थे गई? मैं रातभर उन्हें फोन करके कहता रहा मेरी फिल्म उसे क्यों दी? दूसरी ओर ऋषि दा मुझसे मिन्नतें करते रहे कि धरम सो जा।
बता दें कि 1971 में रिलीज हुई फिल्म 'आनंद' में राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन मुख्य रोल में थे। इनके अलावा सुमिता सान्याल ने भी काम किया है। फिल्म बॉक्स ऑफिस में उस दौर में 1.7 करोड़ रुपए कमाने में कामयाब रही थी।
धर्मेन्द्र दिलीप कुमार के बड़े फैन हैं। उनके मुताबिक, “मैं पंजाब में दिलीप कुमार की फिल्में देख देख कर बड़ा हुआ हूं, फिल्म इंडस्ट्री मे आने के बाद मेरा सपना था कि मुझे दिलीप जी से मिलना है। मेरा वो सपना पूरा भी हुआ और मैं उसे कभी नहीं भूलूंगा।
धर्मेन्द्र के मुताबिक, एक रात उनके पाली हिल वाले बंगले पर बहुत ही ठंड थी। मैं कांप रहा था, दिलीप साहब ने मुझे पहचान लिया और उन्होंने घर के अंदर से एक शॉल लाकर मेरी पीठ पर डाली थी। आज भी वो शॉल मैने संभालकर रखी है उससे मेरी यादें जुड़ी हुई हैं।
फिल्म ‘शोले’ की जबरदस्त सफलता के बाद डायरेक्टर रमेश सिप्पी ने ‘शान’ की शुरुआत की। शुरु में अमिताभ बच्चन और परवीन बाबी के साथ धर्मेंद्र और हेमा मालिनी भी थी। फिल्म में हेमा मालिनी की आवाज में एक डायलॉग भी रिकॉर्ड हो गया था, मगर रमेश सिप्पी से विवाद होने के कारण धर्मेंद्र ने और फिर हेमा ने फिल्म छोड़ दी थी। इनके बाद शशि कपूर और बिंदिया गोस्वामी को कास्ट किया गया था।
धर्मेंद्र ने फिल्म शोले में 'वीरू' का किरदार निभाया था, लेकिन उससे पहले वो 'ठाकुर बलदेव सिंह' का रोल करना चाहते थे। 'ठाकुर बलदेव सिंह' का रोल संजीव कुमार ने निभाया था। लेकिन जब धर्मेंद्र को पता चला कि फिल्म के अंत में संजीव कुमार को लड़की का साथ मिल जाएगा तो उन्होंने अपना विचार बदल दिया था।
धर्मेंद्र का नाम कई हीरोइनों के साथ जुड़ा। एक वक्त था जब मीना कुमारी के साथ भी उनका नाम जोड़ा गया। लेकिन, शादीशुदा धर्मेंद्र का दिल आया ‘ड्रीम गर्ल’ हेमा मालिनी पर। रिपोर्ट्स के मुताबिक, धर्मेंद्र ने हेमा मालिनी को प्रपोज तो 1976 में ही कर दिया था, लेकिन ड्रीम गर्ल ने उस वक्त इसे स्वीकार नहीं किया था।
इसके बाद 1978 में हेमा मालिनी के पिता का निधन हो गया। हेमा उस वक्त बेहद तनाव से गुजर रही थीं। धर्मेंद्र तब ढाल बनकर उनके साथ खड़े रहे। उनके दुख को साझा किया। हेमा ने उनका प्यार स्वीकार किया और 1979 में दोनों ने शादी कर ली। इसके लिए धर्मेंद्र ने धर्म भी बदला। अपना नाम उन्होंने दिलावर कर लिया था।