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ससुराल से चुनाव लड़ सकती हैं साक्षी धोनी, इन क्रिकेटर्स ने भी मैदान के बाद आजमाया राजनीति में हाथ
स्पोर्ट्स डेस्क: अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास के बाद अब उनकी दूसरी पारी को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं। क्या माही राजनीति में एंट्री कर सकते हैं? ऐसा कहा जा रहा है कि बीजेपी धोनी की जगह उनकी पत्नी साक्षी को 2024 के लोकसभा चुनाव में टिकट दे सकती है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि रांची लोकसभा सीट से वो बीजेपी की कैंडिडेट बन सकती हैं। आपको बता दें कि भारतीय क्रिकेट के कई पूर्व खिलाड़ी और उनके परिवार के सदस्य राजनीति में सक्रिय हैं। यहां तक कि क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर भी राज्यसभा सांसद रह चुके हैं।
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खेल और राजनीति का गहरा संबंध रहा हैं। खेल से रिटायर होने के बाद कई सारे खिलाड़ी ऐसे हैं जिन्होंने राजनीति में कदम रखा है। हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले एमएस धोनी के भी राजनीति में जाने की संभावनाएं जताई जा रही है।
बता दें कि बीजेपी 2019 में भी झारखंड विधानसभा चुनाव के दौरान धोनी को अपना स्टार प्रचारक बनाना चाहती थी, लेकिन तब उन्होंने मना कर दिया था। अब संन्यास के बाद धोनी के भाजपा में शामिल होने की चर्चा एक बार भी फिर शुरू हो गई है।
सिर्फ धोनी ही नहीं बीजेपी उनकी पत्नी साक्षी सिंह धोनी को भी पार्टी में शामिल कराना चाहती है। यही नहीं 2024 में होने वाले आम लोकसभा चुनाव में साक्षी धोनी को रांची से टिकट पेश करने की भी अटकलें लगाई जा रही हैं।
धोनी के भाई नारेंद्र सिंह भी राजनीति में हैं। 2009 में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी का दामन थामकर राजनीति में प्रवेश किया पर वह भाजपा के साथ खुश नहीं थे इसलिए 4 साल बाद ही उन्होंने बीजेपी का साथ थोड़ दिया और समाजवादी पार्टी ज्वाइन की।
अगर धोनी या उनकी पत्नी राजनीति में आते हैं तो ये कोई नई बात नहीं होगी। इससे पहले भी कई सारे क्रिकेटर्स ऐसे हैं जो अपना क्रिकेट करियर खत्म होने के बाद राजनीति में आए है।
टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर भी संन्यास के बाद राजनीति में आए हैं। 2019 लोकसभा चुनाव में उन्होंने भाजपा के टिकट से चुनाव लड़ा और अब वह पूर्वी दिल्ली से सांसद हैं।
क्रिकेट के बाद नवजोत सिंह सिद्धू भी राजनीति के मैदान में उतरे और भाजपा के टिकट पर सांसद चुने गए। बाद में बीजेपी का दामन छोड़ उन्होंने कांग्रेस का हाथ थामा।
क्रिकेट का भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर भी राज्यसभा सांसद रह चुके हैं। साल 2012 में कांग्रेस ने उन्हें राज्यसभा सांसद बनाया था। हालांकि संसद में बेहद कम अटेंडेंस के कारण उनकी काफी आलोचना हुई थी।
दिवंगत क्रिकेटर चेतन चौहान भी भाजपा के टिकट पर सांसद चुने गए थे। वह उत्तर प्रदेश सरकार में खेल मंत्री भी थे। कोरोना के कारण हाल ही में उनका निधन हो गया है।
ऐसे ही कई सारे क्रिकेटर हैं जिन्होंने अपनी सेकेंड इनिंग में राजनीति में प्रवेश किया। अब देखना होगा कि महेंद्र सिंह धोनी आईपीएल 2020 के बाद क्या राजनीति में जाने का फैसला करते है?