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मोटेरा के इस स्टेडियम में फिसड्डी साबित हुए थे कप्तान कोहली, इस खिलाड़ी ने बनाई थी डबल सेंचुरी
स्पोर्ट्स डेस्क : भारत और इंग्लैड के बीच 4 टेस्ट मैचों की सीरीज का तीसरा मैच (IND vs ENG, 3rd Test) अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम (motera stadium) में खेला जाएगा। ये दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम है, क्योंकि इसमें सभी प्रकार की सुविधा होने के साथ ही दर्शकों की क्षमता 1 लाख 10 हजार है। मोटेरा एक ऐसा स्टेडियम में जहां कुछ खिलाड़ियों ने अपने करियर की शानदार पारियां खेली, लेकिन कप्तान कोहली के लिए ये मैदान इतना खास नहीं रहा है। उन्होंने इस मैदान पर केवल 33 रन बनाए थे। वहीं, सचिन तेंदुलकर समेत चेतेश्वर पुजारा ने इस मैदान पर डबल सेंचुरी लगाई थी। आइए आज आपको बताते हैं भारतीय खिलाड़ियों के लिए मोटेरा स्टेडियम अब तक कैसा रहा....
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अहमदाबाद के सरदार पटेल स्टेडियम (Sardar Patel Stadium) में पहला शानदार पल 7 मार्च 1987 को आया था, जब दिग्गज खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने पाकिस्तान के खिलाफ इसी मैदान पर 58रन बनाकर अपने करियर के 10 हजार रन पूरे किए थे। उनके 10 हजार रन पूरे होते ही सभी लोग उन्हें बधाई देने मैदान पर आ गए थे।
इस मैदान पर भारतीय टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव ने भी अपनी गेंदबाजी का जौहर दिखाया था। 8 फरवरी 1984 को कपिल देव ने श्रीलंका के हसन तिलकरत्ने का विकेट लिया था। इसके साथ ही वह उस समय न्यूजीलैंड के बॉलर रिचर्ड हेडली का रिकॉर्ड तोड़ा सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी बन गए थे। यह उनका 432वां टेस्ट विकेट था।
'क्रिकेट के भगवान' कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के लिए भी ये मैदान बहुत लकी रहा है। 30 अक्टूबर 1999 को न्यूजीलैंड के खिलाफ सचिन ने पहली बार 200 रन का आंकड़ा पार किया था और 217 बनाए थे। हालांकि ये मैच ड्रॉ हो गया था। अपने 200 टेस्ट मैच के करियर मे सचिन ने अबतक सबसे ज्यादा 15921 रन बनाए हैं। इस रिकॉर्ड को आजतक कोई नहीं तोड़ पाया है।
मोटेरा स्टेडियम 2009 में भी सचिन तेंदुलकर के लिए लकी साबित हुआ। इसी मैदान पर उन्होंने अपने करियर के 30 हजार रन पूरे किए थे। ये मैच श्रीलंका के खिलाफ खेला गया था, जिसमें सचिन ने ये कारनामा किया था, हालांकि ये मैच भी ड्रॉ रहा था।
सचिन के बाद टीम इंडिया के मिस्टर भरोसेमंद कहे जाने वाले चेतेश्वर पुजारा ने भी इस मैदान पर नाबाद 206 रनों की पारी खेली थी। यह टेस्ट मैच इंग्लैंड के खिलाफ खेला गया था, जिसमें पहली पारी में उन्होंने 206 और दूसरी पारी में 41 रन बनाए थे।
इस मैदान पर भारत को सबसे बड़ी जीत 2011 में मिली थी, जब वर्ल्ड कप के दौरान क्वार्टर फाइनल में भारत का सामना 3 बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया से हुआ था। भारत ने 11 साल बाद पहली बार ऑस्ट्रेलिया को नॉकआउट मैच में हराया था। इस मैच में युवराज सिंह नाबाद 57, सचिन तेंदुलकर 53और गौतम गंभीर 50 रन बनाए थे।
2012 में भारतीय टीम के फिरकी गेंदबाज आर अश्विन भी इंग्लैंड के खिलाफ इस मैदान पर खेलने के उतरे थे। टेस्ट मैच की पहली पारी में उन्होंने 3 और दूसरी पारी में 1 विकेट चटकाया था। वहीं, बल्ले से 23 रन बनाए थे।
हालांकि भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली के लिए ये मैदान काफी अनलकी साबित हुआ है। उन्होंने अबतक यहां केवल 1 ही मैच खेला है। जिसमें इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच की पहली पारी में 19 और दूसरी पारी में 14 रन बनाए थे।
अब देखना होगा कि 24 फरवरी से शुरू होने वाले भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरे टेस्ट मैच में कौन सा नया रिकॉर्ड भारतीय टीम बना पाती है। बता दें कि इस मैच में अगर इशांत शर्मा को मौका मिला तो वह 100 टेस्ट मैच खेलने वाले दूसरे भारतीय तेज गेंदबाज बन जाएंगे।
इसके साथ ही टीम के दिग्गज अजिंक्य रहाणे, रोहित शर्मा से लेकर शुभमन गिल और मोहम्मद सिराज तक पहली बार इस स्टेडियम में खेलने उतरेंगे। अभी तक सिर्फ 4 खिलाड़ी कोहली, इशांत शर्मा, अश्विन और पुजारा इस मैदान पर खेल चुके हैं।