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दोस्त की गाड़ी में लेता हूं लिफ्ट-सिर्फ पेंशन पर जिंदा हूं...बेहद बुरे हालात में है सचिन का ये जिगरी यार
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दरअसल, विनोद कांबली हाल ही में मुंबई की एक कॉफी शॉप के बाहर नजर आए। इस दौरान 50 साल के कांबली को पहचान पाना भी मुश्किल हो रहा था। कभी सचिन तेंडुलकर के जिगरी दोस्त रहे विनोद कांबली की ये हालत देख किसी को भी यकीन नहीं हो रहा है।
मिड-डे को दिए इंटरव्यू में कांबली ने कहा- क्रिकेट से रिटायर होने के बाद मेरी इनकम का जरिया सिर्फ बीसीसीआई की पेंशन है, जो 30 हजार रुपए है। इसके अलावा मेरे पास कोई काम नहीं है। मुझे काम की जरूरत है, ताकि मैं अपना और परिवार का पेट पाल सकूं।
आर्थिक तंगी से गुजर रहे विनोद कांबली की दाढ़ी पूरी तरह सफेद हो चुकी है। उनके गले में पहले की तरह अब न तो सोने की चेन है और ना ही हाथ में महंगा ब्रेसलेट। यहां तक कि उनके मोबाइल फोन की स्क्रीन भी टूट गई है।
कभी सचिन तेंडुलकर के जिगरी दोस्त रहे कांबली ने इंटरव्यू के दौरान उनका आने पर कहा- उसे सबकुछ पता है, लेकिन अब मैं उससे कोई उम्मीद नहीं रखता हूं। उन्होंने मेरी मदद की और मुझे TMGA (तेंडुलकर मिडलसेक्स ग्लोबल अकादमी) में काम भी दिलवाया। लेकिन वो मेरे घर से बहुत दूर है।
विनोद कांबली ने अपने हालात को लेकर बताया कि वो सुबह 4 बजे उठ जाते थे। इसके बाद डीवाई पाटिल स्टेडियम तक कैब से जाते थे। कई बार उन्हें दोस्त से लिफ्ट लेनी पड़ती थी। उसके बाद शाम को बीकेसी ग्राउंड में ट्रेनिंग देते थे। हालांकि, अब मैं बीसीसीआई की पेंशन पर जी रहा हूं। मुझे काम की जरूरत है।
बता दें कि इससे पहले 2009 में रियलिटी शो 'सच का सामना' में भी विनोद कांबली ने सचिन तेंडुलकर को लेकर कहा था कि वो चाहते तो बुरे दौर में मेरी मदद कर सकते थे लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया। हालांकि, विनोद कांबली के इस बयान के बाद भी सचिन ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी।
2019 में सचिन तेंडुलकर ने फ्रेंडशिप डे पर अपने बचपन के दोस्त विनोद कांबली के साथ एक फोटो शेयर की थी। इसमें उन्होंने बताया था कि ये उनके स्कूल टाइम की फोटो है। इसे शेयर करते हुए सचिन ने लिखा था- काम्बल्या, हमारे स्कूल दिनों का फोटो मिला। उस दौर की यादें ताजा हो गईं तो सोचा इसे शेयर किया जाए।
सचिन की इस फोटो पर जवाब देते हुए कांबली ने लिखा था- वाकई यादें ताजा हो गईं मास्टर! तुम्हें याद होगा एक बार हम बैटिंग कर रहे थे तभी एक पतंग उड़कर पिच पर आ गई थी। मैंने पतंग उठाई और उड़ाना शुरू कर दिया। तभी आचरेकर सर मेरी तरफ आ रहे थे और तुमने ये देख लिया था, लेकिन मुझे बताया नहीं। उसके बाद क्या हुआ, हम दोनों जानते हैं।
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