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fact check: झूठे दावों के साथ वायरल की जा रही राष्ट्रपति की फोटो, जानें क्या है सच
फैक्ट चेक डेस्क. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के उत्तर प्रदेश दौरे की एक तस्वीर को सोशल मीडिया में वायरल किया जा रहा है। इस तस्वीर में राष्ट्रपति प्लेन से उतरने के बाद नतमस्तक हो रहे हैं। तस्वीर में यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हैं। तस्वीर को शेयर करते हुए कुछ सोशल मीडिया यूजर्स कह रहे हैं कि एक दलित होने की वजह से रामनाथ कोविंद ने ऐसा किया है। आइए जानते हैं क्या है इस वायरल फोटो की सच्चाई।
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क्या हो रहा है वायरल
सोशल मीडिया में वायरल किया जा रहा है कि राष्ट्रपति इसलिए नतमस्तक हुए हैं क्योंकि वो दलित हैं और उनके सामने खड़े सीएम योगी आदित्यनाथ ऊंची जाति के हैं। सीएम और राज्यपाल के ऊंची जाति से आने के कारण राष्ट्रपति ने उन्हें इस तरह से झुककर नमन किया है। कई यूजर्स ने कमेंट करते हुए कहा कि राष्ट्रपति को अपने पद की मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए।
कमेंट कर रहे हैं लोग
इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर लोग अलग-अलग कैप्शन के साथ शेयर कर रहे हैं। एक फेसबुक यूजर ने लिखा कि "वैसे तो महामहिम के बारे में बोलना या कोई टीका टिप्पणी नही करनी चाहिये। पर गांव में दलितों को हमने ठाकुर साहब के सामने ऐसे ही झुककर जाते हुए देखा है। दलित सर्वोच्च पद पर बैठे तो उनको उच्च पद की मर्यादा बनाकर रखनी चाहिए। भाजपा संवैधानिक पदों का गलत इसतेमाल कर रही है ये साफ साफ दिख रहा है।
अपने गांव पहुंचे थे राष्ट्रपति
ये तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल हो रही है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद कानपुर देहात स्थित अपने गांव परौंख पहुंचे थे ये तस्वीर तभी की है। ये तस्वीर परौंख गांव के नजदीक बने हेलिपैड पर ली गई थी जहां कोविंद का स्वागत करने के लिए राज्यपाल और मुख्यमंत्री पहुंचे थे।
क्या है सच्चाई
वायरल हो रही तस्वीर पूरी तरह से गलत है। राष्ट्रपति के ट्विटर हैंडल से भी इस तस्वीर को शेयर किया गया था। ट्वीट में लिखा गया था कि कोविंद कानपुर देहात स्थित अपने गांव परौंख पहुंचे और अपनी जन्मभूमि की मिट्टी को छूकर नमन किया। अपनी गांव की जमीन पर पैर रखते ही कोविंद भावुक हो गए थे और इसे चूम लिया था।