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बिना वैक्सीन इंजेक्शन लगाने का वीडियो भारत का नहीं है, आप से बोला जा रहा बड़ा झूठ
कोरोना महामारी की दूसरी लहर में वैक्सीनेशन तेज करने के लिए सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। 1 मई से 18 साल से ऊपर से सभी लोगों को वैक्सीन लगेगी। लेकिन इस बीच सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि खाली सिरिंज के जरिए वैक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा है। यानी खाली सिरिंग के जरिए वैक्सीन लगाई जा रही है। हालांकि इस वायरल पोस्ट के साथ झूठ बोला जा रहा है।
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वायरल पोस्ट में क्या दावा है?
वायरल पोस्ट में किए गए दावे के मुताबिक, हॉस्पिटल में मरीजों को नकली वैक्सीन लगाई जा रही है और असली वैक्सीन ज्यादा दाम में बाजार में बेच दिया जा रहा है। वायरल वीडियो के कैप्शन में लिखा है, 'ध्यान से देखें ...वैक्सीन लगाए बिना इंजेक्शन निकाला जा रहा है। इसलिए सतर्क रहें। हॉस्पिटल में बड़ा रैकेट चलाया जा रहा है।
वायरल पोस्ट का सच?
वायरल वीडियो को मैक्सिको में राष्ट्रीय पॉलिटेक्निक संस्थान का है। खबर सामने आने के बाद हेल्थवर्कर को नौकरी से निकाल दिया गया था।
वीडियो से फोटो क्रॉप कर उसे रिवर्स इमेज सर्चिंग की गई तो कई और लिंक मिले। न्यूज वेबसाइट Aristegui Noticias में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, वीडियो मैक्सिकन इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल सिक्योरिटी (IMSS) का है।
IMSS ने भी इस घटना पर जानकारी दी है। उन्होंने लिखा कि मामला 3 अप्रैल का है। वीडियो में जो युवक दिख रहा है उसे बाद में वैक्सीन लगाई गई। स्पष्टीकरण में कहा गया कि वॉलेंटियर से गलती हुई थी।
निष्कर्ष
बिना वैक्सीन के इंजेक्शन लगाने का वीडियो भारत का नहीं बल्कि मैक्सिको का है। वीडियो को भारत के नाम पर गलत तरीके से वायरल किया जा रहा है।
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