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इन ट्रिक्स से उड़ाए फर्जी फोटो/खबर की धज्जियां, 2021 में FAKE NEWS नहीं बना पाएंगी बेवकूफ
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आइए अब हम समझते हैं कि कैसे आप फेक न्यूज़ को पहचान कर झूठी और सच्ची खबरों में फर्क कर सकते हैं। साथ ही कुछ ट्रिक्स और हैक्स का इस्तेमाल कर आप खुद फैक्ट चेक कर सकते हैं कि खबर सच है या झूठ। हम आपको कुछ आसान टिप्स बता रहे हैं-
फोटो पहचाने-
अगर आपके पास कोई खबर किसी तस्वीर के साथ आती है, तो सबसे पहले उस तस्वीर को ध्यान से देखें क्योंकि फेक न्यूज में तस्वीरों को क्रोप करके या फोटोशॉप के इस्तेमाल से एडिट किया जाता है। इन्हें गौर से देखने पर पहचाना जा सकता है। फोटो को गूगल रिवर्स सर्च इमेज करके उसकी सत्यता की जांच करें।
यूआरएल-
नकली लगने वाला या किसी और URL से मिलता-जुलता न्यूज URL हो, तो यह फर्जी खबर हो सकती है। बहुत सी फेक खबरों वाली वेबसाइट्स URL में थोड़े बदलाव करके असली खबरों के सोर्स की नकल करती हैं।
आकर्षक हैडलाइन-
ऐसी खबरों की हेडलाइंस बहुत अट्रैक्टिव होती हैं और इनके सारे अक्षर Caps यानी की बड़े होते हैं। इनमें कई बार विशेष चिन्ह जैसे "!" का भी इस्तेमाल किया जाता है। ऐसी हैडिंग पर यकीन करने की जगह आप गूगल के जरिए सही जानकारी ले सकते हैं। इससे भी फर्जी खबर की पहचान की जा सकती है। कोई सम्मानित मीडिया संस्थान ऐसा लेआउट इस्तेमाल नहीं करता।
सोर्स-
किसी खबर की असली-नकली पहचान करने का सबसे अच्छा तरीका होता है कि उसके सोर्स की जांच की जाए। किसी अनजान सोर्स से आई खबर पर यकीन करने की जगह उसकी जानकारी के लिए उनकी वेबसाइट के ‘About' सेक्शन पर जाएं। न्यूज की सच्चाई को जानने के लिए न्यूज राइटर के बताए गए सोर्स को देखें। अगर सोर्स मौजूद नहीं है या अनाम एक्सपर्ट के हवाले से खबर दी गई है, तो इसकी संभावना है कि ये खबर फेक हो सकती है। कई बार फेसबुक, ट्विटर आदि पर मनगढ़त कहानियां लिख दी जाती हैं जिससे लोग उनपर खबर बना देते हैं जो कि फेक न्यूज ही मानी जाती है।
गूगल रिवर्स सर्च
अगर कोई भी तस्वीर पर आपको शक होता है तो उसे गूगल रिवर्स सर्च की मदद से जांच सकते हैं। इसके लिए आप फोटो को फोन में सेव करें और गूगल पर इमेज सेक्शन में जाकर फोटो सेल्कट करके सर्च करें। तस्वीर से जुड़े रिजल्ट आपके सामने आ जाएंगे। फोटो सबसे पहले कहां इस्तेमाल हुई या किस जगह से ली गई है ये भी पता चल जाएगा।
फेक न्यूज़ फैलाने वाली वेबसाइटें
आजकल नकली समाचार वेबसाइटों की भरमार है। ऐसी वेबसाइटें केवल झूठी खबरें ही छापती हैं। यह छोटी-छोटी बातों को इतना बड़ा चढ़ाकर बताती हैं जो लोगों के मन में भ्रम की स्थिति पैदा कर देती हैं। या तो यह अनावश्यक रूप से किसी की बहुत ज्यादा तारीफ करती हैं या फिर किसी के बारे में अत्यधिक अपमानजनक लेख लिखती हैं। इनका उद्देश्य जनता में नफरत फैलाना होता है।
सबसे पहले जिस वेबसाइट पर आर्टिकल पढ़ रहे हैं उस वेबसाइट का नाम देखिए। अगर वह वेबसाइट किसी मुख्य समाचार पत्रों से जुड़ी नहीं है और उसका नाम कुछ फर्जी टाइप है तो तुरंत उसे पढ़ना बंद कर दें। झूठी खबरें छापने वाली वेबसाइटें होती हैं वह मुख्य वेबसाइट के नकली नामों का प्रयोग करती हैं। इसलिए फर्जी फेक न्यूज वेबसाइट्स से बचें।
वॉट्सऐप का फेक न्यूज फीचर
वर्तमान समय में Whatsapp के माध्यम से सबसे ज्यादा झूठी खबरें फैलाई जाती हैं। यह फेक न्यूज़ फैलाने वालों का पसंदीदा प्लेटफार्म है। पर व्हाट्सऐप पर आप फेक न्यूज और रियल न्यूज की पहचान कर सकते हैं। आप ना सिर्फ किसी न्यूज वेबसाइट की लिंक बल्कि फोटो, टेक्स्ट और वीडियो का भी वेरिफिकेशन कर सकते हैं।
व्हाट्सएप की इस सेवा के तहत आपको सबसे पहले +91-9643000888 नंबर को अपने कॉन्टैक्ट लिस्ट में जोड़ना होगा। व्हाट्सएप टेकप्वाइंट टिपलाइन के इस नंबर पर आप उस लिंक, वीडियो या फोटो को सेंड कर सकते हैं, जिसकी सत्यता की आप जांच कराना चाहते हैं। मैसेज सेंड करने के बाद व्हाट्सएप चेकप्वाइंट की ओर से आपको एक मैसेज आएगा, जिसमें आपसे कंफर्म करने के लिए कहा जाएगा। आपकी कंफर्मेशन मिलते ही व्हाट्सएप उस न्यूज की सत्यता की जांच करे आपको बता देगा।