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Fact Check. सोशल मीडिया का दावा डॉक्टर को 'कोरोना जिहादियों' ने मार डाला, जानें क्या है सच्चाई
| Published : Apr 10 2020, 02:57 PM IST / Updated: Apr 10 2020, 04:01 PM IST
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वायरल पोस्ट में हॉस्पिटल बेड पर लेटी एक महिला नज़र आ रही हैं | उनके शरीर में कई सारी ट्यूब्स लगीं हैं और माथे पर पट्टी बंधी हुई है। खून में लथपथ महिला की तस्वीरें शेयर की जा रही हैं। लोगों का कहना है कि उसकी मौत डॉक्टरों पर हुए हमले की वजह से हुई है।
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वायरल पोस्ट क्या है? इस पोस्ट के साथ एक कैप्शन है जो ये कहता है: मित्रों दुखद खबर डॉक्टर वंदना तिवारी जी कि मृत्यु हो गई | वह पिछले हफ्ते ही यूपी के एक गाँव में कोरोना टेस्ट के लिए गई थी? लेकिन जिहादीयों ने उन पर हमला करके गंभीर रूप से घायल कर दिया था ! लोगों के जीवन बचाने में जुटी एक योद्धा पिछले सात दिन से अपना जीवन बचाने के लिए मौत से लड़ रही थी पर वो हार गई!! भावपूर्ण श्रद्धाजंली |
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क्या दावा किया जा रहा है? लोगों ने दावा किया कि, आज डां वंदना तिवारी कि मृत्यु हो गई वह पिछले हफ्ते ही UP मे कोरोना टेस्ट के लिए गई थी इस्लामिक जिहादीयों ने उन पर हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था आज उनकी मौत हो गयी ऐसे कब तक चलेगा कितनी जाने जायेगी, ऐसे तो इन जिहादीयों के होसले और बढ़ रहे हैं। इस दावे के साथ लोगों ने फोटो शेयर कीं और इस मैसेज को वायरल करने की अपील की।
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सच्चाई क्या है? मध्यप्रदेश में इस महिला की मृत्यु ब्रेन हैमरेज से हुई है ना की किसी के हमला करने के कारण | महिला का नाम वंदना तिवारी है और वो डिस्ट्रिक्ट मेडिकल कॉलेज, शिवपुरी, मध्यप्रदेश में बतौर फ़ार्मासिस्ट काम करती थीं। तिवारी की मृत्यु मंगलवार, अप्रैल 7 को ग्वालियर के बिरला हॉस्पिटल में हुई थी। रिपोर्ट्स के अनुसार वंदना तिवारी के कोरोना वायरस के टेस्ट्स रिजल्ट्स नेगेटिव आये थे, मतलब वो कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं थीं। वहीं उनपर कोई हमला नहीं हुआ था। उनकी मौत का कारण ब्रेनहेमरेज था। मध्यप्रदेश सरकार के जनसम्पर्क डिपार्टमेंट के ऑफ़िशियल ट्विटर हैंडल ने भी इस घटना के बारे में ट्वीट किया था।
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ये निकला नतीजा वायरल पोस्ट को कई लोग इंदौर में हाल ही में हुए स्वास्थ्य कर्मियों की एक टीम पर हुए हमले से जोड़ कर देख रहे हैं। ये हमला दो अप्रैल को तब हुआ था जब ये पांच-सदस्यी टीम इंदौर के टाट पट्टी बाखल एरिया में कोरोनावायरस स्क्रीनिंग के लिए पहुंची थीं। इस महिला की मौत को लोग उत्तर प्रदेश का बता रहे हैं जबकि महिला की मौत एमपी में हुई है। फैक्ट चेकिंग में हमने इस पोस्ट और दावे दोनों को फर्जी पाया।