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नेहरू को नमन करते प्रधानमंत्री मोदी की फ़ोटोशॉप्ड तस्वीर वायरल, जानिए क्या है माजरा?
फैक्ट चेक डेस्क. pm modi bowing down to nehrus statue: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की मूर्ति के सामने सर झुका कर नमन करते हुए एक फ़ोटोशॉप्ड तस्वीर फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़र्ज़ी दावे के साथ वायरल हो रही है। यह फ़ोटोशॉप एक मीम बनाने वाले ट्विटर हैंडल ने किया है पर बाद में लोग इसे वास्तविक मानने लगे।
फैक्ट चेक में आइए जानते हैं कि आखिर सच क्या है?
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प्रधानमंत्री मोदी इस वायरल तस्वीर में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की मूर्ति को नमन करते दर्शाए गए हैं। स्वतंत्रता दिवस के बाद से सोशल मीडिया पर ये तस्वीर काफी शेयर की जा रही है।
वायरल पोस्ट क्या है?
तस्वीर के साथ कैप्शन में लिखा है '6 साल जिसे कोसने के बाद , खूब बुरा भला बोलने के बाद , उन्ही को नमन करना पड़े तो समझ जाओ की उनकी विचारधारा और सोच तुमसे कितनी महान होगी। ' यह फ़ोटोशॉप एक मीम बनाने वाले ट्विटर हैंडल ने किया है पर बाद में लोग इसे वास्तविक मानने लगे।
फेसबुक, ट्विटर सभी जगह लोग इस दावे को सच मानकर साझा कर रहे हैं। जबकि पीएम की इस तस्वीर के पीछे कुछ और ही कहानी है।
फैक्ट चेक
तस्वीर पर रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आधिकारिक फ़ेसबुक पेज पर 8 अगस्त की एक पोस्ट मिली जिसमें मोदी महात्मा गंधी की मूर्ति को प्रणाम करते नज़र आ रहे हैं। उन्होंने तस्वीर के साथ कैप्शन लिखा: "हाल ही में शुरू हुए राष्ट्रीय स्वछता केंद्र के कुछ दृश्य"
वास्तविक तस्वीर हाल में राष्ट्रीय स्वछता केंद्र, दिल्ली, के उद्घाटन के वक़्त ली गयी थी जो 8 अगस्त 2020 को हुआ था। इस तस्वीर को फ़ोटोशॉप कर जवाहरलाल नेहरू की मूर्ति को अलग से जोड़ा गया है।
इसके अलावा करीब से देखने पर वायरल तस्वीर के ऊपर एक ट्विटर हैंडल का वॉटरमार्क दिख रहा है। इसे हमनें जब ट्विटर पर खोजा तो 9 अगस्त को फ़ोटोशॉप कर बनायीं गयी यह तस्वीर मिली। यह ट्विटर हैंडल व्यंग और फ़ोटोशॉप्ड तस्वीरें बनाता है। प्रतीत होता है कि वायरल हो रही तस्वीर इस ट्विटर हैंडल से शुरू हुई है।
हमनें इसके बाद वायरल हो रही तस्वीर और वास्तविक तस्वीर की तुलना की और पाया कि वायरल तस्वीर फ़र्ज़ी है और बुरी तरह से फ़ोटोशॉप की गयी है। वास्तविक तस्वीर में महात्मा गाँधी की मूर्ति है जिसका कुछ भाग वायरल तस्वीर में भी दिख रहा है | इसके अलावा नरेंद्र मोदी के झुक कर प्रणाम करने की पोजीशन भी एकदम सामान है। महात्मा गाँधी की मूर्ति के पीछे एक कलाकृति दिख रही है जो वायरल फोटो में भी है। इस सारे संकेतों से पता चलता है कि वायरल फ़ोटो फ़र्ज़ी है।
ये निकला नतीजा
हमनें जब तस्वीर में दिख रही जवाहरलाल नेहरू के मूर्ति की खोज की तो पाया कि वास्तव में यह मूर्ति महाराष्ट्र के सोलापुर जिले में बर्शी इलाके में है। हमें यह तस्वीर स्टॉक फ़ोटो वेबसाइटों पर मिली। शटरस्टॉक और अलामी वेबसाइटों पर यह तस्वीर अपलोड की गयी थी।