- Home
- Fact Check News
- राम मंदिर का हेलिकॉप्टर शॉट डिजाइन वायरल...भव्यता देख लोगों ने जोड़े हाथ, पर असलियत कुछ और
राम मंदिर का हेलिकॉप्टर शॉट डिजाइन वायरल...भव्यता देख लोगों ने जोड़े हाथ, पर असलियत कुछ और
- FB
- TW
- Linkdin
अयोध्या में 5 अगस्त को राम मंदिर का शिलान्यास भूमि पूजन हो रहा है। इसके लिए भव्य कार्यक्रम की तैयारियां हैं। इसमें पीएम नरेंद्र मोदी के भी शामिल होने की चर्चा है। अमेरिका के टाइम्स स्क्वायर पर श्रीराम की तस्वीर प्रदर्शित किए जाने को भी लोग अचीवमेंट की तरह ले रहे हैं। राम मंदिर के नाम सोशल मीडिया पर सैकड़ों तस्वीरें और दावे वायरल हैं।
वायरल पोस्ट क्या है?
एक हिंदू ग्रुप में मनोज सैनी ने ये तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा, ऐसा होगा भव्य श्रीराम मंदिर, सभी हिंदू बोले जय श्रीराम। इसके बाद तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई।
इस फोटो को फेसबुक और ट्विटर पर बहुत लोगों ने शेयर किया है। फेसबुक पोस्ट पर खबर लिखे जाने तक तकरीबन 17 हजार लोग प्रतिक्रिया दे चुके थे। इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है।
फैक्ट चेक
जब हमने वायरल हो रही तस्वीर को रिवर्स सर्च किया, तो पाया कि इसे कई सोशल साइट्स में ‘स्वामीनारायण अक्षरधाम कॉम्प्लेक्स’ नाम के साथ शेयर किया गया है।
हमने जब गूगल मैप पर इस मंदिर का नाम सर्च किया, तो हमें वह फोटो (https://bit.ly/3hQsfh1) भी मिल गई, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। गूगल मैप पर इस फोटो को रोशन कुमार नाम के व्यक्ति ने जुलाई, 2019 में अपलोड किया था। इससे मिलती-जुलती फोटो हमें एक ट्रैवेल वेबसाइट पर भी मिली।
राम मंदिर का डिजाइन आर्किटेक्ट निखिल सोमपुरा ने बनाया है। यह मंदिर 161 फीट ऊंचा होगा और इसमें तीन मंजिलें होंगी। बनने के बाद यह कैसा दिखेगा, इसे लेकर बहुत सारी न्यूज रिपोर्ट आई हैं। ऐसी ही एक रिपोर्ट यहां देखी जा सकती है।
राम मंदिर फेक दावा 2
पिछले दिनों पश्चिम बंगाल में बन रहे ‘टेंपल ऑफ द वैदिक प्लेनेटेरियम’ की तस्वीरों को भी राम मंदिर का डिजाइन बताया जा रहा था। फेसबुक यूजर ‘Kailash Fogla’ ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा है, ”ARCHITECTURAL VIEW OF PROPOSED RAM MANDIR”
उस वक्त भी हमने इस दावे का खंडन किया था।
राम मंदिर फेक दावा 3
इन तस्वीरों को साझा कर सोशल मीडिया पर दावा किया गया था कि राम मंदिर भूमि पूजन के लिए अयोध्या में घरों की पुताई चल रही है औऱ सभी घर भगवा रंग से पोत दिए गए हैं। घरों पर भगवानों के चित्र भी छपाए जा रहे हैं जबकि फैक्ट चेक में सामने आया कि ये वायरल तस्वीरें अयोध्या की नहीं बल्कि प्रयागराज की हैं।
राम मंदिर फेक दावा 4
सोशल मीडिया पर एक म्यूजिक फेस्ट का वीडियो वायरल हुआ। इसे राम मंदिर निर्माण का बताकर शेयर किया जा जा रहा था जबकि असल में ये सिर्फ महाराष्ट्रियन सभ्यता दिखाने वाला वीडियो डांस वीडियो है।
ये निकला नतीजा
कुल मिलाकर यह बात साफ है कि वायरल हो रही फोटो अयोध्या के राम मंदिर की नहीं, बल्कि दिल्ली के स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर की है। राम मंदिर को लेकर बहुत सी अफवाहें वायरल हो रही हैं जिनपर भरोसा न करें।