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मंदिर भूमि पूजन पंडाल की भव्य सजावट के नाम ये वीडियो धड़ल्ले से हुआ वायरल, झांसे में न आएं और जानें सच
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सोशल मीडिया पर जितने लोग राम मंदिर को लेकर खुशी और उल्लास में हैं उसके साथ ही फर्जी तस्वीरों और फेक दावों की भी बाढ़ आ गई हैं। रोजाना कोई न कोई वीडियो तस्वीर राम मंदिर के नाम वायरल हो जाती है। अब राम मंदिर पंडाल के इस दावे की सच्चाई जानना जरूरी है।
वायरल पोस्ट क्या है?
वीडियो में एक धार्मिक स्थल पर सुनहरे रंग के साजो-सामान से सजावट होती दिख रही है। स्थल पर खूबसूरत लाइटिंग की गई है। दीवार और खंभे सोने की तरह चमक रहे हैं। स्थल पर हिंदू देवी-देवताओं की चमचमाती भव्य मूर्तियां भी देखी जा सकती हैं। दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन के लिए बने पंडाल की सजावट का वीडियो है।
फैक्ट चेक
वीडियो को जब हम गूगल पर रिवर्स सर्च इमेज से सर्च किया तो माजरा कुछ और ही निकला। ये वीडियो लगभग सात महीने पुराना है और हैदराबाद के जियागुड़ा स्थित श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर का है। राम मंदिर भूमि पूजन के नाम वीडियो को गलत दावे के साथ खूब शेयर किया जा रहा है।
खोजने पर हमें ये वीडियो यूट्यूब पर कई जगह मिला, जहां इसे हैदराबाद के श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर का बताया गया था।
कैसे की पड़ताल?
पड़ताल में हमें तिरुपति बंडारी नाम के एक ट्वीटर यूजर का ट्वीट भी मिला, जिसमें वीडियो से मिलती-जुलती कुछ तस्वीरें मौजूद थीं। ट्विटर यूजर ने ये तस्वीरों इसी साल जनवरी में ट्वीट की थीं और इन्हें श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर का बताया था। तिरुपति बंडारी के ट्विटर बायो के मुताबिक वे तेलंगाना सरकार के मंत्री केटी रामा राव के पर्सनल असिस्टेंट हैं।
मंदिर के एक पुजारी ने मीडिया से इन वायरल दावों को फर्जी बताया। उनका कहना था कि ये वीडियो रंगनाथ स्वामी मंदिर का है और हर साल वैकुंठ एकादशी पर मंदिर को ऐसे भव्य तरीके से सजाया जाता है। इस साल वैकुंठ एकादशी 6 जनवरी, 2020 को पड़ी थी।
ये निकला नतीजा
श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर 400 साल पुराना मंदिर है, जो हैदराबाद के जियागुड़ा में स्थित है। हालांकि, ये बात भी सच है कि भूमि पूजन के लिए अयोध्या को खूब सजाया जा रहा है, लेकिन वायरल वीडियो का अयोध्या या राम मंदिर से कोई लेना-देना नहीं है। वायरल वीडियो काफी पुराना और हैदराबाद का है। अयोध्या से आने वाली तस्वीरें अलग हैं।