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FAKE CHECK: मोदी सरकार रोज रात साढ़े 11 बजे से सुबह 6 बजे बंद करेगी WhatsApp ? जानें क्या है सच्चाई
फेक चेक डेस्क. बीते दिनों वॉट्सऐप और इंस्टाग्राम डाउन होने की खबरें चर्चा में रही थीं। इसके बाद से अब सोशल मीडिया पर एक मैसेज जमकर शेयर किया जा रहा है कि केंद्र सरकार इस मेसेजिंग एप्लीकेशन का उपयोग हर रोज़ रात को 11:30 से सुबह 6 बजे तक बंद कर रही है। इस संदेश में लोगों को चेतावनी दी गई है कि वे अन्य लोगों तक यह न्यूज शेयर करें, वरना उनके अकाउंट को 48 घंटो के भीतर “डिएक्टिवेट” कर दिया जायेगा। फेक चेक में आइए जानते हैं कि आखिर सच क्या है?
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वायरल पोस्ट क्या है?
एक लंबा-चौड़ा मैसेज वायरल है कि, केंद्र सरकार ने आदेश दिया है कि WhatsApp रोज रात 11:30से सुबह 6बजे तक बंद रहेगा। पीएम नरेंद्र मोदी का मैसेज है कि WhatsApp मैसेंजर पर हमारे यूज़र्स के नामों का अधिक उपयोग हुआ है। हम सभी यूज़र्स से अनुरोध करते हैं कि वो ये मैसेज अपने कॉन्टैक्ट लिस्ट में सभी को भेजें। अगर आप ये आगे फॉरवर्ड नहीं करते हैं, तो हम समझेंगे कि आपका अकाउंट निष्क्रिय है इसलिए इस अकाउंट को अगले 48 घंटों में डिलीट कर दिया जाएगा। इसे दोबारा चालू करना चाहेंगे, तो इसके लिए 499 रुपये आपको देने होंगे। इससे हम देखेंगे कि आप एक फ्रीक्येंट यूजर हैं और आपका लोगों नीले रंग का हो जाएगा और ये फ्री रहेगा। (WhatsApp के हर मैसेज के लिए 0.1€ चार्ज किया जाएगा। इस मैसेज को 10 लोगों को भेजें। जब आप ऐसा करेंगे तो लाइट ब्लू हो जाएगी, नहीं तो WhatsApp के लिए पैसे लगने शुरू हो जाएंगे। )
फेक चेक
दरअसल वॉट्सऐप ने या भारत सरकार ने ऐसी कोई जानकारी नहीं दी है। न ही पीएम मोदी वॉट्सऐप पर यूजर्स से पैसा वसूल रहे हैं। व्हाट्सअप के स्पोक्सपर्सन ने इस वायरल मैसेज को “अफवाह” बताया। इसके अलावा, व्हाट्सएप द्वारा अपने ब्लॉग पर नीतिगत बदलावों की घोषणा हमेशा की जाती है और इस तरह की कोई भी चेतावनी या संदेश व्हाट्सअप द्वारा जारी नहीं किया गया था।
ऐसी ही झूठी चेतावनी को इंटरनेट पर वर्ष 2015 से चलाया जा रहा है। इसके अलावा 2014 में इसी तरह के झूठे दावे दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में प्रसारित हुए थे और इनकी पड़ताल भी हुई थी।
फेसबुक और फेसबुक द्वारा संचालित अन्य एप्लीकेशन, व्हाट्सअप और इंस्टाग्राम वैश्विक तौर पर 9-10 घंटो के लिए बंद हुई थी। इसी गड़बड़ ने इन अफवाहों को प्रसारित किया। हालांकि, फेसबुक ने 4 जुलाई के शुरूआती घंटो में ट्वीट करके यह बताया कि इस मुद्दे को सुलझा लिया गया है।
ये निकला नतीजा
इस साल फरवरी महीने की शुरुआत में, व्हाट्सअप के नाम पर एक अन्य झूठा संदेश वायरल हुआ था, जिसमें यह दावा किया गया था कि सरकार और ISIS हैकर्स व्हाट्सअप की प्रोफाइल तस्वीरों का गलत इस्तेमाल कर सकते हैं। बहरहाल, पड़ताल में साफ है कि केंद्र सरकार वॉट्सऐप बंद करने या यूजर्स से पैसा वसूलने की कोई स्कीम नहीं लागू कर रही है। सोशल मीडिया पर वायरल दावे फर्जी और झूठे हैं।