जहर नहीं, फायदेमंद भी है मैदा, इस तरह खाएंगे तो बिल्कुल नहीं बढ़ेगा वजन
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सबसे पहले आपको बता दें कि मैदा गेहूं से ही बनता है। गेहूं को रिफाइंड कर उसका छिलका हटाकर मैदा बनाया जाता है, जिससे उसमें से फाइबर खत्म जाता है। फिर इसके बाद इसे benzoyl peroxide ब्लीच किया जाता है जिससे इसको सफेद रंग और टेक्सचर दिया जाता है।
रोज - रोज मैदा का सेवन करना जरुर हानिकारक हो सकता है। ये बहुत ही महीन होता है, जिससे ये पेट में चिपक जाता है। इस कारण मैदे से कई बीमारियां हो सकती हैं।
लेकिन अगर आप कम मात्रा में मैदा का इस्तेमाल करते हैं तो इससे होने वाले नुकसान से हम बच सकते है। हम आपको बताते हैं कुछ ऐसी ट्रिक्स (tricks ) जिससे मैदा खाकर भी आपके शरीर को नुकसान नहीं होगा।
मैदा इसलिए भी ज्यादा नुकसान करता है क्योंकि इससे बनने वाली ज्यादातर चीजों को डीप फ्राई (deep fry) किया जाता है। इसको तेल में तलने की बजाय अगर आप एयर-फ्राइंग (air fry), स्टीमिंग (steam) या बॉयल(boil) करेंगे तो ये नुकसान नहीं करेगा। उदाहरण के तौर पर तले हुए मोमोज की तुलना में स्टीम मोमोज ज्यादा फायदेमंद होते है।
जब भी आप मैदा की कोई डिश बनाए उसमें मैदे के साथ कोई हाई फाइबर (high fiber) आटा जैसे गेहूं, सूजी, बाजरा, ज्वार मिला सकते है। समोसे या कचोड़ी बनाते समय आप इसके आटे में अन्य कोई फाइबर युक्त आटा मिला दें, तो ये नुकसान नहीं करेगा।
बाहर के केक(cake), बिस्कुट(biscuit) और कुकी(cookie) खाने से बेहतर हैं कि आप घर में इन्हें बनाएं और शक्कर की मात्रा कम रखें। मैदा और चीनी एक साथ खाने से आपके शरीर पर बुरा प्रभाव पड़ता है। साथ ही केक या बिस्कुट बनाते समय मैदा के साथ कोई दूसरा आटा बराबर मात्रा में मिलकार बनाएं। जैसे आप ओट्स और मैदा मिलकार एक शानदार ओट्स केक बना सकते हैं।
याद रखें (बैलेंस इज द की फॉर गुड हेल्थ) खाने में संतुलन होना बहुत जरुरी है। यदि आप एक मील हैवी ले रहे हैं तो दूसरे मील को लाइट रखें। जैसे रविवार को ज्यादातर लोग फास्ट फूड खाते हैं, तो याद रखें कि सोमवार को सुबह आपको कुछ लाइट खाना और इसके साथ ही फल (fruits) जरुर खाना है।