- Home
- Lifestyle
- Health
- COVID-19 Pandemic: क्या आपको भी आते हैं डरावने सपने, इन 6 तरीकों को अपनाने से होगा फायदा
COVID-19 Pandemic: क्या आपको भी आते हैं डरावने सपने, इन 6 तरीकों को अपनाने से होगा फायदा
- FB
- TW
- Linkdin
नियमित एक्सरसाइज जरूरी
साइकोलॉजिस्ट्स का कहना है कि रात में अच्छी नींद के लिए नियमित एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी है। अगर आप सुबह एक्सरसाइज करते हैं और शाम को टहलते हैं तो इससे नींद अच्छी आती है। किसी वजह से अगर आप टहलने नहीं जा पाते हों, तब घर में ही चक्कर लगा सकते हैं। इससे नींद बेहतर आएगी। गाढ़ी नींद आने पर सपने नहीं आते।
(फाइल फोटो)
तनाव से बचें
ज्यादा तनाव रहने से भी नींद नहीं आती है। अगर नींद आए भी तो सपने आते हैं। डरावने सपने आने के बाद जब एक बार नींद टूट जाती है तो जल्दी दोबारा नहीं आती। इसलिए तनाव कम करने की कोशिश करनी होगी। तनाव कम करने के लिए म्यूजिक सुन सकते हैं या पंसदीदा कोई भी काम कर सकते हैं। अगर आपको पढ़ना अच्छा लगता हो तो कोई मनपसंद किताब पढ़ सकते हैं।
(फाइल फोटो)
मोबाइल फोन रख दें दूर
बहुत से लोगों की आदत होती है कि जब उन्हें नींद नहीं आती तो वे मोबाइल फोन पर बिजी हो जाते हैं। वे सोचते हैं कि नींद नहीं आने पर समय काटने का यह अच्छा तरीका है, लेकिन इससे उनकी परेशानी बढ़ने लगती है। मोबाइल फोन के संपर्क में बने रहने पर नींद कभी ठीक से नहीं आ सकती। मोबाइल फोन से निकलने वाली तरंगों से दिमाग शांत नहीं रह पाता। इसलिए सोने के समय से एक घंटा पहले मोबाइल फोन दूर रख दें।
(फाइल फोटो)
सोने-जागने का समय तय रखें
अपने सोने-जागने का समय तय रखें। निश्चित समय पर बिस्तर पर जाएं और सोने की कोशिश करें। अगर नींद नहीं आ रही हो तो भी किसी दूसरे काम में नहीं लगें। शांत लेटे रहें। हो सकता है, कुछ दिनों तक परेशानी हो, लेकिन फिर नींद एक निश्चित समय पर आने लगेगी। जागने और बिस्तर छोड़ने का समय भी तय रखें।
(फाइल फोटो)
सपनों का विश्लेषण करें
आपको अगर ज्यादा डरावने सपने आते हों तो यह देखें कि उनमें से क्या याद रह जाता है। उनका विश्लेषण करने की कोशिश करें। यह देखें कि क्या ये सपने आपकी जिंदगी की परिस्तिथियों से जुड़े हैं। अगर ऐसा है तो उन परिस्थितियों को समझने की कोशिश करें। जब आप खुद सपनों का विश्लेषण करने लगेंगे तो ऐसे सपने आने बंद हो जाएंगे।
(फाइल फोटो)
महौल को खुशनुमा बनाएं
मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि भले ही कितनी समस्याएं हों, माहौल को खुशनुमा बनाए रखने की कोशिश करें। पॉजिटिविटी बनाए रखने से कई समस्याओं का अपने आप निदान हो जाता है। कोविड महामारी के दौरान नेगेटिविटी ज्यादा बढ़ी है। इसके पीछे बड़ी वजह सोशल डिस्टेंसिंग भी है। लोगों को लगता है कि मुसीबत आने पर लोग उनकी मदद नहीं करेंगे। ऐसी फीलिंग्स से बाहर निकलना होगा। चिंता करने से बचें। इससे नुकसान के सिवा और कुछ भी नहीं हासिल हो सकता।
(फाइल फोटो)