जब भारत आकर इस बात से नाराज हो गए थे माराडोना, फुटबॉल के लिए कही थी ये बात
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1982 के विश्व कप फुटबॉल से चर्चा में मारोडोना पूरी दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलरों में से एक थे। इसके बाद 1986 में जब अर्जेंटीना ने वर्ल्डकप जीता तब माराडोना उस टीम के कैप्टन थे।
डिएगो माराडोना का जन्म 1960 में अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स के एक कस्बे में हुआ था। वह अपने 'हैंड ऑफ गॉड' गोल के कारण फेमस थे।
फुटबॉल के लिए माराडोना का प्यार किसी से छिपा नहीं है। इसकी बानगी एक बार उस वक्त देखने को मिली, जब वह 2012 में भारत आए थे।
इस दौरान केरल के कन्नूर में एक कार्यक्रम के दौरान माराडोना ने फुटबॉल के आकार का केक काटने से इनकार कर दिया था। ये उनका फुटबॉल के प्रति सम्मान था।
उनके साथ भारत के पूर्व कप्तान विजयन भी थे। उन्होंने कहा बताया था कि ‘कन्नूर में मैंने देखा कि माराडोना के लिए फुटबॉल के क्या मायने हैं। समारोह में मैदान के आकार का एक केक बनाया गया था जिसमें सबसे ऊपर फुटबॉल रखी थी। माराडोना ने जब इसे देखा तो उन्होंने केक काटने से इनकार कर दिया।’ विजयन ने कहा कि उस घटना सेपता चला कि फुटबॉल और मैदान की माराडोना के लिए क्या अहमियत है।
बता दें कि अर्जेंटीना के महान फुटबॉलर माराडोना अक्टूबर 2012 में एक निजी कार्यक्रम में दो दिन के लिए केरल आये थे। उन्हें लेकर लोगों में इस कदर दीवानगी थी कि कार्यक्रम से तीन दिन पहले ही स्टेडियम में लोगों का आना शुरू हो गया था।
माराडोना की मौत फुटबॉल जगत के लिए एक अपूर्णीय क्षति है। उनके फैंस के लिए यह यकीन करना मुश्किल है कि वह हमारे बीच नहीं रहे।