- Home
- States
- Madhya Pradesh
- महामारी में इस शख्स की दरियादिली को सलाम: पत्नी के गहने बेच बचा रहा मरीजों की जान, ऑटो को बनाया एंबुलेंस
महामारी में इस शख्स की दरियादिली को सलाम: पत्नी के गहने बेच बचा रहा मरीजों की जान, ऑटो को बनाया एंबुलेंस
भोपाल (Madhya Pradesh) । कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच जरूरतमंदों की मदद के लिए लोग खुलकर आगे आ रहे हैं। ऐसा करने वालों में ऑटो चालक जावेद भी हैं, जो कोरोना के पहले ऑटो चलाकर रोज 200-300 रुपए कमाते थे। लेकिन, इस समय वो गरीबों के मसीहा बन गए हैं। जी हां, जावेद इस संकट के समय में मरीजों की फ्री में अस्पताल पहुंचाते हैं। इसके लिए उन्होंने अपने ऑटो को एंबुलेंस में तब्दील कर दिया है, जिसके लिए उन्हें अपनी पत्नी के जेवर तक बेचने पड़ गए।

भोपाल में बाग फरहतवजा में रहने वाले जावेद इस समय गरीबों के लिए किसी फरिश्ता से कम नहीं हैं। जावेद ने बताते हैं कि उसने गरीब मरीजों की मदद के लिए अपने ऑटो को एम्बुलेंस में तब्दील कर दिया है।
जावेद अपने ऑटो में ऑक्सीजन सिलेंडर रखकर मरीजों को निःशुल्क सवारी के साथ ऑक्सीजन ऑटो में ही मुहैया करा रहे हैं। उन्होंने ऑटो में संक्रमण से बचने के लिए प्लास्टिक की शीड लगाई है। साथ ही सैनेटाजर का इंतजाम भी किया है।
जावेद बताते हैं कि ऑक्सीजन और ऑटो चलाने के लिए पैसे कम पड़ने पर उन्होंने अपनी पत्नी के जेवर तक बेच दिए। जिसमें पत्नी की भी सहमति थी।
जावेद का कहना है इस महामारी में लोगों की मदद करना ही सबसे बड़ी मानवता है। उन्होंने कहा कि मुझे उन मरीजों की सेवा करनी थी, जिन्हें एम्बुलेंस नसीब नहीं हो रही थी। यदि एम्बुलेंस मिल भी रही थी, तो उसे ले जाने के लिए पैसे नहीं थे।