- Home
- States
- Madhya Pradesh
- नहीं देखी होगी ऐसी शादी: खाकी वर्दी पहने लेडी SI बनी पंडित, मंत्र पढ़ दूल्हा दुल्हन के कराए 7 फेरे
नहीं देखी होगी ऐसी शादी: खाकी वर्दी पहने लेडी SI बनी पंडित, मंत्र पढ़ दूल्हा दुल्हन के कराए 7 फेरे
नरसिंहपुर,(मध्य प्रदेश). लॉकडाउन में पुलिस एक योद्धा की तरह मैदान में है, कोई दिन की तो कोई रात की ड्यूटी कर रहा है। कोरोना के खिलाफ जारी जंग में पुलिस सख्ती भरी ड्यूटी के साथ मानवता का फर्ज भी निभा रही है। हम आपको आज ऐसी ही एक महिला एसआई के बारे में बताने जा रहे हैं, जो खाकी वर्दी पहने हुए पंडित बन गई। जिसने बकायदा शादी के मंत्र पढ़कर दूल्हा-दुल्हन के साथ फेरे करवाए।
| Published : May 03 2020, 03:51 PM IST / Updated: May 03 2020, 04:41 PM IST
- FB
- TW
- Linkdin
दरअसल, यह अनोखी शादी मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले के झोंतेश्वर गांव में हुई। जब दूल्हा-दुल्हन के परिवार वालों को लॉकडाउन में कोई पंडित शादी कराने को नहीं मिला तो झोटेश्वर पुलिस चौकी में तैनात महिला एसआई अंजली अग्निहोत्री ने गूगल की मदद से मंत्र पढ़कर यह शादी कराई।
बता दें कि नरसिंहपुर जिले के श्रीनगर के रहने वाले लक्ष्मण चौधरी की शादी नरसिंहपुर के इटवारा बाजार की रहने वाली रितु चौधरी के साथ तय हुई थी। प्रशासन की अनुमति लेने के बाद झोतेश्वर पार्वती मंदिर में इस शादी समारोह रखा गया था।
इस शादी में दोनों परिवार के 8 लोग पहुंचे हुए थे, लेकिन विवाह कराने और मंत्र पढ़ने के लिए वहां कोई पंडित नहीं पहुचा था। जिसके चलते शादी की रस्में शुरू नहीं हो पा रही थीं। इसी वक्त ड्यूटी पर तैनात एसआई अंजली भ्रमण पर निकली तो वह मंदिर पहुंची। जहां उनको दुल्हा-दुल्हन दिखे, दोनों के परिजनों ने जब पंडित वाली समस्या बताई और उनसे मदद करने को कहा।
एसआई ने हवन वेदी की जगह एक घी का दीपक जलाकर दूल्हा-दुल्हन से साथ फेरे लगवा। इतना ही नहीं दोनों को सात वचनों के साथ-साथ पति-पत्नी के कानूनी जानकारी भी दी।
इतना ही नहीं दोनों परवार वाले शादी में लगने वाली बहुत सी सामग्री नहीं ला पाया था। जिसको एसआई ने अपने सिपाहियों से बाजार से बुलाकर सामान जुटाया। फिर अपने मोबाइल पर गूगल की मदद से विवाह की सारी विधि देखकर और मंत्र पढ़कर इस शादी को संपन्न कराया।
थाना प्रभारी अंजली अग्निहोत्री ने बताया- मैं गश्त पर निकली थी तभी मंदिर में दूल्हा और दल्हन के अलावा उनके साथ 8 सदस्य घरवाले मौजूद थे। उनके पास प्रशासन की अनुमित भी थी। लेकिन , मौके पर कोई पंडित नहीं था। उन्होंने मुझसे कहा आप खुद एक पंडित हैं तो क्यों ना आप ही मंत्र पढ़कर यह शादी कर दें। ऐसे में मैं उनकी बात नहीं टाल सकी और इस विवाह को कर दिया।
शादी में दोनों पक्ष सोशल डिस्टेंस बनाए रहे, साथ ही मास्क भी लगाया और 10 मिनट बाद हाथ सैनिटाइज करते रहे।