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MP में एक शख्स ने चोरी की 5 करोड़ की 44 कारें, वारदात को अंजाम ऐसे देता कि मालिक भी हो जाता कंफ्यूज
इंदौर (मध्य प्रदेश). अक्सर बाइक और कार चोरी की खबरें आती रहती हैं। लेकिन इंदौर पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है। जिनके कारनामों और चोरी करने के तरीके को जानकर हर कोई हैरान है। पुलिस ने आरोपियों गिरफ्तार करके इनके पास से 44 कारें जब्त की हैं। जिनकी कीमत 5 करोड़ से ज्यादा बताई जा रही है। आरोपी जिस तरीके से कार मालिकों को चूना लगाते थे, वह बेहद अनोखा था। पढ़िए ठगी का सबसे अनोखा तरीका...
| Published : Jun 26 2021, 03:41 PM IST
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दरअसल, यह भंडाफोड़ महू पुलिस ने शुक्रवार को किया है। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी पहले कार को किराए पर लेते थे। इसके बाद उनके फर्जी कागजात बनाकर उन्हें गिरवी रख पैसे से उधार लेते। इसके बाद गिरवी वाले पैसे को लेकर फरार हो जाते थे। इस तरह इन आरोपियों ने कई कारों का सौदा किया और फर्जी तरीके से करोड़ों कमाए।
इंदौर एसपी एसपी महेश चंद जैन ने बताया कि पुलिस को काफी दिनों से इस तरह की अलग-अलग थानों से शिकायतें मिल रहीं थीं। जिसके पुलिस ने इसके लिए एक स्पेशल टीम का गठन किया। अपने खबरी चारों तरफ बिखेर दिए और चारों आरोपियों को उनके घर से दबोच लिया। पुलिस ने जिनकी पहचान देवेंद्र ठाकुर (22 साल), श्यामसिंह सुनेर (21 साल), दीपक रघुवंशी (40 वर्ष) और रितेश वर्मा (21 वर्ष) में कर हिरासत में लिया है।
पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि वह इन कारों को मालिकों से टैक्सी के रूप में चलाने के लिए किराए पर लेते थे। जिसके बदले हम उनको 20 से 25 हजार रुपए देते थे। फिर एक दो माह बाद उनके फर्जी कागज बनाकर इन्हें अलग-अलग शहरों में गिरवी रख देते और पैसा लेकर भाग जाते। आरोपियों ने बताया कि इस दौरान उन्होंने धार, सीहोर, खरगोन, देवास समेत कई जिलों में इस तरीके से ठगी की है।
एक फरियादी ने बताया कि चारों आरोपी कार किराए पर लेते और इसका अनुबंध पत्र देवेंद्र सिह ठाकुर के नाम पर वाहन मालिक के साथ बनाते थे। पूछताछ में यह भी सामने आया है कि आरोपी देवेंद्र इंजीनियरिंग का छात्र रह चुका है। जब उसकी कहीं नौकरी नहीं लगी तो उसने यह रास्ता अपना लिया। क्योंकि उसके जल्द अमीर बनने का लालच लग चुका था। पहले उसने एक दो कार तो अकेले ही चुराईं, इसके बाद इस काम में अपने दोस्तों को भी शामिल कर लिया। किस कार को कहां से कैसे चुराना है, यह सारा माइंड आरपी देवेंद्र ही लगाता था। वह इस गैंग का मास्टरमाइंड है।