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BJP सांसद ने 9 महीने पहले मनाया अपना बर्थडे, तोहफे लिए-केक काटे..सच्चाई सामने आई तो नहीं दे पाए जवाब
इंदौर (मध्यप्रदेश). जनता की लोकप्रियता बटोरने के लिए नेता कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं। त्यौहार आते ही उनके बड़े-बड़े बैनर-पोस्टर लग जाते हैं। मध्य प्रदेश के इंदौर से एक ऐसा हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जिससे यहां से बीजेपी सांसद शंकर लालवानी सवालों के घेरे में आ गए हैं। उन्होंने महाशिवरात्रि पर अपना जन्मदिन मना लिया, जबकि सच्चाई यह है कि उनका बर्थडे 9 महीने बाद यानि अक्टूबर में आना है। आइए जानते हैं क्या है असली तारीख..
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दरअसल, एमपी कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने ट्वीट कर सांसद लालवानी पर कई तरह के सवाल उठाए और महाशिवरात्रि पर मनाए गए जन्मदिन को लेकर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि इंदौर के सांसद और मेरे मित्र शंकर लालवानी ने भगवान शंकर के नाम पर लोकप्रियता बटोरने के लिए अपना झूठा जन्मदिन बड़ी धूमधाम से मना लिया। अब कई लोग सांसद को लेकर कई तरह के कमेंट्स कर रहे हैं। किसी ने लिखा कि देश में सबसे ज्यादा पसंद किए गए इंदौर के सांसद शंकर लालवानी जी को ऐसा नहीं करना चाहिए था।
बता दें कि सरकारी कागजों में उनका जन्मदिन 16 अक्टूबर लिखा हुआ है। यहां तक कि लोकसभा की वेबसाइट पर भी उनका जन्म 16 अक्टूबर ही बताया गया है। लेकिन जब सियासी रंग चढ़ा तो लोग कहां चुप रहने वाले थे। कांग्रेस ने उनका पैन कार्ड जारी करते हुए लिखा देख लीजिए सांसद जी की असलियत।
वहीं लोगों का कहना है कि सांसद ने नाम के आगे 'शंकर' लगा है जिसकी वजह से उन्होंने शिवरात्रि पर बर्थडे मना लिया।
मामला सामने आने के बाद सांसद ने कहा कि तिथि के हिसाब से उनका जन्मदिन महाशिवरात्रि पर ही आता है। स्कूल के समय गलत रूप से तारीख लिखी गई थी और उसी के हिसाब से पेन कार्ड बना है। जब यूजर ने पूछा कि सांसद जी आप अपने कागजों में कोई सुधार क्यों नहीं करवा पाए तो वह इस बात जबाव नहीं दे पाए।
बताया जा रहा है कि सांसद ने अपना जन्मदिन नगरीय निकाय चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले ही महाशिवरात्रि को बड़े ही धूमधाम से मना लिया। शहर के अलग-अलग स्थानों पर सांसद ने केक काटा और जन्मदिन मनाया। इतना ही नहीं लोगों ने उन्हें तोहफे भी भेंट किए। कहीं उन्हें ड्रायफ्रूट से तोला गया तो कहीं उन्होंने बड़े आयोजन में जन्मदिन सेलिब्रेट किया।
कांग्रेस का कहना है कि सांसद और फर्जीवाडे़ का चोली दामन का साथ है।अभी पैन कार्ड में अलग जन्मतिथि है सरकारी कागजों मे अलग तारीख है और जन्मदिन अलग तारीख को मनाते हैं। इस मामले को चुनाव आयोग तक ले जाया जाएगा। साथ ही सांसद शंकर लालवानी सदस्यता खत्म करने की मांग की जाएगी।
इस पोस्टर पर आप देख सकते हैं कि उनके चाहने वालों ने किस तरह से भगवान शंकर की फोटो के साथ सांसद जी की तस्वीर लगाकर बधाई दी है। ऐसे कई पोस्टर-बैनर महाशिवरात्रि के मौके पर शहर में लगे हुए थे।