- Home
- States
- Madhya Pradesh
- चार्टड प्लेन से दिल्ली से भोपाल लाया गया शरद यादव का पार्थिव शरीर, पैतृक गांव में होगा अंतिम संस्कार
चार्टड प्लेन से दिल्ली से भोपाल लाया गया शरद यादव का पार्थिव शरीर, पैतृक गांव में होगा अंतिम संस्कार
- FB
- TW
- Linkdin
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, वे अचानक चले गए। मेरे तो वे पड़ोसी थे। मेरा गांव नर्मदा के इस पार था, उनका गांव नर्मदा के उस पार था। बचपन से प्रखर और जुझारू थे। अन्याय के खिलाफ लड़ने वाले शरद भाई छात्र जीवन में ही राष्ट्रीय राजनीति में छा गए थे। वे जेपी के आंदोलन के प्रमुख स्तंभ थे। वे जेल में रहते हुए चुनाव जीते। भारत की राजनीति पर छा गए। उन्होंने 80-90 के दशक में राष्ट्रीय राजनीति की दशा बदली। मंडल कमीशन लागू कराने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका थी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उनके पैतृक गांव में पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। सीएम ने कहा कि वे ऐसे नेता थे कि जो गलत होता था, उसका विरोध करते थे। उन्होंने नैतिकता की राजनीति की। जब इंदिरा जी ने इमरजेंसी लगाई और संसद का कार्यकाल 6 साल कर दिया था, तब शरद जी ने संसद से इस्तीफा देकर कहा था कि जनता ने हमें 5 साल के लिए चुना है, 6 साल के लिए नहीं।
दोपहर 12.54 बजे पार्थिव देह भोपाल से सड़क मार्ग के जरिए आंखमऊ के लिए टवेरा कार से रवाना हुई। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी आंखमऊ के लिए रवाना हुए। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, उनके बेटे जयवर्धन सिंह, समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रामायण सिंह पटेल ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की। कांग्रेस के सीनियर लीडर और विधायक पीसी शर्मा ने स्टेट हैंगर पर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा- वे एकमात्र हिंदुस्तान के ऐसे नेता हैं, जो तीन राज्यों के नेता रहे। मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार से सांसद बनकर आए।
इससे पूर्व दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शरद यादव के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे। उन्होंने परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी। गृह मंत्री ने शरद यादव के पार्थिव शरीर पर श्रद्धांजलि भी अर्पित किया।
दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी शरद यादव के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे। उन्होंने परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी। राहुल गांधी ने शरद यादव के पार्थिव शरीर पर श्रद्धांजलि भी अर्पित किया।