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ये है वो ड्राइवर,जिसकी वजह से 51 लोग मौत के मुंह में समा गए,रोते हुए सुनाई सीधी हादसे की पूरी कहानी
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एक खट की आवाज आई और नहर में घुस गई बस
ड्राइवर बालेंद्र विश्वकर्मा ने बताया कि वह सुबह 5 बजे सीधी से बस लेकर निकला था। करीब ढाई घंटे बाद वह रामपुर नैकिन इलाके के नहर से गुजर रहा था। तभी एक खट की आवाज आई और बस नहर में घुसती चली गई।
बाहर आते ही बस पकड़कर भाग गया था ड्राइवर
ड्राइवर बालेंद्र विश्वकर्मा के मुताबिक वह भी पानी में डूब रहा था, जिसे वहां के लोगों ने बचाया। बाहर आकर देखा तो बस पानी में डूब चुकी थी। कुछ देर वहां पर ठहरने के बाद वह वहां से भाग गया और एक बस पकड़कर सतना पहुंच गया। वहीं पुलिस ने उसे अरेस्ट किया।
नहीं दिखा सका लाइसेंस
बालेंद्र विश्वकर्मा पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसका ड्राइविंग लाइसेंस हादसे में बह गया जबकि दूसरा लाइसेंस रीवा में है, वही गाड़ी के दस्तावेज सतना में है। इसके बाद बालेंद्र के ड्राइविंग लाइसेंस और बस के डॉक्यूमेंट्स के लिए दो टीमें रीवा और सतना भेजी गई हैं पुलिस ड्राइवर से यह पता करने में जुटी है कि क्या वह पहले भी ओवरलोड कर बस चलाता था?
इस लड़की ने दिखाई थी बहादुरी
बताते चले कि हादसे की बाद वहां मौजूद शिवरानी नाम की लड़की ने बहादुरी दिखाई थी। मीडिया से बातचीत में बताया कि जब बस नहर में गिरी तब पास में ही थी। जैसे ही देखा कि बस नहर में गिरी है, वह जल्दी से नहर में कूदी और दो यात्रियों को बाहर निकाल लाई, जिससे दोनों की जान बच सकी।
सीएम ने कहा-प्रदेश को है बेटी पर गर्व
लड़की की इस बहादुरी पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी उसकी तारीफ की है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि ''परहित सरिस धर्म नहिं भाई, बेटी शिवरानी के साहस को प्रणाम करता हूं। मैं बेटी को धन्यवाद देता हूं। पूरे प्रदेश को आप पर गर्व है।
मरने वालों में 12 छात्र
मृतकों में 12 छात्र भी थे। ये सभी रेलवे की परीक्षा देने सतना जा रहे थे। हादसे की शिकार हुई बस सीधी से सतना जा रही थी। वहीं, हादसे के चार घंटे बाद क्रेन की मदद से बस को बाहर निकाला गया।
सीएम साहब.. सड़क बनवा दीजिए
बताते चले कि गुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह हादसे स्थल पर पहुंचे। इसके बाद हादसे के पीड़ित गुप्ता परिवार से मुलाकात की। सीएम ने संवेदना व्यक्त कर हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। इस पर परिवार ने कहा कि अगर सड़क जाम नहीं होती, तो हमारे बच्चे और पत्नी जिंदा होती, सड़क बनवा दीजिए
सीएम ने बताया क्यों नहीं आए कल
सीएम ने कहा कि बस हादसा बेहद दुखद है। मैं कल सीधी इसीलिए नहीं गया ताकि रेस्क्यू में कोई अड़चन ना आए, जो बेटे बेटियां हादसे में चले गए हैं,उन्हें लौटा के नहीं ला सकता, लेकिन उनके परिवारजनों की जिंदगी को कैसे आसान बना सकें उनके साथ में खड़ा हूं।
पीएम और सीएम ने की है आर्थिक मदद की घोषणा
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मृतकों के परिजनों को लेकर 2-2 लाख रुपए मुआवजे की घोषणा पीएम रिलीफ फंड से किया है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मृतक के परिजनों के लिए 5-5 लाख रुपए की मुआवजे की घोषणा की है। साथ ही गंभीर रूप से जख्मी लोगों को भी 50 हजार रुपए का मुआवजा दिया जाएगा।