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- जिसने ओलंपिक में किया कमाल, PM मोदी ने की तारीफ, अब परिवार गांव छोड़ने को मजबूर..पिता ने बताई ये वजह
जिसने ओलंपिक में किया कमाल, PM मोदी ने की तारीफ, अब परिवार गांव छोड़ने को मजबूर..पिता ने बताई ये वजह
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दरअसल. प्रवीण जाधव के माता-पिता महाराष्ट्र के सतारा जिले के सराडे गांव में रहते हैं। यहां उनका दो कमरों का छोटा घर है, अब वह नया घर बनाना चाहते हैं। लेकिन उनके पड़ोसी कंस्ट्रक्शन कराने में रोक लगा रहे हैं। वह उनके मकान को नहीं बनने दे रहे हैं। इसी बात से दुखी होकर जाधव के पिता रमेश जाधव ने प्रशासन के पास जाकर मदद की गुहार लगाई है। उनका कहना है कि यह विवाद नहीं थमा और मकान नहीं बनने दिया तो मजबूरन उन्हें यह गांव छोड़ना पड़ेगा।
बता दें कि जाधव के परिवार पहले एक झोपड़ी में रहता था। लेकिन उनके सेना में भर्ती होने के बाद उन्होंने दो कमरों का पक्का घर बनवा दिया था। जिसे अब वह बड़ा करनाा चाहते हैं। लेकिन उनके पड़ोस में रहने वाले पांच छह घर आए और जाधव के माता-पिता के साथ उनके चाचा-चाची को धमकी देने लगे। कहा-अगर तुमने यह मकान बनवाया तो ठीक नहीं होगा।
जाधव ने एक मीडिया चैनल से बात करत हुए कहा कि यह लोग पहले तो परेशान करते थे। इससे पहले भी उन्होंने विवाद किया तो हमने इन लोगों को अलग से रास्ता दे दिया। लेकिन अब वह सारी सीमाएं पार कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह जमीन उनकी है, इसलिए हम उस पर कोई निर्माण नहीं कर सकते हैं। जबकि हमारे पर अपने घर के सारे कागजात हैं। वह मेरी और परिवार की कामयाबी से जलते हैं। इसलिए आए दिन परेशान करते हैं।
बता दें कि टोक्यो ओलंपिक में प्रवीण जाधव ने अच्छा प्रदर्शन किया था। वह अपने सीनियर खिलाड़ी अतानु दास और तरुणदीप राय से भी आगे निकल गए थे। एकल मुकाबलों में प्रवीण जाधव दुनिया के नंबर एक तीरंदाज ब्रेडी एलिसन से दूसरे राउंड में हार गए थे। इसके बाद वह दीपिका कुमारी के साथ जोड़ी में खेले, लेकिन वह अंतिम 8 से बाहर हो गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टोक्यो जाने से पहले प्रवीण जाधव से बात की थी और उन्हें शुभमकानाएं दी थीं। इतना ही नहीं पीएम ने प्रवीण जिंदगी के संघर्षों को बताते हुए कहा कि आप अगर इस खिलाड़ी की जिंदगी के बार में जानेंगे तो हैरान रह जाएंगे और उनकी इस मेहनत और लगन को सलाम करेंगे। लेकिन अब वही खिलाड़ी मदद के लिए प्रशासन से गुहार लगा रहा है।