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पाकिस्तान चले जाओ, फ्यूचर काला कर दूंगा...मेरठ में PPS अधिकारी की ऐसी 6 बड़ी बातें जिनपर छिड़ी बहस
नई दिल्ली. सोशल मीडिया पर यूपी के मेरठ के एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे कुछ लोगों से कह रहे हैं कि खाओगे यहां का और गाओगे कहीं और का। इस दौरान उन लोगों से पाकिस्तान चले जाने की तक बात कही गई। 43 सेकंड के इस वीडियो को लेकर पूरे देश में बहस हो रही है। एसपी सिटी का जवाब है कि उस वक्त कुछ लोग पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। उपद्रव कर रहे थे। वीडियो 20 दिसंबर का है। ऐसे में बताते हैं उस वीडियो की खास बातें, जिसपर पूरे देश में बहस छिड़ी हुई है।
| Published : Dec 28 2019, 06:45 PM IST / Updated: Dec 28 2019, 09:25 PM IST
पाकिस्तान चले जाओ, फ्यूचर काला कर दूंगा...मेरठ में PPS अधिकारी की ऐसी 6 बड़ी बातें जिनपर छिड़ी बहस
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एसपी ने कहा, 'एक-एक घर के एक-एक आदमी को जेल में बंद करूंगा मैं'। 'जो काली पट्टी और पीली पट्टी बांध रहे हो, उनको कह दो पाकिस्तान चले जाएं'।
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यह वीडियो मेरठ का है। इसमें नजर आ रहे पुलिस अफसर अखिलेश नारायण सिंह मेरठ के एसपी हैं। इसमें वे कहते दिख रहे हैं कि खाओगे यहां का, गाओगे कहीं और का अगर कुछ हो गया तो तुम लोग कीमत चुकाओगे। हर एक आदमी को जेल में बंद करूंगा। इस दौरान वह पुलिस पर पथराव कर रहे लोगों का पीछा कर रहे थे।
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सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद एसपी का काफी विरोध भी हो रहा है। वीडियो पर मेरठ एसपी ने सफाई भी दी। उन्होंने कहा, पुलिस को देखकर कुछ लड़के पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने लगे और भागने लगे।
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उन्होंने कहा, 'फ्यूचर काला होने में लगेगा सेकंड भर, देश में नहीं रहने का मन है, चले जाओ भैया'।'खाओगे यहां, गाओगे कहीं और कहा, फोटो ले लिया हूं, बताऊंगा इनको'।
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एसपी ने बताया, मैंने उनसे कहा कि अगर तुम पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाओगे और भारत को इतना नफरत करोगे, हम पर पत्थर फेंकोगे तो पाकिस्तान चले जाओ। हम उन लोगों की पहचान कर रहे हैं।
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मेरठ एसपी के वायरल वीडियो पर एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा, 'पथराव किया जा रहा था, भारत-विरोधी और पड़ोसी देश के समर्थन में नारे लगाए जा रहे थे। स्थिति बहुत ही तनावपूर्ण थी। पीएफआई के पर्चे वितरित किए जा रहे थे। सभी अपीलों के बावजूद ये सब हो रहा था, धार्मिक नेता ने भी शांति अपील की।' एडीजी ने कहा, अगर स्थिति सामान्य होती तो शब्दों का चुनाव बेहतर हो सकता था, लेकिन उस दिन स्थिति बेहद खराब थी, हमारे अधिकारियों ने बहुत संयम दिखाया, पुलिस द्वारा कोई गोलीबारी नहीं की गई।