MalayalamNewsableKannadaKannadaPrabhaTeluguTamilBanglaHindiMarathiMyNation
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • ताज़ा खबर
  • राष्ट्रीय
  • वेब स्टोरी
  • राज्य
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • बिज़नेस
  • सरकारी योजनाएं
  • खेल
  • धर्म
  • ज्योतिष
  • फोटो
  • Home
  • National News
  • ईद पर गायों की बलि देने वालों को इस मुस्लिम लीडर ने किया Alert, जानिए क्या दिया तर्क

ईद पर गायों की बलि देने वालों को इस मुस्लिम लीडर ने किया Alert, जानिए क्या दिया तर्क

गुवाहाटी. प्रमुख इस्लामी संगठन जमीयत उलेमा( Jamiat Ulema, a key Islamic organisation) की असम इकाई ने मुसलमानों से ईद-उज-जुहा या बकरीद के अवसर पर गायों की बलि नहीं देने की अपील की है, ताकि हिंदुओं की धार्मिक भावनाएं आहत न हों। संगठन की राज्य इकाई के प्रमुख बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि चूंकि 'कुर्बानी' त्योहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, इसलिए गायों के अलावा अन्य जानवरों की बलि दी जा सकती है। पॉलिटिकल पार्टी AIUDF के प्रेसिडेंट और धुबरी से सांसद अजमल ने एक बयान में कहा, "हिंदू धर्म का सनातन धर्म गाय को अपनी मां के रूप में मानता है और उनकी पूजा करता है। हमें उनकी धार्मिक भावनाओं को आहत नहीं करना चाहिए।" अजमल ने कहा कि, इस्लामिक मदरसा दारुल उलूम देवबंद ने 2008 में एक सार्वजनिक अपील जारी की थी कि त्योहार के अवसर पर 'कुर्बानी' (बलिदान) के हिस्से के रूप में गाय की बलि न दी जाए। धुबरी के सांसद ने कहा, "मैं फिर से वही अपील दोहरा रहा हूं और अपने साथी विश्वासियों से एक वैकल्पिक जानवर की बलि देने का आग्रह कर रहा हूं, न कि गाय की, ताकि देश की बहुसंख्यक आबादी की धार्मिक भावना को ठेस न पहुंचे।" अजमल ने कहा कि ईद-उज-जुहा के दौरान ऊंट, बकरी, भैंस, भेड़ और अन्य जानवरों की बलि दी जा सकती है। बता दें कि ईद-उज-जुहा या 'बकरीद' 10 जुलाई को पड़ने की संभावना है। इधर, केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को निर्देश दिए हैं कि बकरीद पर लोग सार्वजनिक रूप से पशुओं की कुर्बानी न दें। जानिए कौन हैं हिंदुओं का फेवर कर रहे सांसद बदरुद्दीन...

2 Min read
Amitabh Budholiya
Published : Jul 04 2022, 12:34 PM IST| Updated : Jul 04 2022, 12:38 PM IST
Share this Photo Gallery
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Whatsapp
  • GNFollow Us
16

बदरुदीन अजमल का असम की पॉलिटिक्स में अच्छा दखल है। सेंट और परफ्यूम का बिजनेस करने वाले मौलाना अजमल कासमी 17वीं लोक सभा के सांसद हैं। वे 2019 में असम के धुबरी सीट से 'आल इंडिया यूनाईटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट' पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़कर निर्वाचित हुए थे। मौलाना अजमल सेंट-परफ्यूम का बिजनेस करते हैं। उनका कारोबार 50 से ज्यादा देशों में फैला हुआ है। माना जाता है कि उनकी पार्टी AIUDF का बंगाली मूल के मुस्लिमों पर गहरा प्रभाव है। 

26

कासमी लगातार तीन बार 2009, 2014 और 2019 लोक सभा चुनाव में जीत दर्ज कर चुके हैं। 12 फरवरी, 1950 को नगांव में जन्मे कासमी ने 'दारुल उलूम देवबंद' से पढ़ाई की। 

यह भी पढ़ें-'KAALI' के जरिये लीना मनिमेकलाई ने देवी-देवताओं का किया अपमान, यूजर ने कहा- शैतानी गिद्ध को गिरफ्तार करो
 

36

एक समय था, जब कांग्रेस सरकार ने इन्हें पहचानने से तक मना कर दिया था, लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को कासमी की पार्टी से गठबंधन करना पड़ा था।

इस तस्वीर में असम को प्राकृतिक आपदा से बचाने के लिए हजरत मौलाना बदरुद्दीन अजमल ने बहरामपुर बाबा के मंदिर में जाकर प्रार्थना की थी।

46

करीब 66 वर्षीय अजमल कासमी ने 2005 में आल इंडिया यूनाईटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट(AIUDF) की स्थापना की थी। उस समय 2006 में असम की तत्कालीन कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने अजमल को पहचानने से तक इनकार कर दिया था। 

यह भी पढ़ें-अल्लूरी सीताराम की 125वीं जयंती समारोह में बोले PM मोदी- स्वतंत्रता आंदोलन हमारी एकजुटता का प्रतीक
 

56

2016 में असम के विधानसभा चुनावों में AIUDF को 14 सीटें मिली थीं, जबकि कांग्रेस को 19 सीटें। हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव में AIUDF की सीटें 3 से घटकर एक रह गई थीं। यानी अजमल अपनी पार्टी के अकेले सांसद बचे हैं। 

66

यह तस्वीर पिछले दिनों की है। असम में आई बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद के लिए अजमल अपनी टीम के साथ नाव लेकर निकल पड़े थे।

About the Author

AB
Amitabh Budholiya
बीएससी (बायोलॉजी), पोस्ट ग्रेजुएशन हिंदी साहित्य, बीजेएमसी (जर्नलिज्म)। करीब 25 साल का लेखन और पत्रकारिता में अनुभव। एशियानेट हिंदी में जून, 2019 से कार्यरत। दैनिक भास्कर और उसके पहले दैनिक जागरण और अन्य अखबारों में सेवाएं। 5 किताबें प्रकाशित की हैं
Latest Videos
Recommended Stories
Recommended image1
Nitish Kumar Oath Ceremony: NDA में क्यों बढ़ी खींचतान? गृह मंत्रालय पर किसका दावा?
Recommended image2
कोलकाता फोन कॉल फ्रॉड: बुज़ुर्ग महिला से 78 लाख की ठगी-कैसे हुआ बड़ा स्कैम?
Recommended image3
शाहीन ने 19 महिलाओं को कैसे पढ़ाया जैश-ए-मोहम्मद का पाठ, अब सभी के फोन बंद
Recommended image4
PM मोदी की तारीफ पर कांग्रेस ने की शशि थरूर की आलोचना, बीजेपी ने दिया करारा जवाब
Recommended image5
बेंगलुरु के पॉश इलाके में दिनदहाड़े 7 करोड़ की लूट, गृह मंत्री ने कहा- चोरों का सुराग मिल गया है...
NEWS
Hindi NewsLatest News in HindiWorld News in HindiBreaking News in HindiTechnology News in HindiAuto News in HindiToday News in HindiNational News in Hindi
SPORTS
Sports News in HindiCricket News in Hindi
ENTERTAINMENT
Bollywood News in HindiEntertainment News in HindiTV News in HindiSouth Cinema NewsBhojpuri News
BUSINESS
Business News in HindiMoney News in Hindi
CAREER
Sarkari NaukriSarkari YojanaCareer News in Hindi
ASTROLOGY
Aaj Ka RashifalRashifal in HindiTarot Card ReadingNumerology in HindiReligion News in Hindi
STATES
Rajasthan News in HindiUP News in HindiUttarakhand News in HindiDelhi News in HindiMaharashtra News in HindiPunjab News in HindiMP News in HindiBihar News in HindiJharkhand News in HindiHaryana News in HindiChhattisgarh News in Hindi
Asianet
Follow us on
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • Download on Android
  • Download on IOS
  • About Website
  • Terms of Use
  • Privacy Policy
  • CSAM Policy
  • Complaint Redressal - Website
  • Compliance Report Digital
  • Investors
© Copyright 2025 Asianxt Digital Technologies Private Limited (Formerly known as Asianet News Media & Entertainment Private Limited) | All Rights Reserved