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200 रु. का मुर्गा 20 रु. में मिल रहा, व्यापारियों ने क्यों कहा- अभी तो ठीक है कुछ दिन में फ्री में बांटेंगे

नई दिल्ली. दिल्ली में बर्ड फ्लू का कहर बढ़ने के साथ ही शहर भर में पोल्ट्री मीट की बिक्री करने वाले दुकानदारों ने दावा किया है कि पिछले कुछ हफ्तों में बिक्री में काफी गिरावट आई है। एक दुकानदार ने कहा, पहले की तुलना में 20% कम चिकन बिक रहा है। मजबूरी ऐसी की चिकन के रेट कम करने पड़े रहे हैं। व्यापारियों को डर है कि यही हाल रहा तो कुछ ही दिनों में उन्हें फ्री में चिकन बांटना पड़ेगा।

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Asianet News Hindi
Published : Jan 09 2021, 11:36 AM IST| Updated : Jan 13 2021, 08:05 AM IST
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दिल्ली मीट मर्चेंट्स एसोसिएशन के महासचिव इरशाद कुरैशी ने कहा, बर्ड फ्लू की खबर के बाद ग्राहक घबराए हुए हैं। एहतियात के तौर पर वे चिकन नहीं खरीद रहे हैं। लेकिन हम कहना चाहते हैं कि अगर सही तरीके से चिकन पकाएंगे तो बर्ड फ्लू से कोई नुकसान नहीं है।
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इरशाद कुरैशी ने कहा, मुर्गी के दाम 200 रुपए से 150 रुपए प्रति किलोग्राम तक आ गए हैं। यह पोल्ट्री किसानों और दुकानदारों दोनों के लिए नुकसान दायक है।
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उन्होंने कहा कि बर्ड फ्लू के डर का असर उनके व्यापार पर पड़ा है। जबकि वे अभी COVID-19 महामारी से ही उभर रहे थे।
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व्यापारियों ने कहा, हम वापस कोरोना वाली पुरानी स्थिति में पहुंच सकते हैं, क्योंकि रेस्तरां अब ज्यादा मांस का ऑर्डर नहीं दे रहे हैं। शादियों में भी चिकन-मटन कम ही खाया जा रहा है। बर्ड फ्लू की खबर ने स्थिति को और भी बदतर बना दिया है।
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ग्राहकों को आश्वस्त करने के लिए कुरैशी ने कहा कि दिल्ली मीट मर्चेंट्स एसोसिएशन ने स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए अपने सभी 6,000 लाइसेंस प्राप्त सदस्य मांस के दुकानदारों को दिशानिर्देश दिए हैं।
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कुरैशी ने कहा, हमने अपने दुकानदारों को दुकान को साफ रखने, केवल आवश्यक मात्रा में मांस का स्टॉक करने, मक्खी के खतरे से निपटने का दिशानिर्देश जारी किया है।
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द्वारका में सरदारग मीट शॉप के रविंदर पाल सिंह ने कहा कि जब से दिल्ली में बर्ड फ्लू का डर शुरू हुआ है। हर दिन मंगलवार जैसा रह रहा है। बर्ड फ्लू की खबर का हमारी बिक्री पर भारी प्रभाव पड़ा है। हमने पिछले हफ्ते में चिकन नहीं बेचा। उन्होंने कहा, एनसीआर में उनके सभी 52 आउटलेट ऐसी ही मंदी का सामना कर रहे हैं।
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भारत चिकन इन के मालिक राहुल कश्यप ने कहा कि 31 दिसंबर को निरमान विहार में उनकी 15 साल पुरानी दुकान से चिकन की कीमतों में कमी देखी गई। नए साल की शुरुआत के बाद से लोगों ने चिकन खरीदना पूरी तरह से बंद कर दिया है। कश्यप ने कहा, बिक्री में कम से कम 90 प्रतिशत की गिरावट आई है। व्यापार बहुत खराब रहा है।
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दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने गुरुवार को कहा था कि दिल्ली में अभी तक बर्ड फ्लू के कोई मामले सामने नहीं आया हैं, लेकिन अधिकारियों ने किसी भी संक्रमण को रोकने के लिए पड़ोसी राज्यों से आने वाले मुर्गियों पर कड़ी नजर रखने को कहा है।
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केंद्र ने बुधवार को कहा था कि एवियन इन्फ्लूएंजा या बर्ड फ्लू का प्रकोप केरल, राजस्थान, मध्य प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में है। हरियाणा पंचकूला पोल्ट्री फार्मों में असामान्य मृत्यु दर के कारण हाई अलर्ट पर है।
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सिसोदिया ने गुरुवार को विकास विभाग के पशुपालन इकाई के अधिकारियों के साथ बैठक कर बर्ड फ्लू से बचाव के लिए दिल्ली सरकार की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने प्रमुख पक्षी स्थलों, विशेष रूप से पोल्ट्री बाजारों, जल निकायों, चिड़ियाघरों और अन्य संभावित केंद्रों पर पक्षियों पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए।
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डब्ल्यूएचओ का कहना है कि जब तक चिकन या अंडे को ठीक से तैयार और पकाया जाता है, तब तक यह खाने के लिए सुरक्षित है। WHO ने कहा, चिकन को अच्छे से पकाकर ही खाए। करीब 70 डिग्री सेल्सियस पर खाना पकाने पर वायरस खुब ब खुद मर जाते हैं। ऐसे में अच्छे से पका खाना बर्ड फ्लू में भी खाया जा सकता है।
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WHO का कहना है कि कसाईघरों में काम करने वाले और बीमार मुर्गियों के संपर्क में आने वाले इंसान में ही यह वायरस मिलता है। इनसे खुद को बचाने की कोशिश करें। बर्ड फ्लू का वायरस H5N1 गंभीर संक्रमण फैलाने के लिए जाना जाता है। यह पक्षियों में सांस से जुड़ी बीमारी की वजह बनता है। इसे एवियन इनफ्लुएंजा कहते हैं।
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