- Home
- National News
- 12 राज्यों के नेताओं को मिल सकती है मोदी कैबिनेट में जगह, यूपी पर फोकस, बिहार को लेकर सस्पेंस
12 राज्यों के नेताओं को मिल सकती है मोदी कैबिनेट में जगह, यूपी पर फोकस, बिहार को लेकर सस्पेंस
- FB
- TW
- Linkdin
कैबिनेट विस्तार क्यों
अभी 9 मंत्रियों के पास एक से ज्यादा विभाग हैं। प्रकाश जावड़ेकर, पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, नितिन गडकरी और डॉ. हर्षवर्धन समेत कई मंत्रियों के पास एक से ज्यादा विभागों की जिम्मेदारी है। इसे देखते हुए विस्तार किया जा सकता है। वहीं, अगल साल यूपी, उत्तराखंड और पंजाब समेत कई राज्यों में विधानसभा के चुनाव हैं ऐसे में इन क्षेत्रों को प्रतिनिधित्व मिल सकता है।
मध्यप्रदेश से ज्योतिरादित्य सिंधिया
मध्यप्रदेश से ज्योतिरादित्य सिंधिया को मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के कारण भाजपा की मध्यप्रदेश के सत्ता में वापसी हुई थी। उपचुनाव में भी भाजपा ने जीत दर्ज की थी। सिंधिया अभी राज्यसभा सांसद हैं।
उत्तराखंड से दो नामों पर चर्चा
उत्तराखंड में अगले साल विधानसभा के चुना होने हैं। भाजपा ने हाल ही में यहां मुख्यमंत्री बदल दिया है। अब मोदी कैबिनेट में अजय भट्ट या अनिल बलूनी को शामिल किया जा सकता है।
बिहार से कई नामों पर अटकलें
बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को मोदी कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है। अभी वो राज्यसभा सांसद हैं। वहीं, दूसरी तरफ जातिगत समीकरण और गठबंधन को देखते हुए नीतीश कुमार की पार्टी के कुछ नेताओं को जगह मिल सकती है हालांकि अभी तय नहीं है कि जेडीयू के कितने नेता मंत्री बन सकते हैं।
यूपी पर फोकस
उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा के उपचुनाव हैं ऐसे में पार्टी का फोकस यहां कई समीकरणों पर होगा। माना जा रहा है कि मोदी कैबिनेट में सबसे ज्यादा मंत्री यूपी के ही शामिल हो सकते हैं। विधानसभा चुनाव को देखते हुए वरुण गांधी, रामशंकर कठेरिया, अनिल जैन, रीता बहुगुणा जोशी, जफर इस्लाम और अपना दल की अनुप्रिया पटेल को दूसरे विस्तार में जगह मिल सकती है।
चिराग पर सस्पेंस
खुद को पीएम मोदी का हनुमान बताने वाले चिराग पासवान को लेकर अभी तक स्थिति साफ नहीं है। एलजेपी की जारी लड़ाई को लेकर अभी तक यह नहीं कहा जा सकता है कि उन्हें कैबिनेट में जगह मिलेगी या नहीं। पार्टी के पांच सांसद चिराग पासवान के चाचा पशुपति के साथ हैं।
इन नामों पर भी चर्चा
इसके अलावा महाराष्ट्र से नारायण राणे, देवेन्द्र फडनवीस, पूनम महाजन, प्रीतम मुंडे या हिना गावित का नाम चर्चा में है। कर्नाटक से प्रताप सिन्हा, पश्चिम बंगाल से जगन्नाथ सरकार और शांतनु ठाकुर। हरियाणा से बृजेंद्र सिंह, राजस्थान से राहुल कासवान, असम से सर्बानंद सोनोवाल, दिल्ली से परवेश वर्मा या मीनाक्षी लेखी, ओडिशा से अश्विनी वैष्णव को शामिल किया जा सकता है।