- Home
- National News
- कुछ आधे जले थे, कुछ की बॉडी काली पड़ी थी, 1-3 महीने के 10 मासूमों के जिंदा जलने की कहानी डराने वाली है
कुछ आधे जले थे, कुछ की बॉडी काली पड़ी थी, 1-3 महीने के 10 मासूमों के जिंदा जलने की कहानी डराने वाली है
| Published : Jan 09 2021, 12:29 PM IST / Updated: Jan 09 2021, 01:01 PM IST
कुछ आधे जले थे, कुछ की बॉडी काली पड़ी थी, 1-3 महीने के 10 मासूमों के जिंदा जलने की कहानी डराने वाली है
Share this Photo Gallery
- FB
- TW
- Linkdin
19
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने हादसे पर दुख जाहिर किया। हादसे में जान गंवाने वाले बच्चों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा देने का एलान किया।
29
हॉस्पिटल के एक स्टाफ ने बताया कि रात को पौन दे बजे फोन आया कि बच्चों के वार्ड में आग लग गई है। रूम में 11 बच्चे थे।
39
फोन करने वाले शख्स ने बताया कि बच्चों के कमरे में काला धुंआ भर गया है। अंदर मुझे कुछ दिख नहीं रहा है। मैंने दूसरे गार्ड को बुलाया, लेकिन वे भी कुछ नहीं कर सकें।
49
हॉस्पिटल स्टाफ ने बताया कि हम तुरन्त छठवें और सांतवें फ्लोर को खाली करवाने लगे। हम फायर ब्रिगेड की गाड़ी से बालकनी में चढ़े और दरवाजा तोड़ दिया। खिलड़ियां भी तोड़ दीं।
59
स्टाफ ने बताया कि खिड़की और दरवाजे तोड़कर हम अंदर गए तो देखा कि आधे बच्चे जल गए थे। कुछ बेसुध थे। हम लोगों ने बच्चों को बाहर निकाला। इस तरह से साढ़े तीन बज गए।
69
ड्यूटी पर तैनात नर्स को पहले एहसास हुआ कि बच्चों के आईसीयू से धुआं आ रहा है। यह जानकारी मिलते ही सब लोग आईसीयू की तरफ दौड़े। अंदर देखा तो धुआं ही धुआं था। नर्सों को भी सांस लेने में दिक्कत हो रही थी।
79
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ स्टाफ ने कहा कि वार्ड में मौजूद बच्चों का शरीर काला पड़ चुका था। यानी आग लगने के काफी देर बाद स्टाफ अंदर पहुंच सका।
89
ड्यूटी पर मौजूद नर्स ने कहा- रात 2 बजे सिक न्यूबोर्न केयर यूनिट का दरवाजा खोला गया तो वहां धुआं था। साफ है कि वहां कोई स्टाफ नहीं था।
99
पीएम ने कहा- महाराष्ट्र के भंडारा में दिल दहला देने वाली त्रासदी है, जहां हमने कीमती युवा जीवन को खो दिया। मेरे विचार सभी शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। मुझे उम्मीद है कि घायल जल्द से जल्द ठीक हो जाएंगे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, महाराष्ट्र के भंडारा जिला अस्पताल में लगी आग दुर्घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। भगवान उन्हें इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति दे।