जान लें कैसा सैनिटाइजर इस्तेमाल करना चाहिए, सावधानी नहीं बरती तो हो सकते हैं बीमार
नई दिल्ली. कोरोना वायरस से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और सैनिटाइजर सबसे बड़ा हथियार माना जा रहा है। लेकिन क्या आपको पता है कि हैंड सैनिटाइजर खरीदते वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? जानिए कि फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA)किस तरह के हैंड सैनिटाइजर को बेहतर मानता है। साथ ही यह भी किस तरह का हैंड सैनिटाइजर खरीदने से बचना चाहिए।
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देश में लगातार छठे दिन कोरोना वायरस के 20 हजार से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं। अमेरिका और ब्राजील के बाद एक दिन में सबसे ज्यादा मामले भारत में आ रहे हैं।
सबसे पहली बात की एक अच्छे और प्रभावी सैनिटाइजर में 70 से 80 प्रतिशत तक एल्कोहॉल होना चाहिए।
एफडीए के अनुसार, ऐसा सैनिटाइजर खरीदने से बचना चाहिए, जिसमें मेथनॉल हो। मेथनॉल ऐसा रासायनिक तत्व है जो टॉक्सिक होता है। यह शरीर को हानि पहुंचानेवाले विषैले तत्वों से युक्त होता है।
एफडीए के अनुसार, मेथनॉल वाले सैनिटाइजर के इस्तेमाल से कई लोग बीमार हो गए। उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराना पड़ा।
सैनिटाइजर में मेथनॉल होने पर मितली आना, लगातार सिर दर्द रहना, आंखों के आगे अंधेरा छाने जैसी दिक्कतें आ सकती हैं।
मेथनॉल वाले सैनिटाइजर के इस्तेमाल से कमजोरी महसूस होना और भूख ना लगना या बहुत कम भूख लगने जैसी दिक्कत आती है।