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लॉकडाउन की उड़ी धज्जियां,घर लौटने के लिए कोटा बस स्टैंड पर इकट्ठा हुए छात्र; बोले- घर जाने का उत्साह
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कोटा में रह रहे छात्रों ने घर जाने के लिए कैंपन चलाया था। जिसके बाद गुरुवार को यूपी सरकार ने छात्रों को वापस लाने के लिए इंतजाम शुरू कर दिए। जिसके बाद छात्रों को लाने के लिए शुक्रवार को बसें भेजी गईं। इस दौरान प्रशासन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाने में नाकाम साबित हुआ।
कोटा में पढ़ाई कर रहे यूपी के इन छात्रों को एक दिन पहले ही बता दिया गया था कि आपको लेने यूपी से बसें आएंगी। अपना सामान तैयार रखें।
'घर जाने की खुशी है, लेकिन थोड़ा नर्वस हूं'
बस स्टैंड पर घर जाने को तैयार बैठे छात्रों ने बताया कि उनको 16 अप्रैल की शाम कोचिंग से मैसेज आया कि आप अपना बैग तैयार रखिए। कल आपको घर ले जाने के लिए बसें आ रही हैं।
इससे छात्रों में उत्साह तो था ही, लेकिन हॉस्टल से निकलने के बाद वे नर्वस भी हो रहे हैं। उन्हें कोरोना संक्रमित होने का डर सता रहा है। कारण कि उनका घर बहुत दूर है।
छात्रों ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान बस यूं ही टाइम कट रहा था। पढ़ाई नहीं हो पा रही थी। दोस्त भी सब अंदर से घबराए हुए थे कि कहीं कोई संक्रमित ना हो जाए। इस दौरान मम्मी-पापा से रोजाना आठ-दस बार बात होती थी। वे कहते थे कि जब मन में आए, तभी बात कर लेना।
यूपी रोडवेज की 252 बसें देर शाम तक कोटा पहुंची। यहां उन्हें सैनिटाइज किया गया। यूपी जाने वाले छात्रों की स्क्रीनिंग हुई। फिर वे रवाना हुए।
कई छात्रों ने कहा कि घर जाना अच्छा लग रहा है क्योंकि, हॉस्टल में थोड़ी दिक्कत रहती थी। यहां लॉकडाउन के दौरान खाना बाहर से आता था। इसलिए डर था कि कहीं संक्रमण ना हो जाए।
शुक्रवार को 102 बसें झांसी और 150 बसें आगरा से रवाना हुईं। शुक्रवार देर रात ये बच्चे बसों से यूपी के लिए रवाना हो गए।
राजस्थान के कोटा में विभिन्न कोचिंग इंस्टीट्यूट व कालेजों में पढ़ रहे प्रदेश के लगभग 8 हजार छात्रों को वापस उनके घर लाने के लिए CM योगी ने 300 बसें राजस्थान भेजी है।
यहां पढ़ने वाले कुछ छात्रों ने वीडियो जारी कर अपनी व्यथा सरकार तक पहुंचाई थी और वापस घर पहुंचाने की मांग की थी। जिसके बाद CM एक्शन में आए और अधिकारियों के साथ बैठक की।
शनिवार को छात्रों को लेकर ये बसें वापस आएंगी जहां इन छात्रों की फिर से स्क्रीनिंग कराई जाएगी। अपने गृह जनपद आने के बाद भी छात्रों के मेडिकल परीक्षण के बाद इन्हे इनके परिवारीजनों के सुपुर्द किया जाएगा।