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ऐसा दिखता है भारत का अनूठा प्रधानमंत्री म्यूजियम, PM मोदी ने एक-एक चीज ध्यान से देखी, आप भी देखें खास Pics
नई दिल्ली. देश के लोकतांत्रिक इतिहास के बारे में अगर आप जानने के इच्छुक हैं, अब तक प्रधानमंत्रियों के विजन और देश के सर्वांगीण विकास में उनके योगदान को देखना चाहते हैं, तो जब भी दिल्ली आए, तो एक बार प्रधानमंत्री संग्रहालय की विजिट अवश्य करें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) ने 14 अप्रैल को प्रधानमंत्री संग्रहालय (Prime Minister Museum) का उद्घाटन किया। यह आयोजन आजादी का अमृत महोत्सव(azadi ka amrit mahotsav) के दौरान किया गया। सरकार का दावा है कि यह म्यूजियम देश के सभी प्रधानमंत्रियों के बारे में लोगों के बीच जागरुकता लाएगा। ऐसा म्यूजियम देश में पहली बार बना है। PM मोदी ने संग्रहालय का विजिट किया और एक-एक चीज बड़े गौर से देखी। आप भी देखिए कुछ खास फोटोज...
| Published : Apr 14 2022, 03:54 PM IST / Updated: Apr 14 2022, 03:56 PM IST
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प्रधानमंत्री संग्रहालय में 43 गैलरी हैं। इनके जरिये स्वतंत्रता संग्राम के प्रदर्शन से शुरू होकर संविधान के निर्माण तक की कहानियां प्रदर्शित की गई हैं।
प्रधानमंत्री संग्रहालय में दिखाया गया है कि कैसे देश के प्रधानमंत्रियों ने विभिन्न चुनौतियों के बावजूद देश को नई राह दी, सर्वांगीण प्रगति की दिशा में काम किया।
प्रधानमंत्री संग्रहालय को तैयार करने पुराने और नए के संग्रहालय ब्लॉक I के रूप में पहचाने जाने वाले तत्कालीन तीन मूर्ति भवन को ब्लॉक II के रूप में पहचान रखने वाले नवनिर्मित भवन के साथ जोड़ा गया है। दोनों ब्लॉकों का कुल क्षेत्रफल 15,600 वर्ग मीटर से अधिक है। यानी यह एक बड़ा संग्रहालय है।
प्रधानमंत्री संग्रहालय को राष्ट्र निर्माण की दिशा में भारत के सभी प्रधानमंत्रियों के योगदान को सम्मान देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक अनूठी पहल के तौर पर देखा जा रहा है।
प्रधानमंत्री संग्रहालय देश की आजादी के बाद से भारत के प्रत्येक प्रधानमंत्री की विचारधारा अथवा कार्यकाल के अलावा देश के प्रति उनके योगदानों के लिए एक श्रद्धांजलि है। यानी उनके कार्यकाल को बखूबी देखा जा सकता है।
प्रधानमंत्री संग्रहालय को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक सम्मिलित प्रयास बताया है। उनका मानना है इसका उद्देश्य युवा पीढ़ी को सभी प्रधानमंत्रियों के नेतृत्व, दूरदृष्टि और उपलब्धियों के प्रति संवेदनशील बनाना और प्रेरणा देना है।
प्रधानमंत्री संग्रहालय के भवन का डिजाइन नए भारत की कहानी से प्रेरणा लेकर तैयार किया गया है। यह भारतीय लोकतंत्र की मजबूती दिखाता है।
प्रधानमंत्री संग्रहालय के डिजाइन में दीर्घकालिक और ऊर्जा संरक्षण से जुड़ी तकनीक को भी शामिल किया गया है। इस प्रोजेक्ट के लिए किसी भी पेड़ को काटा नहीं गया। वे जहां हैं, वहीं मौजूद हैं।
प्रधानमंत्री संग्रहालय का लोगो राष्ट्र और लोकतंत्र के प्रतीक धर्म चक्र को धारण करने वाले भारत के लोगों के हाथों का प्रतिनिधित्व करता है।
प्रधानमंत्री संग्रहालय के लिए जानकारियों को प्रसार भारती, दूरदर्शन, फिल्म प्रभाग, संसद टीवी, रक्षा मंत्रालय, मीडिया हाउस (भारतीय और विदेशी), विदेशी समाचार एजेंसियों आदि जैसे संस्थानों के संसाधनों/संग्राहकों की मदद से जुटाया गया है।
प्रधानमंत्री संग्रहालय में प्रधानमंत्रियों के साहित्यिक कार्य, महत्वपूर्ण पत्राचार, कुछ व्यक्तिगत वस्तुएं, उपहार और यादगार वस्तुएं (सम्मान पत्रों, सम्मान, प्रदान किए गए पदक, स्मारक टिकट, सिक्के, आदि), प्रधानमंत्रियों के भाषण और उनकी विचारधाराओं से जुड़े दस्तावेज आदि रखे गए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संग्रहालय के उद्घाटन से पहले म्यूजियम का टिकट खरीदा। इस मौके पर मोदी ने कहा कि इस मौके पर मोदी ने कहा-ऐसे समय में जब देश अपनी आजादी के 75 वर्ष का पर्व, आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, तब ये म्यूजियम, एक भव्य प्रेरणा बनकर आया है।
पीएम मोदी ने संग्रहालय के उद्घाटन पर कहा कि इन 75 वर्षों में देश ने अनेक गौरवमय पल देखे हैं। इतिहास के झरोखे में इन पलों का जो महत्व है, वो अतुलनीय है।
मोदी ने कहा कि इस संग्रहालय के जरिये देश की जनता, विशेषकर युवा वर्ग, भावी पीढ़ी सभी प्रधानमंत्रियों के बारे में जानेगी तो उन्हें प्रेरणा मिलेगी। देश के हर प्रधानमंत्री ने संविधान सम्मत लोकतंत्र के लक्ष्यों की पूर्ति में भरसक योगदान दिया है।
मोदी ने कहा कि इस संग्रहालय में जितना अतीत है, उतना ही भविष्य भी है। ये संग्रहालय देश के लोगों को बीते समय की यात्रा करवाते हुए, नई दिशा-नए रूप में भारत की विकास यात्रा पर ले जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा-यहां आने वाले लोग देश के पूर्व प्रधानमंत्रियों के योगदान से रूबरू होंगे, उनके संघर्ष-सृजन को जानेंगे।