सार
देश के पिछड़े; खासकर दलितों को देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था की मुख्य धारा में लाने की मुहिम छेड़ने वाले डॉ. भीमराव अंबेडकर(बाबा साहेब) की 14 अप्रैल को जयंती(Bhimrao Ramji Ambedkar Jayanti) है। अंबेडकर पर कई फिल्में और सीरियल बन चुके हैं। ऐसे ही एक पॉपुलर सीरियल 'एक महानायक डॉ. बीआर अंबेडकर' में बाबा साहेब के गुरु कृष्ण केशव आम्बेडकर का रोल निभाने वाले जाने-माने अभिनेता और लेखक शंकर ए मिश्रा(Shankar A Mishra) ने शेयर किए अपने अनुभव।
बॉलीवुड डेस्क न्यूज(अमिताभ बुधौलिया). भारतीय संविधान में पिछड़े लोगों को सम्मानजनक स्थान दिलवाने में डॉ. बीआर अंबेडकर का बड़ा योगदान रहा है। देश के पिछड़े; खासकर दलितों को देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था की मुख्य धारा में लाने की मुहिम छेड़ने वाले डॉ. भीमराव अंबेडकर(बाबा साहेब) की 14 अप्रैल को जयंती(Bhimrao Ramji Ambedkar Jayanti) है। अंबेडकर पर कई फिल्में और सीरियल बन चुके हैं। ऐसे ही एक पॉपुलर सीरियल 'एक महानायक डॉ. बीआर अंबेडकर' में बाबा साहेब के गुरु कृष्ण केशव अंबेडकर का रोल निभाने वाले जाने-माने अभिनेता और लेखक शंकर ए मिश्रा(Shankar A Mishra) ने शेयर किए अपने अनुभव। बता दें यह सीरियल andtv पर प्रसारित हो रहा है।
मुझे अंबेडकर के विचारों को समझने का मौका मिला
शंकर ए मिश्रा(Shankar A Mishra) ने कहा-''सीरियल के दौरान मुझे बाबा साहेब के विचारों को जानने और समझने का मौका मिला। इस सीरियल ने बाबा साहेब के विचारों को बहुत अच्छे से प्रस्तुत किया। इसे इम्तियाज पंजाबी ने डायरेक्ट किया। उन्हें मैं इम्तियाज भाई कहता हूं। उन्होंने बाबा साहेब के एक-एक कामों को बखूबी सबके सामने पेश किया। कैसे बाबा साहेब ने जिंदगी में संघर्ष किया, पढ़ाई की, ज्ञान हासिल किया और फिर अपने समाज और देश की तरक्की में अपना अमूल्य योगदान दिया।''
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अंबेडकर के जीवन में गुरु का बड़ा योगदान
करीब 2 दशकों से फिल्म और टीवी इंडस्ट्रीज में सक्रिय रहकर कई बढ़िया किरदार निभा चुके शंकर ए मिश्रा एक लेखक भी हैं। वे राष्ट्रवादी विचारधारा से प्रेरित हैं और अकसर सोशल मीडिया पर देश और समाज से जुड़े सकारात्मक पहलुओं पर कलम चलाते रहते हैं। शंकर ए मिश्रा सीरियल के अनुभव शेयर करते हैं-"मैंने बहुत सारे पौराणिक(mythological) आदि रोल किए हैं। लेकिन इस सीरियल से पहले इतना मालूमात नहीं था कि बाबा साहेब के जीवन में उनके गुरु का भी बड़ा रोल रहा है। जब मैं शूटिंग करने पहुंचा, तब पता चला कि बाबा साहेब को अंबेडकर बनाने में उनके गुरु का कितना बड़ा योगदान रहा है। हालांकि बाबा साहेब का संघर्ष और जुनून ही था, जिसने उन्हें एक बड़ा मुकाम दिलाया। उनकी इसी प्रतिभा और संघर्षशीलता को देखकर उनके गुरु प्रभावित हुए। उन्हें मार्गदशित किया।"
बता दें कि बाबा साहेब अंबेडकर का जन्म मध्य प्रदेश के मऊ में 14 अप्रैल 1891 को हुआ था। उनके पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल(Ramji Maloji Sakpal) था। शंकर ए मिश्रा आगे कहते हैं-" जैसा कि आपको पता होगा कि बाबा साहेब पढ़ने में काफी होशियार थे। लेकिन उनके गुरु कृष्ण केशव अंबेडकर को मालूम था कि जब यह बच्चा बाहर पढ़न जाएगा, तो लोग उसके दलित होने पर परेशान करेंगे, तो उन्होंने अपना नाम अंबेडकर सरनेम दे दिया। ताकि किसी को पता नहीं चले कि वे सकपाल हैं।"
पहले भी अच्छे लोग थे
शंकर ए मिश्रा ने एक बात कही- ''इस सीरियल करने के दौरान मुझे एक बात का अनुभव हुआ। अकसर लोगों में गलत बातें प्रचलित रही हैं कि अपर क्लास के सभी लोग पिछड़ों को परेशान करते रहे हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। पहले भी अपर क्लास में अच्छे लोग थे, जिन्होंने अंबेडकर से लेकर अन्य दलितों की मदद की, उन्हें बराबरी का दर्ज दिया।''
शंकर ए मिश्रा के बारे में
शंकर मिश्रा टीवी सीरियलों में कई ऐसे रोल निभा चुके हैं, जो यादगार बन गए। उन्हें आपने सोनी टीवी के सीरियल 'मेरे साईं' में देख चुके होंगे। शंकर ए मिश्रा ने रंगमंच को भी लंबा समय दिया है। वे सत्य देव दुबे, एडी गुप्ता, रॉबिन दास, मकरंद देश्रपांडे, बव कारंत, आरजी बजाज, अनुराधा कपूर, सुकेश सान्याल और वीरेंद्र सक्सेना जैसे धुरंधरों के साथ मंच शेयर कर चुके हैं।