मौत के बाद भी आजाद के चेहरे पर थी चमक, देखें उनकी Rare PHOTOS
23 जुलाई 1906 को जन्में चनद्रशेखर आजाद की आज जयंती है। काफी कम समय में ही उन्होंने अंग्रेजों को परेशान कर दिया था। वैसे तो चंद्रशेखर आजाद महात्मा गांधी से काफी प्रभावित थे, लेकिन उन्होंने अहिंसा की जगह अंग्रेजों को उन्हीं के तरीके से सबक सिखाने का फैसला किया। आज हम आपको दिखाने जी रहे हैं इनकी जिंदगी से जुड़ी कुछ ऐसी फोटोज, जो काफी कम लोग ही देख पाए हैं....
| Published : Jul 23 2019, 01:35 PM IST
मौत के बाद भी आजाद के चेहरे पर थी चमक, देखें उनकी Rare PHOTOS
Share this Photo Gallery
- FB
- TW
- Linkdin
17
आजाद ने कसम खाई थी कि वो जीते जी अंग्रेजों के हाथ नहीं आएंगे। उन्होंने अपने इस कथन को सही साबित करके दिखाया। एल्फ्रेड पार्क में 27 फरवरी 1931 को उन्होंने अंग्रेजों से घिरने के बाद खुद को अपनी ही पिस्तौल से गोली मार ली थी।
27
एल्फ्रेड पार्क में इसी पेड़ के नीचे बैठकर आजाद ने अपनी ही पिस्टल से मारी थी सिर में गोली।
37
खुद को गोली मारने के बाद कुछ इस तरह शांत भाव में मिली थी आजाद की बॉडी।
47
इसी पिस्तौल से आजाद ने खुद को गोली मारी थी।
57
जिस जगह आजाद ने बलिदान दिया, वहां अब उनके नाम से पार्क बना दिया गया है
67
एक मिसाल बन लोगों के दिलों में सम्मान बसा गए चंद्रशेखर आजाद।
77
अपने परिवार के साथ आजाद की रेयर तस्वीर।