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WFI बना अखाड़ा:रो रहे पहलवान, सुसाइड तक करने की ठानी, सेक्युअल डिमांड के आरोपों ने बिगाड़ा खेल, कैम्प भी कैंसल
नई दिल्ली. पहलवान विनेश फोगाट द्वारा भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ (Wresting Federation of India-WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों के यौन शोषण(sexually exploiting women wrestlers) का आरोप लगाने के बाद दिल्ली महिला आयोग ने युवा मामले एवं खेल मंत्रालय और शहर की पुलिस को नोटिस जारी किया है। डीसीडब्ल्यू प्रमुख स्वाति मालीवाल ने भी जंतर मंतर पर प्रदर्शनकारी पहलवानों से मुलाकात की। यह धरना-प्रदर्शन गुरुवार (19 जनवरी) को भी जारी रहने की बात कही गई है। पहलवानों ने पीएम मोदी से मिलने की मांग की है। धरना देने वाले पहलवानों में टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले बजरंग, रियो ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक, विश्व चैम्पियनशिप पदक विजेता सरिता मोर, संगीता फोगाट, सत्यव्रत मलिक, जितेंद्र किन्हा और राष्ट्रमंडल खेल पदक विजेता सुमित मलिक शामिल हैं। करीब 30 पहलवान धरना दे रहे हैं। हालांकि मामला सामने आने के बाद खेल मंत्रालय ने डब्ल्यूएफआई से 72 घंटों के भीतर जवाब मांगा है। डब्ल्यूएफआई को भेजे पत्र में मंत्रालय ने कहा है कि यह मामला एथलीटों की भलाई से जुड़ा है, इसलिए मंत्रालय ने इस मामले को बहुत गंभीरता से ले रहा है। इस बीच नए डेवलपेंट में लखनऊ में 18 जनवरी से शुरू होने वाले महिला राष्ट्रीय कुश्ती प्रशिक्षण शिविर को भी रद्द कर दिया है। यह भारतीय खेल प्राधिकरण के राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (NCOE) में आयोजित होने वाला था, जिसमें 41 पहलवान और 13 प्रशिक्षक और सहायक कर्मचारी भाग लेते। पढ़िए पूरी डिटेल्स...
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विनेश फोगाट ने रोते हुए आरोप लगाया कि नेशनल कैम्प्स में पोस्टेड कुछ कोच वुमन रेसलर्स का सालों से यौन उत्पीड़न करते आ रहे हैं। विनेश ने कहा कि कई महिला पहलवानों ने इसकी शिकायत की, लेकिन कुछ नहीं हुआ। विनेश फोगाट ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री हमसे पूछेंगे तो हम इसके सबूत देने को तैयार हैं। विनेश फोगाट के आरोपों को खेल मंत्रालय ने गंभीरता से लिया है।
इतने बड़े खिलाड़ी अगर बोल रहे हैं, तो कुछ तो सच्चाई होगी। इसकी जांच होनी चाहिए और दोषी को सज़ा भी मिलनी चाहिए। विनेश एक बड़ी महिला खिलाड़ी हैं और अगर वो आरोप लगा रही हैं, तो इसका मतलब है उनके साथ कुछ तो हुआ होगा-कोच प्रदीप दहिया
विनेश फोगाट ने कहा, "खिलाड़ी चोटिल हो जाए तो कोई उसकी जिम्मेदारी नहीं लेता। वे पहलवानों को नेशनल से प्रतिबंधित करने की बात करते हैं। WFI अध्यक्ष ने मुझे खोटा सिक्का कहा। मैं आत्महत्या करना चाहती थी।"
कांग्रेस ने कही ये बात
कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने कहा-हमारी मांग है कि कुश्ती संघ को तुरंत बर्खास्त किया जाए और संघ के अधिकारियों पर सटीक धाराओं में मामला दर्ज़ किया जाए और क़ानूनी कार्रवाई की जाए। यह छोटी बात नहीं है। यह आरोप किसी एक व्यक्ति द्वारा नहीं लगाए गए। यह दुर्भाग्य की बात है कि सरकार की जानकारी में लाने के बाद भी इस पर कार्रवाई नहीं हुई। खिलाड़ी अलग-अलग प्रदेशों से आते हैं। इसलिए इसमें सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में समय निर्धारित CBI की जांच हो। सरकार का 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' का नारा था, जो आज खोखला दिखाई दे रहा है। भारत सरकार हमारी देश की बेटियों के लिए तुरंत कार्रवाई करे।
विनेश फोगाट ने कहा,"कोच महिलाओं को प्रताड़ित कर रहे हैं। फेडरेशन के चहेते कुछ कोच महिला कोचों के साथ भी बदसलूकी करते हैं। वे लड़कियों का यौन उत्पीड़न करते हैं। डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष ने कई लड़कियों का यौन उत्पीड़न किया है।"
इस बीच CPI सांसद बिनॉय विश्वम पहलवानों के विरोध प्रदर्शन में शामिल होने जंतर मंतर पहुंचे। उन्होंने कहा,"मैं एक सांसद के रूप में सरकार से अनुरोध करूंगा कि न्याय हो। इनकी बातें अनसुनी नहीं की जानी चाहिए। मैं यहां राजनीतिक विचार थोपने नहीं आया, एक भारतीय के रूप में आया हूं।"
ओलिंपियन बजरंग पूनिया ने फेडरेशन पर तानाशाही का आरोप लगाया। पहलवानों ने सवाल उठाया कि कैम्प लखनऊ में ही क्यों लगता है?
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि बेटियों पर अत्याचार करने वाले बीजेपी नेताओं की फेहरिस्त अंतहीन है। उन्होंने ट्विटर किया, "कुलदीप सेंगर, चिन्मयानंद, बाप-बेटे विनोद आर्य-पुलकित आर्य.... और अब यह नया मामला ! बेटियों पर अत्याचार करने वाले बीजेपी नेताओं की फेहरिस्त अंतहीन है. क्या 'बेटी बचाओ' बेटियों को बीजेपी नेताओं से बचाने की चेतावनी थी ! प्रधानमंत्री जी, जवाब दीजिए।
हालांकि भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने सभी आरोपों को नकारते हुए कहा कि अगर इल्जाम सही हुए तो वे फांसी पर लटकने तैयार हैं।
डीसीडब्ल्यू प्रमुख स्वाति मालीवाल ने कहा कि उन्होंने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और कुछ कुश्ती कोचों के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों के बारे में मीडिया रिपोर्टों का स्वत: संज्ञान लिया है। पैनल ने पुलिस से मामले में FIR दर्ज करने को भी कहा है। पैनल ने महिला पहलवानों द्वारा कोचों और डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के खिलाफ 21 जनवरी तक की गई कार्रवाई के विवरण के साथ की गई शिकायतों की प्रति मांगी है। भारतीय कुश्ती महासंघ द्वारा गठित आंतरिक शिकायत समिति का विवरण भी मांगा गया है। पैनल ने यह भी पूछा कि क्या ये शिकायतें कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न (रोकथाम, निषेध और निवारण) अधिनियम, 2013 के अनुसार आईसीसी और स्थानीय शिकायत समिति (एलसीसी) को भेजी गई हैं?