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- ईद के तीसरे दिन ड्यूटी पर कुर्बान हुए जाबांज ASI मुश्ताक अहमद, जब घर पहुंची बॉडी, तो फैमिली का कलेजा फट पड़ा
ईद के तीसरे दिन ड्यूटी पर कुर्बान हुए जाबांज ASI मुश्ताक अहमद, जब घर पहुंची बॉडी, तो फैमिली का कलेजा फट पड़ा
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मुश्ताक अहमद दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले के सोच गांव(Soch village) के रहने वाले थे। यह आतंकी हमला मंगलवार शाम(12 जुलाई) की शाम करीब 7:15 बजे हुआ। आतंकवादियों ने जीडी गोयनका स्कूल के पास लाल बाजार इलाके में पुलिस पार्टी पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी थी।
आतंकवादियों ने पिस्तौल से पुलिस पार्टी पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं। आतंकवादियों की घेराबंदी की जा रही है। यह हमला उस समय हुआ, जब इससे एक दिन पहले सुरक्षाबलों ने जैश-ए-मोहम्मद के टॉप आतंकवादी कैसर कोका और एक अन्य को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में मार गिराया था।
आतंकवादी लगातार पुलिस पर अटैक कर रहे हैं। साल की शुरुआत से अब तक जम्मू-कश्मीर के करीब 10 पुलिस जान गंवा चुके हैं। जबकि पिछले साल 42 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए थे। इनमें आधे (21) जम्मू-कश्मीर पुलिस के थे।
शहीद ASI मुश्ताक अहमद को अंतिम सम्मान देने के लिए श्रीनगर के जिला पुलिस लाइन में कार्यक्रम आयोजित किया गया। यहां ADGP कश्मीर विजय कुमार के नेतृत्व में पुलिस/CAPF और नागरिक प्रशासन के अधिकारियों ने उनके पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की।
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शहीद ASI मुश्ताक अहमद को अंतिम सम्मान देते पुलिस के जवान। अमरनाथ यात्रा के मद्देनजर कश्मीर में हाईअलर्ट है। इससे आतंकी बौखला रहे हैं।
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