ये हैं दुनिया के 10 सबसे बड़े विमान, पहले नंबर वाला रूस की बमबारी में हो गया तबाह
नई दिल्ली। पिछले दिनों दुनिया के सबसे बड़े विमानों में से एक Airbus Beluga मुंबई एयरपोर्ट पर पहुंचा तो हैरत में पड़े लोग उसे देखते ही रह गया। सोशल मीडिया पर विमान की तस्वीरें खूब शेयर की गईं। जब बात दुनिया के सबसे बड़े विमानों की हो तो एयरबस बलुगा पांचवे नंबर पर आता है। इस लिस्ट में पहला स्थान Antonov An-225 Mriya का है। इसे सोवियत रूस के जमाने में बनाया गया था। यूक्रेन का यह विमान रूस के साथ चल रही लड़ाई के चलते बर्बाद हो गया है। रूस ने यूक्रेन के एयरबेस पर भारी बमबारी की थी, जिससे Antonov An-225 Mriya विमान को भारी नुकसान हुआ है। आगे पढ़ें दुनिया के 10 सबसे बड़े विमानों के बारे में...
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एंटोनोव एएन-225 मरिया को दुनिया का सबसे बड़ा विमान माना जाता है। यह कार्गो विमान है। यह विमान 250 टन भारी सामान लेकर उड़ सकता है। सोवियत रूस के जमाने में इस विमान को स्पेस एयरप्लेन, स्पेस शटल और रॉकेट बूस्टर ले जाने के लिए डिजाइन किया गया था। एएन-225 को 1985 में बनाया गया था। इसने 1988 में पहली उड़ान भरी थी। इसमें 30 से अधिक पहिए लगे हैं। विमान को 6 इंजनों से ताकत मिलती है। इसके पंखों की चौड़ाई 290 फीट है। खाली विमान का रेंज 15400 किलोमीटर है। सामान लोड होने पर यह एक बार में 4500 किलोमीटर दूर तक उड़ान भरता है।
लॉकहीड सी-5ए गैलेक्सी विमान सबसे बड़ा मिलिटरी ट्रांस्पोर्ट प्लेन है। इसका वजन 172400 किलोग्राम है। इसके पंखों की लंबाई 68 मीटर है। अमेरिकी एयरफोर्स इसका इस्तेमाल करती है। इसमें 12 इनडोर पंख वाले टैंक होते हैं, जिनका उपयोग हवा में ईंधन भरने के लिए किया जाता है। विमान की लंबाई 75.31 मीटर और ऊंचाई 19.84 मीटर है। यह 1600 मीटर लंबे रनवे से टेकऑफ कर सकता है।
एयरबस ए380 दुनिया का सबसे बड़ा यात्री विमान है। इसमें एक साथ 555 यात्री सवार हो सकते हैं। विमान की ऊंचाई 73 मीटर है। इसके पंखों का फैलाव 79.75 मीटर तक है। विमान में यात्रियों के बैठने के लिए दो डेक हैं। विमान को चार इंजनों से ताकत मिलती है। इसका रेंज 15 हजार किलोमीटर है।
बोइंग 747 ड्रीमलिफ्टर विमान ने पहली उड़ान 9 सितंबर 2006 को भरी थी। इसका इस्तेमाल कोरियन एयर, एटलस एयर, ब्रिटिश एयरवेज और लुफ्थांसा एयरलाइंस जैसी एयरलाइनों द्वारा किया जा रहा है। विमान की लंबाई 71.68 मीटर है। इसके पंखों का फैलाव 64.4 मीटर है। विमान में 200,000 लीटर ईंधन भरा जा सकता है। चार इंजन वाले इस विमान को टेकऑप के लिए 2804 मीटर लंबे रनवे की जरूरत होती है। यह कार्गो विमान है। इसे सामान ढोने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
एयरबस बलुगा विमान का डिजाइन बलुगा व्हेल से प्रेरित है। इसे सामान ढोने के लिए बनाया गया है। एयरबस बेलुगा विमान की लंबाई 56.16 मीटर है। इसकी ऊंचाई 17.25 मीटर और पंखों का फैलाव 44.84 मीटर है। विमान अधिकतम 40 टन वजन लेकर उड़ान भर सकता है। इसका अधिकतम रेंज 2780 किलोमीटर है।
बोइंग सी-17 ग्लोबमास्टर III मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट है। मैकडॉनेल डगलस ने इसे अमेरिकी एयरफोर्स के लिए बनाया है। इसका इस्तेमाल सैनिकों और हथियारों को ढोने के लिए होता है। विमान की लंबाई 53 मीटर और इसके पंखों की लंबाई 51.75 मीटर है। इसकी ऊंचाई 16.8 मीटर है।
मैकडॉनेल डगलस केसी-10 विमान इस्तेमाल अमेरिकी एयरफोर्स द्वारा किया जाता है। यह मिलिटरी ट्रांस्पोर्ट विमान है। इसका इस्तेमाल हवा में इंधन भरने वाले टैंकर की तरह भी होता है। विमान की लंबाई 55.35 मीटर है और इसके पंखों का फैलाव 50.41 मीटर है। इसकी ईंधन क्षमता 1,60,000 के करीब है।
एंटोनोव एएन-124 रुस्लान को सोवियत संघ के जमाने में बनाया गया था। इसने पहली उड़ान 24 दिसंबर, 1982 को की गई थी। विमान का इस्तेमाल रूसी वायु सेना और एंटोनोव एयरलाइंस द्वारा किया जाता था। इसकी लंबाई 68.96 मीटर है और इसके पंखों का फैलाव 73.3 मीटर है। इसकी ऊंचाई 20.78 मीटर है। विमान का वजन 175000 किलोग्राम है। यह अधिकतम 410000 किलोग्राम वजन लेकर उड़ान भर सकता है।
सुपर गप्पी को मॉन्स्टर गप्पी कहा जाता है। इसे एयरोस्पेस लाइन और एयरबस द्वारा बनाया गया था। इसकी लंबाई 43.84 मीटर है और इसके पंखों का फैलाव 47.625 मीटर है। इसकी ऊंचाई 14. 78 मीटर है। विमान का वजह 40000 किलोग्राम है।
स्ट्रैटोलॉन्च का इस्तेमाल स्पेस-लॉन्च कैरियर के रूप में होता है। इसमें एक ट्विन-फ्यूजलेज है। विमान के दोनों धड़ 73 मीटर लंबे हैं। इसमें 28 पहिए लगे हैं। विमान के पायलट, को-पायलट और फ्लाइट इंजीनियर दाहिने धड़ में बैठते हैं। दूसरे धड़ को खाली रखा जाता है। इसके पंखों का फैलाव 117 मीटर है।