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Weather Report: बर्फबारी से ठिठुरे कई प्रदेश, ओले और बारिश ने फसलें कीं खराब, दार्जिलिंग में पर्यटक फंसे
नई दिल्ली. उत्तरी भारत के हिमालयीन क्षेत्र में जारी बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में कंपकंपी पैदा कर रहा है। भारतीय मौसम विभाग(IMD) ने 29 दिसंबर से अगले कुछ दिनों में टेम्परेचर और गिरने की संभावना जताई है। लेह-जम्मू-कश्मीर में भी टेम्परेचर गिरेगा। 28 दिसंबर को देश के कई हिस्सों बारिश और ओले गिरने से फसलों को नुकसान पहुंचा है। इस बीच IMD ने देश के कई हिस्सों में फिर से बारिश की चेतावनी दी है। इनमें यूपी, मध्य प्रदेश और राजस्थान शामिल हैं। इसके अलावा पश्चिमी हिमालय में बर्फबारी हो सकती है। गुजरात, बिहार और बंगाल में भी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार कुछ दिनों से पश्चिमी विक्षोभ(western disturbance) जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के आसपास बना हुआ है। इसकी वजह से मौसम में यह बदलाव देखने को मिल रहा है।
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पश्चिम बंगाल के सिलिगुड़ी और हिमालयीन सिक्किम में बुधवार सुबह से बर्फबारी जारी है। यहां जगह-जगह पर्यटकों के वाहन फंस गए हैं। ऊपरी सिक्किम के लाचुंगी, और दार्जिलिंग के संडकफू, फलूत, टाइगर हिल, घूम, आलूबाड़ी जैसे इलाके बर्फ की मोटी चादरों से ढंके हैं।
यह तस्वीर Deccan News ने twitter पर शेयर करते हुए लिखा-भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के बड़े हिस्सों में बुधवार को इसी तरह के मौसम की भविष्यवाणी की है। महाराष्ट्र के कई जिलों में मंगलवार शाम को ओलावृष्टि, गरज और बिजली चमकी।
यह तस्वीर The Weather Channel India ने twitter पर शेयर करते हुए लिखा-28 दिसंबर की सुबह महाराष्ट्र के नागपुर के कुछ हिस्सों में घने कोहरे के दृश्य।
फोटो क्रेडिट- Aniruddhasingh Dinore/BCCL Nagpur
यह तस्वीर twitter पर शेयर करते हुए महतूरी(mhtoori) ने लिखा-यह स्विट्ज़रलैंड नहीं बल्कि हिमपात के बाद अरंगकेल(ArangKel) कश्मीर है।
कश्मीर वर्तमान में 40 दिनों की सबसे कठिन सर्दियां चल रही हैं। इसे स्थानीय रूप से 'चिल्लई कलां' कहते हैं। इसमें 20 दिनों तक चलने वाला 'चिल्लई खुर्द' और 10 दिनों तक चलने वाला 'चिल्ला बच्चा' होता है।
यह तस्वीर रेडियो चिनार(@RadioChinar) ने tweet करते हुए लिखा-कुछ हिस्सों में बर्फबारी और कश्मीर के अधिकांश क्षेत्रों में कम बारिश के परिणामस्वरूप तीव्र शीत लहर की स्थिति से राहत मिली है। कश्मीर घाटी इस समय 40 दिनों के सबसे कठोर शीत काल 'चिल्ला-ए-कलां' की चपेट में है।
दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश के ऊपर बना चक्रवाती हवा का क्षेत्र उत्तरी-मध्य प्रदेश की ओर कूच कर गया है। हालांकि इसकी जगह हिमाचल प्रदेश के ऊपर एक नया चक्रवाती हवा का क्षेत्र बन गया है। वहीं, पश्चिमोत्तर के पहाड़ी क्षेत्रों पर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। यूपी में मौसम विभाग ने कहीं-कहीं ओले गिरने की संभावना जताई है।
यह तस्वीर मध्य प्रदेश की है। भारत मौसम विज्ञान विभाग(IMD) के मुताबिक यहां न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है। फोटो क्रेडिट-ANI