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बढ़ेगा लॉकडाउन? सभी राज्य अपने-अपने लोगों को बुलाने की कर रहे तैयारी, मजदूरों की ऐसे होगी घर वापसी
नई दिल्ली. कोरोना वायरस के खिलाफ देश में जंग जारी है। संक्रमण को रोकने के लिए लागू किए गए देशव्यापी लॉकडाउन को एक महीना पूरा हो चुका है। दूसरा चरण के लॉकडाउन की समय सीमा 3 मई को पूरी हो रही है। इन सब के बीच कई राज्य दूसरे राज्यों में फंसे अपने मजदूरों को लाने की व्यवस्था कर रहे हैं। ऐसे में सवाल उठने लगा है कि क्या लॉकडाउन को अभी आगे बढ़ाया जाएगा। उत्तर प्रदेश ने शनिवार से ही इसकी शुरुआत कर दी थी। मध्य प्रदेश ने महाराष्ट्र को पत्र लिखा है कि वहां के लोगों को वापस आने दें। महाराष्ट्र ने राजस्थान सरकार से अपने लोगों के लिए सेफ पैसेज मांगा है। छत्तीसढ़ ने भी कोटा में बसें भेजकर डेढ़ हजार छात्रों को बुलवा लिया है। जम्मू-कश्मीर ने भी अपने लोगों को अलग-अलग राज्यों से बुलाना शुरू कर दिया है।
| Published : Apr 26 2020, 05:23 PM IST / Updated: Apr 26 2020, 05:31 PM IST
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क्या बढ़ेगा लॉकडाउन?
यह हाल तब है कि कई राज्य लॉकडाउन को 3 मई के बाद भी जारी रखना चाहते हैं। क्या प्रवासी मजदूरों को इसलिए बुलाया जा रहा है ताकि उन्हें अपने ही राज्य में रखा जाए। इसी दौरान, लॉकडाउन को चरणबद्ध तरीके से खोला जाए।
यह भी संभव है कि प्रवासी मजदूरों का संकट दूर करने के बाद, सावधानीपूर्वक आर्थिक गतिविधियां शुरू हों मगर लॉकडाउन की मियाद बढ़ा दी जाए। क्योंकि अगर प्रवासी मजदूरों के बाहर रहते लॉकडाउन बढ़ा तो हालात बेकाबू हो सकते हैं। कई राज्यों से पिछले एक महीने में ऐसी तस्वीरें आ चुकी हैं।
देशभर में कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है, ऐसे में कई राज्य 3 मई के बाद भी सख्ती जारी रखना चाहते हैं। कोरोना पर बनी दिल्ली सरकार की कमिटी ने एक दिन पहले कहा था कि राष्ट्रीय राजधानी में 16 मई तक लॉकडाउन बढ़ाना पड़ेगा।
महाराष्ट्र सरकार प्रवासी मजदूरों को वापस भेजने की कर रही तैयारी
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वे प्रवासी मजदूरों के मसले पर केंद्र सरकार से बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो भी संभव होगा, वो किया जाएगा। हालांकि उद्धव ने साफ कहा कि 'एक बात तय है कि ट्रेनें चलने नहीं जा रहीं क्योंकि हमें भीड़ नहीं चाहिए। वर्ना लॉकडाउन को और आगे बढ़ाना पड़ेगा।'
कोटा से कश्मीर लौटेंगे स्टूडेंट्स
जम्मू-कश्मीर के प्रिंसिपल सेक्रेट्री (प्लानिंग) रोहित कंसल ने बताया कि कल यानी सोमवार को कोटा से 376 कश्मीरी स्टूडेंट्स को लेकर बसें चलेंगी।
उन्होंने कहा कि सब इंतजाम हो गए हैं। कंसल ने लोगों से धैर्य बनाए रखने की अपील की। इससे पहले भी, जैसलमेर व अन्य जगहों पर फंसे स्टूडेंट्स व बाकी कश्मीरियों को वापस लाया गया है।
महाराष्ट्र में फंसे पंजाबी श्रद्धालु लौटे
नांदेड के तख्त सचखंड श्री हुजूर साहिब गया सिख श्रद्धालुओं का एक जत्था रविवार सुबह पंजाब लौट गया। ये सभी मार्च के महीने में वहां गए थे, तभी लॉकडाउन हो गया और ये सब फंस गए।
अपने लोगों को भी बुलाने की तैयारी में MP सरकार
गुजरात में फंसे मध्य प्रदेश के सैकड़ों प्रवासी मजदूर लॉकडाउन के बीच ही वापस लौट चुके हैं। 98 बसों में करीब 2400 मजदूरों को लाया गया। उनकी स्क्रीनिंग के बाद उन्हें जाने दिया गया।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि देश के बाकी हिस्सों में फंसे लोगों को भी लाया जाएगा। राजस्थान से भी एमपी के लोगों को लाया जा रहा है।
सभी राज्यों ने स्पेशल ट्रेन चलाने का दिया सुझाव
शनिवार को कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ मीटिंग की। इस मीटिंग में कई राज्यों ने प्रवासी मजदूरों को वापस लाने के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाने का सुझाव दिया।
पंजाब, गुजरात, बिहार और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों ने केंद्र सरकार से इस तरह के मूवमेंट्स के लिए प्रोटोकॉल तय करने की मांग की है।
कल सभी राज्यों के सीएम से बात करेंगे पीएम
सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात करेंगे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होने वाली इस मीटिंग में इस पूरी कवायद पर कोई देशव्यापी फैसला लिया जा सकता है।
लाखों मजदूरों को वापस लाने की तैयारी में योगी सरकार
लॉकडाउन के कारण कोटा में फंसे छात्रों को वापस लाने के बाद सीएम योगी ने अब दूसरे राज्यों में फंसे यूपी के तकरीबन 10 लाख प्रवासी मजदूरों को वापस लाने का फैसला किया है।
शुक्रवार को टीम-11 के साथ हुई बैठक में मुख्यमंत्री ने अन्य राज्यों में फंसे मजदूरों व उनके परिवार को वापस लाने के लिए कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए थे।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि अलग-अलग राज्यों की सरकारों से बात कर इसका पूरा रोडमैप बनाकर तीन दिन में उनके समक्ष पेश किया जाए। सभी राज्यों में तैनात नोडल अफसरों से मजदूरों की वापसी चरणबद्ध तरीके से कराने के लिए रोडमैप मांगा है। उन्होंने कहा है कि पहले उन लोगों की वापसी की जाए जो लोग अलग-अलग राज्यों में क्वारंटाइन सेंटर में 14 दिन की अवधि पूरी कर चुके हैं।