MalayalamNewsableKannadaKannadaPrabhaTeluguTamilBanglaHindiMarathiMyNation
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • ताज़ा खबर
  • राष्ट्रीय
  • वेब स्टोरी
  • राज्य
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • बिज़नेस
  • सरकारी योजनाएं
  • खेल
  • धर्म
  • ज्योतिष
  • फोटो
  • Home
  • National News
  • Year Ender: 2022 में भारत की वो 7 उपलब्धियां, जिनसे देश ही नहीं पूरी दुनिया में बढ़ी हमारी धाक

Year Ender: 2022 में भारत की वो 7 उपलब्धियां, जिनसे देश ही नहीं पूरी दुनिया में बढ़ी हमारी धाक

Year Ender: साल 2022 खत्म होने में अब चंद दिन ही बचे हैं। वैसे, 2022 भारत के लिए काफी अच्छा रहा है। इस साल भारत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई ऐसी उपलब्धियां हासिल कीं, जिनसे हमारी धाक पूरी दुनिया में दिखी। दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का तमगा हासिल करना हो, या G20 जैसे ताकतवर संगठनों की मेजबानी, भारत ने हर क्षेत्र में अपनी ताकत का लोहा मनवाया है। जानते हैं, 2022 में भारत की ऐसी ही 7 उपलब्धियों के बारे में, जिन्हें जानकर हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो जाएगा। 

5 Min read
Ganesh Mishra
Published : Dec 24 2022, 08:15 AM IST
Share this Photo Gallery
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Whatsapp
  • GNFollow Us
17

1- दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना भारत : 
2022 में भारत ने ब्रिटेन को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का तमगा हासिल कर लिया। मार्च तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था 854.7 बिलियन डॉलर के साथ दुनिया की 5वीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई। वहीं ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था 816 अरब डॉलर के साथ छठे नंबर पर पहुंच गई। भारत की इस सफलता के पीछे मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों का बड़ा योगदान रहा। अर्थव्यवस्था के जानकारों का मानना है कि 2027 तक भारत जर्मनी को पीछे छोड़ दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। अर्थव्यवस्था के लिहाज से फिलहाल अमेरिका, चीन, जापान, जर्मनी और भारत दुनिया के टॉप-5 देशों में शामिल हैं। 

27

2- अंतरिक्ष में भारत की नई उड़ान : 
2022 में भारत ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक लंबी छलांग लगाते हुए दुनियाभर में एक अलग मुकाम बनाया। 18 नवंबर, 2022 को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने देश का पहला प्राइवेट रॉकेट ‘विक्रम-एस’ लॉन्च किया। हैदराबाद के स्पेस स्टार्टअप स्काईरूट एयरोस्पेस द्वारा बनाए गए इस प्राइवेट रॉकेट को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के आंध्र प्रदेश स्थित श्रीहरिकोटा लॉन्च पैड से छोड़ा गया। इस लॉन्चिंग के बाद भारत अमेरिका, रूस, जापान, चीन और फ्रांस जैसे देशों के क्लब में शामिल हो गया, जो प्राइवेट कंपनियों के रॉकेट को स्पेस में भेजते हैं। इस रॉकेट ने 3 सैटलाइट्स को उनकी कक्षा में स्थापित किया। बता दें कि विक्रम-एस रॉकेट का नाम भारत के मशहूर वैज्ञानिक और इसरो के संस्थापक डॉ. विक्रम साराभाई के नाम पर रखा गया है। 

37

3 - जी-20 की अध्यक्षता मिलना : 
2022 में भारत को दुनिया के 20 सबसे ताकतवर देशों के संगठन G20 की अध्यक्षता मिली। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने 16 नवंबर, 2022 को आधिकारिक तौर पर जी-20 की अध्यक्षता भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सौंपी। इसके बाद 1 दिसंबर, 2022 को भारत औपचारिक रूप से जी-20 का अध्यक्ष बन गया। बता दें कि जी-20 का अगला सम्मेलन सितंबर, 2023 में नई दिल्ली में होगा। जी-20 की अध्यक्षता मिलना भारत के लिए गर्व की बात है। इस संगठन की अध्यक्षता से जहां ग्लोबल फोरम में भारत का कद बढ़ेगा, वहीं राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसके कई फायदे होंगे। भारत विकासशील से विकसित देश बनने की दिशा में भी तेजी से आगे बढ़ेगा। 

47

4 - UNSC की अध्यक्षता : 
साल 2022 में भारत को UNSC की भी अध्यक्षता मिली। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत अपने दो साल के कार्यकाल में दिसंबर, 2022 में दूसरी बार अध्यक्ष बना। भारत ने 1 दिसंबर 2022 से अगले एक महीने के लिए यूएनएससी (UNSC) का अध्यक्ष रहेगा। बता दें कि फिलहाल भारत यूनएससी का अस्थायी सदस्य है। भारत ने जनवरी, 2021 में UNSC के एक अस्थायी सदस्य के रूप में अपना दो साल का कार्यकाल शुरू किया है। UNSC में यह भारत का आठवां कार्यकाल था। बता दें कि UNSC की अध्यक्षता हर महीने बदलती रहती है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में 5 स्थायी और 10 अस्थायी सदस्य होते हैं। अस्थायी सदस्यों का चुनाव हर 2 साल के बाद होता है। बता दें कि द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद दुनिया में शांति और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए यूनाइटेड नेशंस (UN) की स्थापना हुई। यूनाइटेड नेशंस के 6 प्रमुख अंग हैं, जिनमें संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद भी एक है।

57

5 - शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की अध्यक्षता :
16 सितंबर, 2022 में भारत को शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की अध्यक्षता मिली। सितंबर, 2022 में उज्‍बेकिस्‍तान ने समरकंद में SCO की कमान भारत के हाथ में सौंपी। भारत 2023 तक इसका अध्यक्ष बना रहेगा। बता दें कि 2001 में बने SCO के 8 पूर्णकालिक मेंबर हैं। इस संगठन के सदस्यों में भारत के अलावा चीन, रूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान और पाकिस्तान जैसे 8 देश शामिल हैं। इसके अलावा ईरान, अफगानिस्तान, बेलारूस और मंगोलिया 4 पर्यवेक्षक देश (Observer Countires) हैं। SCO शिखर सम्मेलन हर साल आयोजित किया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य क्षेत्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ ही सीमा मुद्दों को हल करना, आतंकवाद का हल और क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देना है।

67

6- ऑस्ट्रेलियाई संसद ने दी भारत संग मुक्त व्यापार समझौते को मंजूरी :
22 नवंबर, 2022 को ऑस्ट्रेलियाई संसद ने भारत के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) यानी मुक्त व्यापार समझौते को मंजूरी दी। इससे भारत-ऑस्ट्रेलिया के संबंध और ज्यादा मजबूत होंगे। भारत व ऑस्ट्रेलिया के बीच एफटीए के पूरी तरह से लागू होने के बाद ऑस्ट्रेलिया को भारत का 96% निर्यात और भारत को ऑस्ट्रेलिया का 85% निर्यात ड्यूटी फ्री हो जाएगा। FTA लागू होने के बाद जिन दो देशों के बीच में यह समझौता किया जाता है, उनकी उत्पादन लागत बाकी देशों की तुलना में काफी सस्ती हो जाती है। यही वजह है कि दुनिया भर के कई देश आपस में मुक्त व्यापार समझौते की तरफ कदम बढ़ा रहे हैं। एफटीए लागू होने के बाद कपड़ा, चमड़ा, फर्नीचर, आभूषण और मशीनरी सहित भारत के 6,000 से ज्यादा प्रोडक्ट्स को ऑस्ट्रेलियाई बाजार में शुल्क मुक्त पहुंच मिलेगी।

77

7- भारत में UNSC-CTC की बैठक : 
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आतंकवाद निरोधी समिति (UNSC-CTC) की दो दिवसीय विशेष बैठक भारत में हुई। यह बैठक 28 अक्टूबर को भारत के मुंबई शहर से शुरू हुई। बैठक का दूसरे दिन का सत्र 29 अक्टूबर को नई दिल्ली में हुआ। 2015 के बाद ये पहला मौका था, जब संयुक्त राष्ट्र आतंकवाद निरोधक समिति (सीटीसी) की बैठक न्यूयॉर्क स्थित मुख्यालय के बाहर भारत में आयोजित की गई। आतंकवाद के खिलाफ भविष्य की रणनीति तैयार करने के लिए भारत को मेजबानी मिलना अपने आप में एक बड़ी कामयाबी है। 

ये भी देखें : 

Year Ender 2022: PM मोदी के वो 10 बड़े बयान, जिन्हें पूरी दुनिया ने न सिर्फ सुना, बल्कि सराहा भी

About the Author

GM
Ganesh Mishra
गणेश कुमार मिश्रा। 2009 से पत्रकारिता जगत में एक्टिव हैं। इनके पास 16 साल से ज्यादा का अनुभव। जुलाई, 2019 से एशियानेट न्यूज हिंदी में बतौर डिप्टी न्यूज एडिटर काम कर रहे हैं। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय (MCU) से मास्टर ऑफ जर्नलिज्म की डिग्री ली है। नेशनल, इंटरनेशनल, पॉलिटिक्स, बिजनेस, एंटरटेनमेंट और फीचर स्टोरीज में काम करना पसंद। ये राज एक्सप्रेस, दैनिक भास्कर, नई दुनिया (जागरण ग्रुप) जैसे मीडिया संस्थानों में डेस्क और रिपोर्टिंग का काम कर चुके हैं।
Latest Videos
Recommended Stories
Related Stories
Asianet
Follow us on
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • Download on Android
  • Download on IOS
  • About Website
  • Terms of Use
  • Privacy Policy
  • CSAM Policy
  • Complaint Redressal - Website
  • Compliance Report Digital
  • Investors
© Copyright 2025 Asianxt Digital Technologies Private Limited (Formerly known as Asianet News Media & Entertainment Private Limited) | All Rights Reserved